पीएम मोदी और ट्रम्प आतंकवाद और पाकिस्तान पर जो कहा , वो पाकिस्तान को हमेशा याद रहेगा !
वाशिंगटन: भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी 2 दिवसीय यात्रा पर अमेरिका गए हैं। वहां उन्होंने दुनिया के सबसे पहले लोकतंत्र के मुखिया से पहली बार मुलाकात की। जी हां अमेरिका में सत्ता परिवर्तन के बाद राष्ट्रपति के रूप में डोनाल्ड ट्रम्प को चुना गया। पीएम मोदी की राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से यह पहली मुलाकात थी। इसपर कई लोगों ने यह भी कहा कि यह दुनिया के पहले लोकतंत्र और दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के मुखिया की मुलाकात है।
ट्रम्प ने कहा था हिन्दू धर्म है उन्हें पसंद:
प्रधानमंत्री मोदी के इस दौरे का मकसद दोनों देशों के बीच की दोस्ती को और मजबूत करना था। जब ओबामा अमेरिका के राष्ट्रपति थे, तब भारत के अमेरिका के साथ सम्बन्ध अच्छे थे। ओबामा और पीएम मोदी की दोस्ती की मिशाल दी जाती थी। हालांकि ट्रम्प चुनाव जीतने से पहले खूब भारतीयों के पक्ष में बोल रहे थे। उन्होंने यहां तक भी कहा था कि उन्हें हिन्दू धर्म बहुत पसंद हैं।
राष्ट्रपति बनते ही करने लगे भारतीयों को नजरअंदाज:
ट्रम्प अमेरिका में रहने वाले भारतीयों के लिए भी कुछ बेहतर करने की बात करते थे। लेकिन जब वह सत्ता में आ गए तो भारतीयों को नजरअंदाज करने लगे। ट्रम्प के राष्ट्रपति बनते ही भारतीयों पर कई हमले किये गए। एक भारतीय इंजिनियर की तो हमले में जान भी चली गयी। इसके बाद भारत और अमेरिका में थोड़ी दूरी बन गयी थी।
इस्लामिक आतंकवाद को जड़ से खत्म करने का लिया निर्णय:
पीएम मोदी की यह यात्रा दोस्ती को नए सिरे से शुरू करने की एक पहल है। भारत और अमेरिका ने एक संयुक्त वक्तव्य जारी कर आतंकवाद को आश्रय देने वालों के लिए सख्त संकेत देते हुए कट्टर इस्लामी आतंकवाद को जड़ से नष्ट करने का निर्णय लिया है। इस वक्तव्य में अमेरिका और भारत ने पाकिस्तान को पठानकोट हमले और 26/11 हमले के साजिशकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा चलाने का निर्देश दिया।
भारत और अमेरिका दोनों हैं आतंकवाद से प्रभावित:
भारतीय प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने पाकिस्तान को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि अन्य देशों पर आतंकवादी हमले करने के लिए उसके क्षेत्र का प्रयोग नहीं किया जाए। डोनाल्ड ट्रम्प ने यह कहा कि भारत और अमेरिका दोनों आतंकवाद से बुरी तरह परेशान हैं। इसलिए हम कट्टर इस्लामिक आतंकवाद को जड़ से मिटाने का संकल्प लेते हैं। मोदी की इस यात्रा से दोनों देशों के बीच एक नई दोस्ती की शुरुआत हुई है।