पहले डरी फिर आधे घंटे तक रोती रही रूपा गांगुली, चीरहरण का सीन शूट करने में हालत हो गयी ख़राब
रामायण और महाभारत भारतीय टेलीविजन इतिहास के ये दो सबसे यादगार और लोकप्रिय धारावाहिक है. हिंदू धर्म से संबंधित इन दोनों धारावाहिकों को ख़ास पहचान मिली है. जहां ‘रामायण’ का निर्देशन रामानंद सागर ने किया था तो वहीं बी आर चोपड़ा ने ‘महाभारत’ बनाई थी. ‘रामायण’ और ‘महाभारत’ दोनों में ही काम करने वाले कलाकारों को ख़ास पहचान मिली है.
आज हम आपसे ‘महाभारत’ में द्रौपदी का किरदार निभाने वाली अभिनेत्री रूपा गांगुली के बारे में बात करने जा रहे हैं जो कि आज (25 नवंबर) 55 साल की हो गई हैं.
रुपा गांगुली का जन्म 25 नवंबर 1966 को पश्चिम बंगाल के कल्याणी में हुआ था. उन्हें ‘महाभारत’ से घर-घर में ख़ास पहचान मिली थी. द्रौपदी का किरदार महाभारत में निभाए गए प्रमुख किरदारों में से एक हैं. रूपा गांगुली ने अपने बेहतरीन काम से इस किरदार में जान डाल दी थी और आगे जाकर यही किरदार उनकी पहचान बन गया. आज भी उन्हें फैंस ‘द्रौपदी’ के किरदार के लिए ही जानते हैं.
रुपा गांगुली को लेकर कहा जाता है कि वे अभिनय में करियर नहीं बनाना चाहती थी हालांकि ‘द्रौपदी’ का किरदार उन्होंने अमर कर दिया था. हालांकि यह किरदार उनके लिए आसान नहीं था. ख़ासकर द्रौपदी का चीरहरण का सीन उनके लिए काफी मुश्किल साबित हुआ था.
चीरहरण के सीन के दौरान रुपा रो पड़ी थी. तो आइए आज अभिनेत्री के जन्मदिन पर जानते हैं कि आखिर कैसे द्रौपदी के चीरहरण का सीन शूट हुआ था और इस दौरान रुपाली की आंखों में आंसू क्यों आ गए थे.
रूपा को द्रौपदी के किरदार में काफी पसंद किया जा रहा था. वहीं जब उन्हें यह बताया गया कि अब द्रौपदी के चीरहरण का सीन शूट किया जाएगा तो वे डर गई थीं. दरअसल, उनसे बीआर चोपड़ा ने यह कहा था कि अगर किसी महिला को भरी सभा में उसके बाल खींचकर लाया जाए और उसके कपड़े उतारे जाएं तो उस पर क्या बीतेगी. रूपा चोपड़ा की यह बात सुनकर डर गई और इस सीन के बारे में सोचकर उनका बुरा हाल हो गया था.
सीन पूरा करने के बाद रोने लगी थीं रूपा…
बताया जाता है कि रूपा गांगुली ने पहले ही टेक में पूरा सीन किया था. निर्देशक को एक भी रिटेक लेने की जरुरत नहीं पड़ी थी. हालांकि सीन पूरा करने के बाद रूपा का हाल बहुत बुरा हो गया था. वे इसके बाद करीब आधा घंटे तक रोती रही थीं. क्योंकि यह सीन उनके लिए बिल्कुल भी आसान नहीं था. हालांकि उन्हें सभी ने समझाया तब जाकर वे चुप हुई.
दो सौ पचास मीटर की साड़ी…
‘महाभारत’ को ऐतिहासिक और यादगार बनाने के लिए हर चीज पर बारीकी से काम किया गया था. चीरहरण के दौरान रूपा ने जो साड़ी पहनी थी उसकी लंबाई दो सौ पचास मीटर थी. ऐसा इसलिए जिससे कि एक ही टेक में पूरा सीन फिल्माया जा सके. क्योंकि इस दौरान रूपा को लगातार गोल घूमना पड़ा था.
पहले जूही चावला को ऑफर हुआ था द्रौपदी का रोल…
बता दें कि रूपा से पहले द्रौपदी का रोल मशहूर बॉलीवुड अभिनेत्री जूही चावला को ऑफर हुआ था. इसके लिए जूही ने हामी भर दी थी और बीआर चोपड़ा के साथ एग्रीमेंट भी साइन कर लिया था हालांकि तब ही साल 1988 में जूही की फिल्म ‘कयामत से कयामत तक’ रिलीज हो गई थी इसके बाद एक्ट्रेस ने यह रोल नहीं किया. फिर यह रोल रूपा को मिला और उन्होंने अपने बेहतरीन अभिनय से इस किरदार को जीवंत कर दिया.
बता दें कि महाभारत से पहले रूपा ने एक बंगाली सीरियल ‘मुक्तबंध’ से डेब्यू किया था. इसके बाद उन्होंने दूरदर्शन के टीवी सीरियल गणदेवता से हिन्दी करियर की शुरुआत की जो कि साल 1986 में आया था. इसके बाद रूपा की झोली में ‘महाभारत’ आया और वे घर-घर में लोकप्रिय हो गई.