महिला ने सरकार को नहीं दी ज़मीन, तो हाईवे के बीचों-बीच कैद हो गया उसका घर। देखिए तस्वीरें
देखिए एक अनोखे घर को, जो हाईवे के बीच है कैद और हाईवे से गुजरती हैं रोजाना सैकड़ों गाड़ियां...
अक़्सर आपने सुना होगा कि जब हाईवे या पुल वग़ैरह का निर्माण होता है। तो ऐसे में आम लोगों की ज़मीन या मकान सरकार अधिग्रहित कर लेती है और उसके एवज़ में मुआवजा दे दिया जाता है। लेकिन कई बार ऐसा भी होता है कि ज़मीन या मकान के मालिक अड़ जाते हैं। फ़िर सरकार को ही झुकना ही पड़ता है।
जी हां आज हम आपको जो कहानी बताने जा रहें। उस कहानी में कुछ ऐसा ही देखने को मिलता है। बता दें कि यह पूरी कहानी चीन की है। जहां के एक शहर Guangzhou में एक निर्माण के लिए जमीन देने से मना करने पर क्या होता है। आइए जानते हैं…
बता दें कि दरअसल, चीन में एक हाईवे बनाया जा रहा था। लेकिन एक छोटा सा घर उसके रास्ते में रोड़ा बन गया। सरकार ने उस जमीन को खरीदना चाहा, लेकिन घर की मालकिन ने बेचने से मना कर दिया और लंबे समय तक अपने फैसले पर अड़ी रही। इसके बाद हाईवे बना दिया गया और महिला का घर ट्रैफिक से घिर गया।
वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, महिला का नाम Liang है। वह 10 साल तक चीनी सरकार के खिलाफ खड़ी रहीं। सरकार उनका घर खरीद कर तोड़ना चाहती थी ताकि हाईवे का निर्माण कर सके। लेकिन जब महिला राजी नहीं हुई तो डेवलपर्स ने उसके छोटे से घर के चारों ओर एक मोटरवे पुल बना दिया। अब इस घर को Nail House के नाम से जाना जाता है क्योंकि महिला ने उसे तोड़ने के लिए सरकार से मुआवजा लेने से इनकार कर दिया था।
2020 में खोला गया था यह हाईवे…
वहीं इस Haizhuyong Bridge नाम के हाईवे को साल 2020 में यातायात के लिए चालू किया गया था। अब इस छोटे से घर में रहने वाली Liang अपनी खिड़की से सिर्फ हजारों गाड़ियों को गुजरते देख पाती हैं। Guangdong TV स्टेशन के मुताबिक, यह एक मंजिला घर 40 स्क्वायर मीटर (430 स्क्वायर फुट) का फ्लैट है, जो फोर-लेन ट्रैफिक लिंक के बीच एक गड्ढे में स्थित है, जिसके कारण घर की कीमत भी गिरी है!
इसके अलावा ‘मेलऑनलाइन’ की एक रिपोर्ट्स के मुताबिक, महिला ने इसलिए जगह नहीं छोड़ी क्योंकि सरकार उन्हें एक आइडियल जगह पर प्रॉपटी नहीं दे पा रही थी। उन्होंने कहा कि, “मैं हालात का मुकाबला करने में ज्यादा खुश हूं, बजाय ये सोचने के कि लोग मेरे बारे में क्या सोचेंगे?” उन्होंने समझाया कि, “आप समझते हैं कि यह माहौल खराब है, लेकिन मुझे लगता है कि यह शांत, स्वतंत्र, सुखद और आरामदायक है। खैर, शायद पुल बनने से पहले भी ऐसा ही था।”
वहीं आख़िर में बता दें कि सरकारी अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने साल 2010 में Haizhuyong Bridge के निर्माण के लिए इस प्लॉट को हटाने का फैसला किया था। लेकिन उस फ्लैट के साथ ब्रिज के निर्माण में एक दशक लग गया। अधिकारियों के अनुसार, घर की मालकिन Liang को मुआवजे के तौर पर कई फ्लैट के साथ-साथ नगदी भी ऑफर की गई थी। लेकिन उन्होंने इस ऑफर से इनकार कर दिया।