पद्मश्री वापस करने के लिए कंगना ने रखी शर्त, पूछा- महात्मा गाँधी ने भगत सिंह को क्यों मरने दिया
अक्सर अपने बयानों से सुर्ख़ियों का हिस्सा बनने वाली हिंदी सिनेमा की लोकप्रिय अदाकारा कंगना रनौत एक बार फिर से बड़े विवाद में फंस गई है. दरअसल, हाल ही में हिंदी फिल्म अदाकारा ने भारत को साल 1947 में अंग्रेजी हुकूमत से मिली आजादी को ‘भीख’ करार दिया था. उन्होंने कहा था कि, भारत को यह आजादी भीख में मिली थी जबकि भारत को असली आजादी साल 2014 में मिली थी.
कंगना रनौत के बयान पर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है. विपक्षी दलों के नेता कंगना पर जमकर हमलावार हो रहे हैं. वहीं आम लोग भी कंगना को निशाने पर लें रहे हैं. इतना ही नहीं अब कंगना के विरोध के साथ ही उन्हें हाल ही में मिले पद्म श्री सम्मान पर भी लोगों ने बखेड़ा खड़ा कर दिया है.
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले ही भारत सरकार ने दिल्ली में आयोजित समारोह में कंगना रनौत को सिनमा के क्षेत्र में दिए गए अपने बेहतरीन योगदान के लिए देश के चौथे सबसे ऊंचे सम्मान पद्मश्री से सम्मानित किया था हालांकि अब कंगना के आजादी को भीख बताने वाले बयान पर लोगों ने आक्रोश जताते हुए उनसे पद्मश्री वापस लेने की मंग कर दी है.
पद्मश्री वापस लेने की मांग के बीच खुद कंगना रनौत ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कह दिया है कि वे पद्म श्री वास कर देंगी हालांकि अदाकारा ने एक शर्त रख दी है और उनका विरोध कर रहे लोगों से एक बड़ा सवाल पूछ लिया है. कंगना ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर उनका विरोध कर रहे लोगों से सवाल किए हैं.
एक्ट्रेस ने अपने इंस्टाग्राम स्टोरी में लिखा है कि, “इतिहास वही है जो आज स्पष्ट दिख रहा है. अंग्रेजों ने भारत को तब तक लूटा, जब तक उन्हें संतुष्टि नहीं हुई. चरम गरीबी, सूखा और शत्रुता के बाद भी वो भारत में रह रहे थे, वो भी तब जब उन पर दूसरे विश्व युद्ध का दबाव था.
उन्हें पता था कि वो वो सदियों के अत्याचार की कीमत चुकाए बिना यहाँ से नहीं जा सकते. इसीलिए, उन्हें भारतीयों के मदद की ज़रूरत थी. INA (आज़ाद हिन्द फ़ौज) का एक छोटा युद्ध भी हमें आज़ादी दिला देता. तब सुभाष चंद्र बोस भारत के प्रथम प्रधानमंत्री बनते.”
कंगना ने आगे लिखा कि, “आज शायद पहली बार है जब अंग्रेजी न बोलने, छोटे शहरो से आने या स्वदेशी वस्तुओं का प्रयोग करने के लिए कोई हमें शर्मिंदगी महसूस नहीं करा सकता. उस इंटरव्यू में मैंने सब स्पष्टता से रखा है. लेकिन जो चोर हैं, उनकी तो जलेगी. कोई बुझा नहीं सकता है.”
साथ ही एक्ट्रेस ने कहा कि, जब दक्षिणपंथ इसे लड़ तक लेने के लिए तैयार था, तब आज़ादी कॉन्ग्रेस के भीख के कटोरे में क्यों डाली गई? कोई मुझे ये बता दें. मुझे ये समझा दे. इन सवालों के जवाबा दे दे तो मैं ख़ुशी से अपना पद्मश्री वापस कर दूंगी.
वर्कफ़्रंट की बात करें तो कंगना इन दिनों निर्माता के रुप में अपनी पहली फिल्म ‘टीकू वेड्स शेरु’ पर काम कर रही है. जिसमें नवाजुद्दीन सिद्दीकी अहम रोल निभा रहे हैं. वहीं एक्ट्रेस की आने वाली फ़िल्में तेजस और धाकड़ है.