भारत की अजीबोंगरीब शादियां: कहीं कुत्ते से होती है दुल्हन की शादी, कहीं दूल्हे को दी जाती है गालियां
अजब-गजब शादियां: कहीं मां नहीं देखती बच्चों की शादी, कहीं दूल्हा-दुल्हन एक साल तक रहते कमरे में बंद
देवउठनी एकादशी के साथ हमारे देश में एक बार फिर से शादियों के सीजन की शुरुआत हो गई है. अब यह सिलसिला लंबा चलने वाला है. शादी हर किसी के जीवन में एक ख़ास स्थान रखती है. हमारे देश में शादी के दौरान अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग तरह के रिवाज है. हालांकि आज हम आपको कुछ ऐसी शादियों के बारे में बता रहे हैं जहां अजीबोगरीब रीति-रिवाज अपनाए जाते हैं और आपने शायद ही पहले कभी इन रस्मों के बारे में सुना हो.
दूल्हे का स्वागत होता है टमाटर से, दी जाती है गालियां…
आम तौर पर बारात या दूल्हे का स्वागत दुल्हन पक्ष के लोग फूलों से या पटाखे फोड़कर करते हैं लेकिन दूल्हे का स्वागत टमाटर से करने का रिवाज भी है. इस तरह की शादी उत्तर प्रदेश के सरसौल के कुछ आदिवासी इलाकों में होती है. वहीं दूल्हे को गाली देने का भी रिवाज है. इसके पीछे तर्क दूल्हे की धैर्यता का इम्तेहान लेना होता है
शादी से ठीक पहले संन्यास की जिद करता है दूल्हा…
शादी से पहले दूल्हा संन्यास लेने की जिद पर अड़ जाता है. यह परंपरा तमिल ब्राह्मणों की शादी में निभाई जाती है. दूल्हे द्वारा ऐसा करने पर दुल्हन का पिता उसे समझाता है और फिर उसे शादी एवं गृहस्थ जीवन के बारे में जानकारी देता है. इसके बाद दूल्हा शादी के लिए राजी होता है.
दुल्हन द्वारा आशीर्वाद लेने का अनोखा तरीका, सिर पर रखती है बर्तन…
आम तौर पर देखने में आता है कि ब्याहकर आई दुल्हन अपने ससुराल में सभी बड़े-बुज़ुर्गों के पैर छूती है. हालांकि बिहार के कुछ क्षेत्रों में दुल्हन आशीर्वाद तो लेती है लेकिन उसे सिर पर बर्तन रखना होता है.
दूल्हा-दुल्हन की मांएं नहीं देखतीं शादी…
बच्चों की शादी मां के लिए बेहद खुशी का पल होता है लेकिन पारंपरिक बंगाली शादियों में दुल्हन और दूल्हे की मां को शादी देखने की मनाही होती है.
दुल्हन को पहले कुत्ते या पेड़ से करनी पड़ती है शादी…
दूल्हे से शादी करने से पहले दुल्हन को कुत्ते या पेड़ से शादी करनी पड़ती है. यह अजीब परंपरा हमारे देश के कई हिस्सों में प्रचलित है. ऐसा प्रायः मांगलिक लड़की के साथ होता है.
शादी के बाद पति-पत्नी 1 साल के लिए कमरे में बंद, किसी से नहीं करते बात…
हमारे देश में कुछ आदिवासी समुदाय में शादी के बाद पति-पत्नी एक साल तक अकेले रहते हैं. इस दौरान उनके किसी से मिलने और बात करने पर भी पाबंदती रहती है. एक साल के बाद वरिष्ठ लोग उनकी शादी को स्वीकार कर उसे मान्यता देते हैं.
खींचे जाते है दूल्हे के नाक और कान…
हमारे देश में महाराष्ट्र में कुछ ऐसी शादियां भी होती है जहां पर दूल्हे के कान और नाक खींचे जाते हैं. जबकि गुजराती शादियों में दुल्हन की मां दूल्हे की नाक खींचती है. हालांकि यह परंपरा एक मजाक के रुप में निभाई जाती है जिससे कि दूल्हे को भी कोई समस्या नहीं होती है.