मोबाइल की बैटरी में हुआ विस्फोट, टुकड़े किशोर के लीवर में धंसे। जानिए यह दर्दनाक कहानी…
बच्चे के हाथ में बम की तरह फटा मोबाइल, जानलेवा बनी मोबाइल बैटरी...
स्कूली दिनों में लगभग हर किसी ने ‘विज्ञान: वरदान या अभिशाप’ विषय पर निबंध जरूर लिखा होगा। जी हां विज्ञान ने जहां हमारी जिंदगी को आसान बना दिया है। वहीं इससे हमें ख़तरे भी कम नहीं। अब मोबाइल-फोन को ही ले लीजिए। यह भी विज्ञान की एक खोज ही तो है। जिसकी बदौलत हम दूर-दराज के लोगों से सेकेंडों में संवाद स्थापित कर लेते हैं, लेकिन कहते हैं न कि हर सिक्के के दो पहलू होते हैं।
ऐसे में किसी भी चीज के फ़ायदे है तो उससे नुकसान भी होगा और इस बात से सभी भलीभांति परिचित भी होते हैं, लेकिन कई बार इन बातों से ध्यान हटता है तो दुर्घटना हो जाती है। ऐसा ही कुछ मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले में देखने को मिला। बता दें कि यहां मोबाइल की बैटरी फटने से एक 12 साल का लड़का जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहा है। आइए ऐसे में जाने पूरी कहानी…
बता दें कि मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में मोबाइल की बैटरी फटने से एक 12 साल का बच्चा जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है। बच्चे ने सड़क पर पड़ी मोबाइल की बैटरी उठाई थी, जिसे घर लाकर उसने उसे चलाने की कोशिश की। बच्चे ने एक पॉइंट से दूसरे पॉइंट पर जैसे ही तार जोड़ी, उसमें जोर का धमाका हो गया और धमाका इतना जोरदार था कि बैटरी का टुकड़ा बच्चे के लिवर में घुस गया। इसके साथ ही उसके फेफड़े, हाथ,पैर, मुंह, पेट और सीने में गंभीर चोटें आईं हैं।
गौरतलब हो कि पीड़ित बच्चे का नाम अफजल पुत्र हासिम खान है और वह जिले के कुर्राहा गांव का रहने वाला है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक वह अपनी मां के साथ मामा के घर गया था। शुक्रवार को उसे वहां सड़क पर मोबाइल की बैटरी मिली, जिसे वह घर ले आया और यह बड़ा हादसा हो गया।
वहीं फिलहाल अफजल जिला अस्पताल में भर्ती है और उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। डॉक्टरों का कहना है कि लिवर में बैटरी का टुकड़ा अंदर तक घुस चुका है, जिसके कारण काफी खून बह रहा है। इसके साथ ही फेफड़े में भी एक टुकड़ा घुसा है और अफजल को ऑपरेशन की जरूरत है।
इन मामलों में सतर्कता है बहुत जरूरी…
बता दें कि दरअसल मोबाइल की बैटरी कई बार जानलेवा साबित हो सकती है। कई लोग रातभर मोबाइल चार्ज पर लगा कर छोड़ देते हैं और कई लोग चार्जिंग पर लगाकर फोन इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में मोबाइल की हीट बढ़ जाती है और बैटरी के फटने का खतरा बढ़ जाता है। वहीं अधिकतर लोग अपने मोबाइल को दूसरे के चार्जर से भी चार्ज करने लगते हैं, यह भी बैटरी में ब्लास्ट का कारण बन सकता है।
गौरतलब हो कि थर्ड पार्टी चार्जर में मोबाइल के लिए पर्याप्त स्पेस नहीं होता है। ऐसे में ये फोन को चार्जिंग के दौरान गर्म कर देते हैं। इसके अलावा ये मोबाइल के इंटरनल कंपोनेंट्स को भी नुकसान पहुंचाते हैं। इससे फोन के फटने का खतरा बना रहता है।
बच्चों की पहुँच से मोबाइल दूर रखने में ही भलाई…
वहीं आख़िर में बता दें कि डॉक्टर्स का कहना है कि ऐसे मामलों में घर के बड़े सतर्क रहें, बच्चों को मोबाइल से दूर रखें। जरूरत हो तो ही दें, वह भी अपनी देखरेख में। मोबाइल चार्ज करते समय तो मोबाइल बिल्कुल भी नहीं चलाएं।