मैं देश नहीं झुकने दूंगा .. अमेरिका को सन्देश 10000 करोड़ का कारोवार देश से बढ़ कर नहीं
अमेरिका को भारत ने दिखाई औकात, रुस से खरीद लाए ब्रह्मास्त्र एस 400, चीन-पाक की भी खैर नहीं
आखिरकार भारत ने एक बार फिर से दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका को अपनी ताकत दिखा दी है. पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत ने रूस से आधुनिक ब्रह्मास्त्र एस 400 की आपूर्ति कर ली है. भारत ने रूस से संबंधों को और मधुर बनाने में अमेरिका की धमकियों की भी कोई परवाह नहीं की.
बता दें कि, रूस से मिल रही आधुनिक ब्रह्मास्त्र एस 400 मिसाइल हवाई हमलों को ध्वस्त करने में बहुत कारगर साबित होगी. इससे भारत की सैन्य शक्ति को मजबूती मिलेगी. जिससे कि भारत अपने चिर प्रतिद्वंदियों पाकिस्तान और चीन को करारा जवाब देगा और कड़ा प्रहार करेगा.
आपको जानकारी के लिए बता दें कि, अमेरिका में जब डोनाल्ड ट्रम्प की सरकार थी तब साल 2018 में भारत ने एस-400 वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली की पांच इकाइयां खरीदने के लिए रूस के साथ पांच अरब डालर का बड़ा समझौता किया था. तब ट्रम्प ने भारत को चेताते हुए कहा था कि, इस तरह के सौदे पर अमेरिका पाबंदियां लगा सकता है. हालांकि अब जो बाइडन की सरकार ने इस मामले पर कुछ नहीं कहा है. लेकिन अमेरिका ने अब इस मामले पर चिंता व्यक्त की है.
रूस द्वारा अब भारत को एस-400 वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली की आपूर्ति की जा रही है तो ख़बरें मिल रही है कि अमेरिका इससे चिंतित है. पेंटागन के प्रवक्ता जान किर्बी ने प्रेस ब्रीफिंग में एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि, ‘हम इस प्रणाली को लेकर अपनी चिंता अपने भारतीय साझीदारों से बहुत स्पष्ट तरीके से जता चुके हैं.’
भारत दौरे पर अमेरिका की उप-विदेश मंत्री ने दिया था बड़ा बयान…
बता दें कि, इससे पहले एस-400 मिसाइल प्रणाली के उपयोग को लेकर अक्टूबर माह में भारत दौर पर आई अमेरिका की उप-विदेश मंत्री वेंडी शेरमन ने कहा था कि, ‘कोई भी देश एस-400 मिसाइल प्रणाली के उपयोग का फैसला करता है तो यह खतरनाक है और किसी के सुरक्षा हित में नहीं है.’ हालांकि अब भारत ने बिना किसी की परवाह किए अपनी ताकत को एक बार फिर दुनिया के सामने दिखाया है और बताया है कि यह आज का, नए दौर का भारत है.
एक ओर जहां मोदी सरकार ने बिना अमेरिका के किसी प्रतिबंध की परवाह के रुस से बड़ा सौदा किया तो वहीं पानीपत के निर्यातकों को भी इसकी कोई परवाह नहीं है. उन्होंने भी देश हित में कार्य और बात करते हुए कहा कि, हम भी देश नहीं झुकने देंगे. देश से बढ़कर नहीं है कारोबार.
क्या है इन मिसाइलों की ख़ासियत…
ये मिसाइलें खुद के भीतर कई खासियतों को समेटे हुए हैं. रुस से खरीदी गई ये मिसाइलें 600 किलोमीटर दूर विमान या दुश्मन की मिसाइल को खत्म करने में सक्षम है. वहीं ये 30 से ज्यादा विमानों को एक साथ ध्वस्त कर सकती है. इससे भारत पाकिस्तान और चीन को और भी मुंहतोड़ जवाव दे सकेगा.
निर्यातक रमन छाबड़ा ने बताया कि, पानीपत से साठ फीसद तक कारोबार अमेरिका से होता है. कहा जा सकता है कि करीब दस हजार करोड़ रूपये तक का कारोबार अमेरिका से होता होगा. जबकि निर्यातक विनीत शर्मा ने बयान दिया कि, अमेरिका से कारोबार काफी होता है. कभी भी कारोबार और व्यापार आदि के लिए रास्ते बंद नहीं हो सकते हैं.