शनिवार के दिन पीपल से जुड़े कर लें ये उपाय, आपके जीवन से दूर होंगे सभी कष्ट और परेशानी
शनि की साढ़े साती से चाहते है मुक्ति तो करें पीपल के पेड़ की पूजा, जानें सही नियम और विधि
हिन्दू शास्त्रों की माने तो शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित होता है. शनिदेव को न्याय का देव कहा जाता है. वह व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार फल देते हैं. यदि शनि देव किसी से प्रसन्न हों तो उस व्यक्ति के जीवन में किसी तरह की परेशानी नहीं रहती.
वहीं अगर शनिदेव किसी व्यक्ति से नाराज़ हो जाए तो उस व्यक्ति का जीवन कष्टों से और परेशानी से भर जाता है. उसे शारीरिक, आर्थिक और मानसिक, तीनों तरह की परेशानी का सामना करना पड़ता है. मगर ऐसे में कोई व्यक्ति कष्ट के समय में पीपल के वृक्ष की पूजा करे तो उसके जीवन से शनि से जुड़ी पीड़ा समाप्त हो जाती है.
ब्रह्म पुराण के मुताबिक शनिदेव ने खुद कहा था कि शनिवार के दिन जो भी व्यक्ति पीपल की पूजा करेगा, पीपल को स्पर्श करेगा. उस इंसान के सभी मनोरथ सिद्ध हो जाएंगे. उस व्यक्ति को कभी शनि से जुड़े कष्ट नहीं होंगे. ऐसे लोगों के घर में लक्ष्मी माता का वास् होगा.
ध्यान से पढ़े ये सभी उपाय
सबसे पहला नियम यह है कि हर शनिवार को पीपल के पेड़ की जड़ को स्पर्श कर उसे प्रणाम करें और हर शाम सरसों के तेल का दीपक जलाएं और 5 या 9 बार पीपल के वृक्ष की परिक्रमा करें. इस तरह पीपल की पूजा करने से शनि से जुड़े कष्ट दूर होते है.
गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है कि वृक्षों में मैं पीपल हूं. शनिदेव भी श्रीकृष्ण भगवान को अपना इष्टदेव मानते हैं. ऐसे में वह पीपल की पूजा से अत्यंत प्रसन्न होते हैं. अगर आपको कहीं नौकरी में परेशानी आ रही हो तो आप हर शनिवार को दूध में गुड़ और पानी मिलाकर पीपल में अर्पित करे. अगर आपके पास समय हो तो आप इसे रोजाना करे. ऐसा करने से व्यक्ति तेजी से सफलता की ओर बढ़ता है.
इन उपायों के अलावा शनिवार को पीपल का एक पत्ता उठाकर अपने घर लाएं. इसके बाद उस पर इत्र लगाएं और इस पत्ते को अपने पर्स में रख लें. हर महीने इस पत्ते को बदलते रहे. इस तरह उपाय करने से धन की कभी कोई कमी नहीं रहती है.
इन सब के साथ में अगर आप अपने मन की किसी विशेष मनोकामना की पूर्ति चाहते हैं तो किसी पुराने पीपल के पेड़ के पास जाएं. इस दौरान अपने साथ लाल पेन, थोड़ा लाल कपड़ा और कलावा लेकर जाएं. इसके साथ ही साथ में आटे से बना घी का दीपक भी अवश्य लेकर जाए. पीपल के पेड़ के नीचे घी का दीपक जलाएं और सामने खड़े होकर हनुमान चालीसा का पाठ करें.
इसके बाद पीपल का पत्ता बिना तोड़े उस पर अपनी कामना लिख दें. इसके बाद पेड़ की डाली पर सात बार कलावा लपेटे. उस कलावे को अपनी कलाई पर भी लपेटे. फिर पेड़ के पास जमीं से थोड़ी मिटटी लें और उसे लाल कपडे में बांध लें. इसके बाद उस लाल कपड़े में बंधी मिट्टी को लाकर उस स्थान पर रख दें, जहां आप धन रखते हैं. इससे आपके घर में काफी समृद्धि आती है और हर मनोकामना पूरी हो जाती है.