यूपी के इस छोरे की वज़ह से टूटी सलीम खान और जावेद अख्तर की जोड़ी। जानिए पूरी कहानी…
सलीम-जावेद की जोड़ी ने इस एक्टर का संवारा करियर, फ़िर वही बना दोनों की लड़ाई का कारण
बिग बी यानी अमिताभ बच्चन के करियर की सुपरहिट फिल्मों में से एक है ‘शोले’। इस फिल्म के बाद से अमिताभ के करियर में चार चांद लग गए थे। वहीं फिल्म की स्क्रिप्ट सलीम खान और जावेद अख्तर ने मिलकर लिखी थी। कहते हैं कि अमिताभ बच्चन की जगह पहले फिल्ममेकर इस फिल्म में शत्रुघ्न सिन्हा को ले रहे थे। लेकिन उसी दौरान फिल्म डायरेक्टर रमेश सिप्पी से धर्मेंद्र ने सिफारिश कर अमिताभ बच्चन को ये रोल दिलवाया था।
ये फिल्म बनकर रिलीज हुई और बाद में इस फिल्म का एक-एक डायलॉग और कलाकार फेमस हो गया। लेकिन बॉलीवुड इंडस्ट्री में चर्चा इस बात की भी होती है कि अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) के कारण यह जोड़ी यानी सलीम खान और जावेद की जोड़ी अलग हो गई थी, जिसका दर्द गाहे-बगाहे उबर ही आता है। जी हां सलीम-जावेद की जोड़ी ने अमिताभ बच्चन के करियर में बहुत ही अहम किरदार निभाया।
इस जोड़ी ने ‘दीवार’, ‘जंजीर’ और ‘शोले’ जैसी फिल्मों के जरिए अमिताभ की ऐसी ‘एंग्री यंग मैन’ (Angry Young Man) की छवि दी, जो आज तक लोगों के दिलों में बसी है। लेकिन अमिताभ बच्चन के कारण ही सलीम-जावेद की जोड़ी टूट गई और इसके साथ ही सलीम खान और अमिताभ के रिश्ते में भी कड़वाहट घुल गई, जो कहीं न कहीं आज तक बनी हुई है। आइए ऐसे में जानते हैं पूरी कहानी…
जानिए क्या है सलीम और अमिताभ बच्चन के बीच कड़वाहट की वज़ह?…
बता दें कि साल 1971 में राजेश खन्ना द्वारा ऑफर की गई फिल्म ‘हाथी मेरे साथी’ से हिंदी सिनेमा को सलीम-जावेद की हिट जोड़ी मिली थी, लेकिन ‘मिस्टर इंडिया’ के बाद यह हिट जोड़ी टूट गई और इसके साथ ही अमिताभ व सलीम खान के रिश्ते में भी कड़वाहट घुल गई। आखिर ऐसा क्या हुआ था कि उसी अमिताभ के कारण सलीम-जावेद की जोड़ी टूट गई, जिसने उनका करियर संवारा था? तो ऐसे में बता दें कि हुआ कुछ यूं कि सलीम-जावेद की जोड़ी शेखर कपूर की फिल्म ‘मिस्टर इंडिया’ पर काम कर रही थी।
फिल्म की कहानी एक ऐसे नायक की थी जो आधी फिल्म में पर्दे से गायब है। सिर्फ उसकी आवाज ही पहचान है। उस दौर में यह भारतीय सिनेमा के लिए एक नया आइडिया था, लेकिन शेखर कपूर और सलीम-जावेद यह रिस्क लेने के लिए तैयार थे।
फ़िर अचानक अमिताभ के इनकार से बिगाड़ गया पूरा खेल…
वहीं सलीम-जावेद ने फिल्म की कहानी पर तो काम करना शुरू कर दिया था, पर उन्हें एक ऐसी दमदार आवाज की तलाश थी, जिसे सुनकर दर्शक बंधे रहें। सलीम खान और जावेद अख्तर चाहते थे कि ‘मिस्टर इंडिया’ में अमिताभ बच्चन यह रोल करें। उनके मुताबिक, अमिताभ ही एक ऐसे एक्टर हैं, जो स्क्रीन से गायब रहने के बावजूद अपनी आवाज के दम पर फिल्म में अपनी मौजूदगी का अहसास करवा सकते हैं।
इसी ख्वाहिश के साथ सलीम खान और जावेद अख्तर, अमिताभ के पास पहुंचे। उन्होंने अमिताभ से कहा कि फिल्म में वह ‘मिस्टर इंडिया’ का किरदार निभाएं। लेकिन अमिताभ ने इनकार कर दिया। इसका जिक्र जर्नलिस्ट अनीता पाध्ये (Anita Padhye) की किताब ‘यही रंग, यही रूप’ में भी किया गया है।
वहीं इसके बाद बताया जाता है कि सलीम-जावेद फिल्म की स्क्रिप्ट लेकर अमिताभ के पास पहुंचे। लेकिन अमिताभ ने कहानी तो दूर, फिल्म का आइडिया सुनकर ही इसे करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि फैन्स उन्हें पर्दे पर देखना चाहते हैं, सिर्फ सुनने के लिए थिएटर नहीं आएंगे। सलीम-जावेद ने अमिताभ बच्चन को समझाने की काफी कोशिश की।
उन्होंने अमिताभ से यहां तक कहा कि ‘मिस्टर इंडिया’ उनकी शख्सियत को नई ऊचाइंयों पर पहुंचा देगी और उनकी आवाज हर किसी के कानों में गूंजेगी। लेकिन अमिताभ ने एक नहीं सुनी और उन्होंने फिल्म से किनारा कर लिया।
जिसके बाद सलीम खान को अमिताभ का यही अंदाज रास नहीं आया और उन्हें यह बात चुभ गई। जिस सलीम खान ने अमिताभ के करियर को संवारने में इतना अहम रोल निभाया। बड़े-बड़े प्रड्यूसर्स और डायरेक्टर्स तक से उनके लिए बात की, आज उसी ने उनकी एक बात नहीं सुनी। ऐसे में सलीम खान को लगा जैसे अमिताभ ने उनका अपमान किया है।
तब सलीम खान और जावेद अख्तर ने तय किया कि अब वो साथ में अमिताभ के लिए एक भी फिल्म नहीं लिखेंगे और इस तरह जहां सलीम खान और अमिताभ के बीच यहीं से कड़वाहट घुल गई, वहीं इस फिल्म के बाद सलीम-जावेद ने साथ में काम नहीं किया। बाद में अनिल कपूर ‘मिस्टर इंडिया’ बने और छा गए।