चीन ने माना, मोदी की अमेरिका यात्रा से भारत को हुआ काफी फायदा!
बीजिंग: अभी पीएम मोदी अमेरिका की अपनी विदेश यात्रा से लौटे ही थे कि चीन ने इसे लेकर कुछ कह दिया। अमेरिका में सत्ता परिवर्तन के बाद यह पीएम मोदी की पहली अमेरिका यात्रा थी। वह पहली बार वहां के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से मिले। डोनाल्ड ट्रम्प और पीएम मोदी की पहली मुलाकात में ही अच्छी दोस्ती हो गयी। दोनों ने आतंकवाद के खिलाफ मिलकर कदम उठाने की भी बात कही। america visit of pm modi.
दोनों देशों के रिश्तों में हुए हैं काफी सुधार:
अब यह बात चीन को कैसे हजम हो जाती। चीन तो हमेशा से यही चाहता है कि भारत का कोई भी देश मित्र ना बने। इससे उसी को फायदा होगा। हालांकि पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा पर चीन की सरकारी मीडिया ने कहा है कि पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रम्प की बैठक के बाद दोनों देशों के रिश्तों में सुधार हुए हैं और इससे काफी सकारात्मक नतीजे भी आये हैं।
ट्रम्प ने कहा था वह हैं भारत के सच्चे दोस्त:
पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा को लेकर चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने एक लेख लिखा है। उसमें उन्होंने कहा है कि जनवरी में अमेरिकी राष्ट्रपति का पद संभालने के बाद डोनाल्ड ट्रम्प की किसी देश के राष्ट्र प्रमुख के साथ पहली वर्किंग डिनर पार्टी थी। लेख में कहा गया है कि ट्रम्प, जिन्होंने कहा कि वह भारत के सच्चे दोस्त हैं।
ट्रम्प ने पेरिस जलवायु समझौते से खींच लिया था अपना हाथ:
ट्रम्प ने ओबामा के शासन काल में बने संबंधों को और मजबूत किया है। इससे पहले भारत के साथ जॉर्ज डब्ल्यू बुश और बिल क्लिंटन ने भारत के साथ अपने रिश्ते मजबूत किये थे। लेख में यह भी कहा गया है कि इस दौरे की विशेष बात यह भी है कि कुछ दिन पहले ही पेरिस जलवायु समझौते से अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने अपने हाथ खींच लिए थे।
ट्रम्प ने दी पाकिस्तान को चेतवानी:
ट्रम्प ने भारत पर समझौते के कार्यान्वयन के बदले पैसे लेने का भी आरोप लगाया था। इसके बाद भारत और अमेरिका के बीच विवाद हो गया था। लेख में यह भी कहा गया है कि दोनों नेताओं ने आतंकवाद के खिलाफ मजबूत सहयोग सुनिश्चित करने का प्रण लिया है। ट्रम्प ने साथ ही पाकिस्तान को चेतावनी दी की वह 26/11 और पठानकोट हमले के दोषियों को जल्द से जल्द सजा दे।