मां की हरकतों को देखकर एक्ट्रेस नहीं बनना चाहती थीं काजोल, करना चाहती थी 9 से 6 की नौकरी
काजोल की बॉलीवुड एंट्री पर पिता ने कहा- एक बार ये चूना लग जाता है तो..',
काजोल हिंदी सिनेमा के इतिहास की सबसे बेहतरीन अभिनेत्रियों में गिनी जाती हैं. काजोल ने अपनी दमदार अदाकारी के चलते एक बड़ा और ख़ास मुकाम पाया है. आज चाहे फिल्मों में काजोल ज्यादा एक्टिव नहीं है हालांकि आपको यह जानकर झटका लग सकता है कि काजोल अभिनेत्री नहीं बनना चाहती थीं बल्कि वे तो एक आम लड़की की तरह नौकरी करना चाहती थीं. फिर कैसे वे बॉलीवुड में आ गई. चलिए जानते हैं.
काजोल ने अपने फ़िल्मी करियर में कई शानदार फ़िल्में दी है. 90 के दशक की सबसे बेहतरीन अभिनेत्रियों में काजोल का नाम भी शुमार होता है. बता दें कि, काजोल अपने समय की दिग्गज़ अभिनेत्री तनुजा की बेटी हैं. वहीं उनकी छोटी बहन तनीषा मुखर्जी भी एक्ट्रेस हैं. जबकि काजोल के दिवंगत पिता शोमू मुखर्जी लेखक, निर्दशक और निर्माता थे.
फ़िल्मी घराने से ताल्लुक रखने के बावजूद काजोल का फिल्मों में आने का कोई मन नहीं था. बल्कि वे तो सिर्फ सुबह 9 बजे से
शाम 6 बजे तक की नौकरी करना चाहती थीं और इसका ख़ुलासा खुद काजोल ने अपने एक साक्षात्कार में किया था. यह सुनकर उनके फैंस हैरान रह गए थे.
काजोल ने अपने एक साक्षात्कार में बताया था कि, आज वो एक सक्सेसफुल एक्ट्रेस हैं, लेकिन वो फिल्मी लाइन में आकर काम बिलकुल नहीं करना चाहती थीं. अभिनेत्री ने आगे इसके पीछे की एक ख़ास वजह का भी खुलासा किया था. काजोल के मुताबिक, ‘मैंने हमेशा सोचा कि मुझे इस पर्दे पर कभी नहीं आना है.
क्योंकि मैंने हमेशा देखा कि मेरे खानदान के जो लोग थे मेरी मां, मेरे पिता, मेरे दादा जी, इन लोगों को बहुत मेहनत करनी पड़ती थी. इतना काम करते थे, इतना काम करते थे कि मुझे लगता था कि मुझे तो जिंदगी में इतना काम करना ही नहीं है.’
अभिनेत्री ने आगे कहा था कि, ‘मुझे कुछ बनना है तो मैं जरूर कुछ बनूंगी लेकिन इतना काम करके नहीं बनूंगी. मैं आसान राह चाहती थी, डेली मंथली पे चेक चाहती थी. महीने के अंत में एक भारी रकम मिल जाए. 9 से 6 की नौकरी होनी करना चाहती थी. ये मेरी जिंदगी का प्लान था.’
काजोल ने आगे कहा था कि, ‘मेरी एक कजिन मयूरी को अपना फोटोशूट करवाना था. मैं उसको सपोर्ट करने के लिए गई थी. जब हम वहां पहुंचे तो उसका मेकअप हुआ और फोटो सेशन शुरू हो गया. वहीं, मिकी ने मुझसे कहा कि चल तेरा भी मेकअप कर देता हूं,
देखते हैं क्या होता है उसके बाद मैं कैमरे के सामने बैठ गई, फिर राहुल अंकल ने मेरी तस्वीरें देखीं और फिल्म के लिए अप्रोच किया. इस तरह से में फिल्मों में आ गई.’
इसी दौरान काजोल ने अपनी पहली फिल्म के बारे में बात करते हुए बताया था कि, ‘मेरी पहली फिल्म के मुहूर्त पर मेरे डैडी ने मुझसे कहा था कि एक बार जो ये चूना लग जाता है तो कभी निकलता नहीं. तो मैं कहती थी कि नहीं ऐसा कुछ भी नहीं है. मैं आपको प्रूव करके दिखाऊंगी.
शुरुआत में मुझे सब कुछ बोरिंग लगता था. इतने घंटे काम करना पड़ता था. मैं जब भी अपनी मां को काम करते देखती थी, मां कहती थी कि 12 साल मैंने अपने बच्चों को सिर्फ सोते और बढ़ते हुए देखा है. मेरी मां ऐसे काम करती थीं. मैंने तब सोचा था कि मैं जब बड़ी हो जाऊंगी तो ये तो बिलकुल नहीं बनूंगी.’
बता दें कि, काजोल ने साल 1992 में हिंदी सिनेमा में अपने कदम रखे थे. इस दौरान उनकी पहली फिल्म ‘बेखुदी’ रिलीज हुई थी. काजोल की जोड़ी बॉलीवुड में सबसे अधिक शाहरुख़ खान के साथ पसंद की गई है. दोनों कलाकारों ने साथ में कई बेहतरीन फ़िल्में दी है.
बता दें कि काजोल दो बच्चों की मां हैं. उन्होंने साल 1999 में दिग्गज़ अभिनेता अजय देवगन से पांच साल के अफ़ेयर के बाद शादी कर ली थी. कपल का एक बेटा है जिसका नाम युग देवगन है वहीं बेटी का नाम न्यासा देवगन हैं.