ममता बनर्जी की तारीफ़ के बाद स्वामी ने मोदी सरकार को बताया फ़ेल, जारी किया रिपोर्ट कार्ड
अमूमन अपने बयानों की वज़ह से सुर्खियों में बने रहने वाले भाजपा के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने आज यानी गुरुवार को एक बार फिर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। जी हां उन्होंने अपनी ही सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि यह शासन के लगभग हर पहलू में विफल रही है।
वहीं जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि सुब्रमण्यम स्वामी का यह बयान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी से मुलाकात के ठीक एक दिन बाद आया है।
गौरतलब हो कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने गुरुवार को मोदी सरकार को हर मसले पर फेल बताते हुए एक ट्वीट किया है। उन्होंने कहा कि यह सरकार शासन के लगभग हर पहलू पर असफल रही है। स्वामी के मुताबिक मोदी सरकार अर्थव्यवस्था और सीमा सुरक्षा के क्षेत्र में विफल रही है।
वहीं उन्होंने अफगानिस्तान संकट के केंद्र की हैंडलिंग को ‘फियास्को’ कहा। उन्होंने पेगासस डेटा सुरक्षा उल्लंघन के लिए केंद्र सरकार को भी दोषी ठहराया है।
Modi Government’s Report Card:
Economy—FAIL
Border Security–FAIL
Foreign Policy –Afghanistan Fiasco
National Security —Pegasus NSO
Internal Security—Kashmir Gloom
Who is responsible?–Subramanian Swamy— Subramanian Swamy (@Swamy39) November 24, 2021
बता दें कि स्वामी ने आंतरिक सुरक्षा के मामले पर भी मोदी सरकार को निशाना बनाया है और उन्होंने मौजूदा सरकार पर कश्मीर को लेकर उदासीन रवैया अपनाने का आरोप लगाया।
Of the all the politicians I have met or worked with, Mamata Banerjee ranks with JP, Morarji Desai, Rajiv Gandhi, Chandrashekhar, and P V Narasimha Rao who meant what they said and said what they meant. In Indian politics that is a rare quality
— Subramanian Swamy (@Swamy39) November 24, 2021
इतना ही नहीं बुधवार को, उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की प्रशंसा की। स्वामी ने उनकी तुलना जयप्रकाश नारायण, मोरारजी देसाई, राजीव गांधी, चंद्रशेखर और पी वी नरसिम्हा राव जैसे राजनीतिक दिग्गजों से की। गौरतलब हो कि उन्होंने अपने एक ट्वीट में कहा है कि भारतीय राजनीति में यह एक दुर्लभ गुण है।
वहीं सुब्रमण्यम स्वामी ने हाल ही में सोशल मीडिया पर मोदी सरकार की आलोचना भी की। उन्होंने कहा कि, “अगर चीन हमारे परमाणु हथियारों से नहीं डरता तो हम उनके परमाणु हथियारों से क्यों डरते हैं?” बता दें कि यह ट्वीट उन्होंने 23 नवंबर को किया था। इसके अलावा इससे एक दिन पहले उन्होंने मूल्य वृद्धि पर एक ट्वीट का जवाब देते हुए कहा था कि, “वह (पीएम नरेंद्र मोदी) अर्थशास्त्र नहीं जानते हैं।
” इतना ही नहीं उसी दिन उन्होंने कहा कि मोदी सरकार भोले-भाले लोगों से भरी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि, “भारत के एमईए (MEA) और एनएसए (NSA) में खराब पैच है। वे सो रहे हैं, जबकि चीन ने हमारे क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है। भारत माता को नीचा दिखाने वाले ये लोग भी कुदाल को कुदाल कहने को तैयार नहीं हैं। चीन हमलावर है। मोदी सरकार उन सरल लोगों से भरी हुई है जो आमने-सामने मुलाकात के बाद शी का अनुमान नहीं लगा सकते थे।”
Hindu Hridya Samrat ??? https://t.co/B0pE3qSbdt
— Tajinder Pal Singh Bagga (@TajinderBagga) November 24, 2021
RTI denied: Information as to how many students cleared Paper 1 and Failed Paper 2 CSAT qualifying 66 marks due to CAT standard questions. Official notification states upto 10th grade maths in civil service CSAT. Results in 25 days mass elimination. Please help the masses Sir. pic.twitter.com/cW2o83E8Xq
— DSAqwerty (@DSA42019121) November 22, 2021
Dr @Swamy39 jee :
India, China going through ‘bad patch’ in bilateral ties: Jaishankar ??
China has ‘no credible explanation’ on violation of agreements: Jaishankar ??https://t.co/76o45YqRdk pic.twitter.com/xXdFfPdpIU
— Dharma (@Dharma4X) November 21, 2021
ऐसे में देखें तो लगातार सुब्रमण्यम स्वामी बीजेपी के भीतर से ही केंद्र की नीतियों का विरोध कर रहें हैं। फ़िर कहीं न कहीं राजनीतिक पंडित अगर यह अनुमान लगा रहें हैं कि वह ममता बनर्जी का दामन थाम सकते हैं, तो यह कोई हैरत की बात आगामी दिनों में नहीं होगी।
लेकिन कुछ राजनीतिक जानकार यह भी बताते हैं कि एनडीए पार्ट टू में भी स्वामी को कोई बड़ी भूमिका नहीं मिली। जिसकी खीझ गाहे-बगाहे स्वामी की बातों में झलक जाती है।
India has a bad patch in the MEA and NSA, sleeping while China gobbled our territory. Even these people who have let Bharat Mata down are not willing to call a spade a spade—China is an aggressor. Modi govt is full of simpletons who could not guess Xi after 18 one to one meets.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) November 22, 2021
वहीं आख़िर में एक राज की बात करें तो सुब्रमण्यम स्वामी (Subramanian Swamy) की अपनी एक खासियत है। वह जिसके पीछे पड़ जाते हैं उसे तबाह करके ही छोड़ते हैं। अतीत के पन्नों को पलटेंगे तो हम पाएंगे कि साल 1998 में अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) की सरकार गिरी तो इसके पीछे स्वामी ही थे।
इसके अलावा तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता (J. Jayalalithaa) को आय से अधिक सम्पति के मामले में जेल भी उनके ही कारण हुई और तो और अब वह सोनिया गाँधी (Sonia Gandhi) और राहुल गाँधी (Rahul Gandhi) के पीछे हाथ धो कर पड़े हुए हैं। ऐसे में अब बीजेपी सरकार को यह देखना होगा कि स्वामी उनके लिए फ़ायदे का सौदा हैं या कहीं पार्टी के लिए भारी तो आगामी दिनों में नहीं पड़ जाएंगे?
वैसे यह तो समय बताएगा, लेकिन स्वामी की वर्तमान स्थिति तो यही बता रही कि वे लगातार मोदी सरकार को लपेटे में ले रहे, भले ही इसका कारण कुछ भी हो।