आज यानी शुक्रवार को गुरु नानक जयंती (Guru Nanak Jayanti) के पवन मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने राष्ट्र के नाम संबोधन किया और तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान (Three Farm Laws Repealed Announcement) किया। जी हां पीएम मोदी ने कहा कि हम अपनी बात किसानों को नहीं समझा पाएं। इसलिए कृषि कानूनों को वापस लेते है, लेकिन इसपर अब भारतीय किसान यूनियन (BKU) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने अपना रिएक्शन दिया है।
जो उनकी नीयत पर ही सवाल खड़े करता है। जी हां जब देश का प्रधानमंत्री किसी बात का ऐलान करता है तो कहीं न कहीं वो बहुत सोच-समझकर निर्णय लेता है, लेकिन राकेश टिकैत ने अब जहां अपनी नई मांगें रख दी है वहीं पीएम मोदी की बात तत्काल मनाने से इंकार कर दिया है। आइए जानते हैं इसी से जुड़ी पूरी कहानी…
बता दें कि पीएम मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में तीन कृषि कानून बिल वापस लेने की घोषणा कर दी है, इसके बाद भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि पीएम ने तीनों कानून को वापस लेने की घोषणा की है, लेकिन न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कमेटी बनाने तथा बिजली अमेंडमेंट समेत अन्य मुद्दों पर अभी बात होनी बाकी है।
आंदोलन तत्काल वापस नहीं होगा, हम उस दिन का इंतजार करेंगे जब कृषि कानूनों को संसद में रद्द किया जाएगा ।
सरकार MSP के साथ-साथ किसानों के दूसरे मुद्दों पर भी बातचीत करें : @RakeshTikaitBKU#FarmersProtest
— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) November 19, 2021
इतना ही नहीं संयुक्त किसान मोर्चा के नेता राकेश टिकैत ने ट्वीट कर कहा कि अभी किसान आंदोलन जारी रहेगा। गौरतलब हो कि राकेश टिकैत का कहना है कि जब तक तीन कृषि कानून संसद में रद्द नहीं हो जाते हैं तब तक आंदोलन जारी रहेगा। देखिए राकेश टिकैत का ट्वीट…
टिकैत ने सरकार के सामने रखी नई शर्तें…
वहीं मालूम हो कि सिर्फ़ राकेश टिकैत ने पीएम मोदी की बात को दरकिनार नहीं किया है, बल्कि उन्होंने अब साफ किया है कि सरकार किसानों के दूसरे मुद्दों पर भी बात करे। उन्होंने कहा कि, ”आंदोलन तत्काल वापस नहीं होगा, हम उस दिन का इंतजार करेंगे जब कृषि कानूनों को संसद में रद्द किया जाएगा और सरकार एमएसपी (MSP) के साथ-साथ किसानों के दूसरे मुद्दों पर भी बातचीत करें।”
ऐसे में अब क्या होगी आगे की रणनीति…
गौरतलब हो कि राकेश टिकैत ने एक वेबसाइट से बात करते हुए कहा कि फिलहाल संयुक्त मोर्चा प्रधानमंत्री की घोषणा करने को लेकर बातचीत कर रहा है, आगे की रणनीति पर हम जल्द फैसला लेंगे, हमें क्या करना है, और किस दिशा में बढना है। इस पर भी जल्द ही मीटिंग के बाद ऐलान किया जाएगा।
देश से माफ़ी मांगते हुए पीएम मोदी ने वापस लिए कृषि कानून…
वहीं आख़िर में बता दें कि पीएम मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि, “मैं देशवासियों से क्षमा मांगते हुए, सच्चे मन से कहना चाहता हूं कि हमारे प्रयास में कमी रही होगी, कि हम उन्हें समझा नहीं पाएं। आज गुरु नानक जी का पवित्र प्रकाश पर्व है, आज मैं आपको ये बताने आया हूं कि हमने 3 कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला लिया है, इस महीने के अंत में शुरु होने जा रहे संसद सत्र में तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की प्रक्रिया शुरु कर देंगे। मेरी किसानों से अपील है कि वे अपने घर लौटें, खेतों में लौटें और हम एक नई शुरुआत करें।