क़िस्मत बदलने वाला धाम है नीम बाबा का ‘कैंची धाम’, स्टीव जाब्स से लेकर जुकरबर्ग तक हैं बाबा के भक्त
बिगड़ी तक़दीर को बदलने की ताक़त रखता है कैंची धाम, जानिए इससे जुड़ी कहानी...
भारत भूमि एक पवित्र भूमि है। जहां पर श्रद्धा एवं भक्ति का अनुपम उदाहरण देखने को मिलता है। इतना ही नहीं यह तो हम सभी जानते हैं कि देश के कोने-कोने में ऐसे अनेक पवित्र स्थल हैं। जहां जाने मात्र से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं। ऐसा ही एक पावन तीर्थ देवभूमि उत्तराखंड की वादियों में है, जिसे लोग “कैंची धाम” के नाम से जानते हैं। बता दें कि “कैंची धाम” के नीब करौरी बाबा (नीम करौली) की ख्याति विश्वभर में है। बाबा के भक्तों का मानना है कि बाबा हनुमान जी के अवतार थे।
नैनीताल से लगभग 65 किलोमीटर दूर कैंची धाम को लेकर मान्यता यह भी है कि यहां आने वाला व्यक्ति कभी भी खाली हाथ वापस नहीं जाता। यहां पर मांगी गई हर मन्नत पूर्णतया फलदायी होती है। यही कारण है कि देश-विदेश से हज़ारों लोग यहां हनुमान जी का आशीर्वाद लेने आते हैं।
हर वर्ष 15 जून को बाबा के दरबार में लगता है महामेला…
बता दें कि अमूमन हनुमान जी के अवतार माने जाने वाले बाबा के इस पावन धाम पर पूरे साल श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है, लेकिन हर साल 15 जून को यहां पर एक विशाल मेले व भंडारे का आयोजन होता है। यहां इस दिन पावन धाम में स्थापना दिवस मनाया जाता है। बाबा नीब करौरी ने इस आश्रम की स्थापना 1964 में की थी। वहीं बाबा 1961 में पहली बार यहां आए और उन्होंने अपने पुराने मित्र पूर्णानंद जी के साथ मिल कर यहां आश्रम बनाने का विचार किया था।
अलौकिक शक्तियों के स्वामी थे बाबा नीब करौरी…
वहीं प्रचलित मान्यताओं की मानें तो बाबा नीब करौरी को हनुमान जी की उपासना से अनेक चामत्कारिक सिद्धियां प्राप्त थीं। लोग उन्हें हनुमान जी का अवतार भी मानते हैं। हालांकि वह आडंबरों से दूर रहते थे। न तो उनके माथे पर तिलक होता था और न ही गले में कंठी माला। एक आम आदमी की तरह जीवन जीने वाले बाबा अपना पैर किसी को नहीं छूने देते थे। यदि कोई छूने की कोशिश करता तो वह उसे श्री हनुमान जी के पैर छूने को कहते थे।
बाबा के सामने नतमस्तक हो चुके हैं कई विदेशी भक्त…
बता दें कि बाबा के भक्तों में एक आम आदमी से लेकर अरबपति-खरबपति तक शामिल हैं। बाबा के इस पावन धाम में होने वाले नित-नये चमत्कारों को सुनकर दुनिया के कोने-कोने से लोग यहां पर खिंचे चले आते हैं। बाबा के भक्त और जाने-माने लेखक रिचर्ड अल्बर्ट ने “मिरेकल आफ लव” नाम से बाबा पर पुस्तक लिखी है।
इस पुस्तक में बाबा नीब करौरी के चमत्कारों का विस्तार से वर्णन है। इनके अलावा हॉलीवुड अभिनेत्री जूलिया राबर्ट्स, एप्पल के फाउंडर स्टीव जाब्स और फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग जैसी बड़ी विदेशी हस्तियां भी बाबा के भक्त हैं।
इसके अलावा बता दें कि बाबा नीब करौरी के इस पावन धाम को लेकर तमाम तरह के चमत्कार जुड़े हैं। प्रचलित किवदंतियों की मानें तो, एक बार भंडारे के दौरान कैंची धाम में घी की कमी पड़ गई थी। बाबा जी के आदेश पर नीचे बहती नदी से कनस्तर में जल भरकर लाया गया। उसे प्रसाद बनाने हेतु जब उपयोग में लाया गया तो वह जल घी में बदल गया।
ऐसे ही एक बार बाबा नीब करौरी महाराज ने अपने भक्त को गर्मी की तपती धूप में बचाने के लिए उसे बादल की छतरी बनाकर दी और फिर वह अपनी मंजिल तक पहुँचा। कहते हैं कि ऐसे अनेक क़िस्से हैं, जो बाबा नीब करौरी की महिमा का बखान करते हैं।