…जब तिरंगा जलाने वाले इस लड़के को हिंदू रक्षा संगठन ने पकड़ा! जानिए फिर क्या हुआ इसके साथ!
नई दिल्ली – फेसबुक और वाट्सअप पर ‘भारत का झंडा जलाने’ और उसे पैरों से रौदने जैसी तस्वीरें इन दिनों खूब वायरल हो रही हैं। अब ऐसा ही एक पोस्ट वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि ऐसे ही आरोपी को ‘विश्व हिंदू रक्षा संगठन’ ने पकड़ लिया है। इस पोस्ट को शेयर करते हुए इस शख्स ने दावा किया है कि तिरंगा जलानेवाले को संगठन के लोगों ने पकड़ लिया है। शेयर किये गए इस वीडियो में इस युवक को थप्पड़ पर थप्पड़ मारा जा रहा है। boy burned national flag.
लेकिन, सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या वाकई इसने तिरंगा जलाया था या ये सिर्फ सोशल मीडिया की अतिवादिता का शिकार हुआ है। ये हम आपको नीचे बताएंगे। सबसे पहले उस पोस्ट की तस्वीरें और वीडियो देख लीजिए –
ऐसे कई पोस्ट सोशल मीडिया पर हो रहे हैं वायरल :
लेकिन, यह ऐसा इकलौता पोस्ट नहीं है, जिसमें तिरंगे का अपमान करते हुए दिखाया गया है। ऐसे बहुत सारे पोस्ट इसी तरह के दावों के साथ शेयर किए जा रहे हैं। लेकिन, इनमें सबसे ज्यादा ऊपर दी गई पोस्ट को शेयर किया गया है। इस वीडियो को यूट्यूब पर शेयर करते हुए लिखा गया है कि, ‘खोज निकाला मेरे हिन्दू भाइयों ने तिरंगे को जलाने वाले को, अगर सच्चे देशभक्त हो तो कमेंट बॉक्स में वन्दे मातरम का जयकारा लगाओ। आपका एक शेयर जिहादियों के मुंह पे 100 थप्पड़ का काम करेगा।’ साथ ही इस पोस्ट के जरिए विश्व हिंदू रक्षा संगठन से जुड़ने की अपील भी की गई है।
क्या सच में इस लड़के ने जलाया था तिंरगा :
सबसे पहले तो बात उस तस्वीर की करते हैं जिसमें ये लड़का तिरंगा जलाते हुए दिख रहा है, जिसके कारण इसे पकड़ा गया है। दरअसल, यह पूरा मामला तमिलनाडु का है। इस लड़के का नाम दिलीपन महेंद्रन है जिसने लोगों या सिस्टम का ध्यान खींचने के लिए तिरंगा जलाने जैसा काम किया था। ये खुलासा उसकी गिरफ्तारी के बाद हुआ। कई न्यूज सोर्स के माध्यम से पता चला कि दिलीपन तमिलनाडु के प्रमुख राजनेता पेरियार की विचारधाराओं से प्रभावित था और वह रोहित वेमुला मामले में भी काफी सक्रिय रहा।
क्या है इस वायरल पोस्ट का सच :
दरअसल, इस फोटो को शेयर करते हुए ये दावा किया गया था कि ये लड़का मुसलमान है। लेकिन, जो बात हमने आपको ऊपर बताई है उससे साबित होता है कि ये तो मुसलमान है ही नहीं। अब बात करते हैं मौजूदा वीडियो की, जिसमें दिख रहा है कि ये लोग हिन्दी में गालियां देते दिख रहे हैं। जिससे से अन्दाजा लगाया जा सकता है कि यह वाडियो दक्षिण भारत का नहीं है। इसके अलावा, इस वीडियो में एक व्यक्ति गुजराती भी बोल रहा है।
इस तरह की तस्वीरों को शेयर कर अलग-अलग कहानियां बनाई जा रही हैं। इसके पीछे क्या मकसद है ये तो ऐसे पोस्ट शेयर करने वाले ही जाने। लेकिन, अगर आप चाहते हैं कि कोई और इस तरह के पोस्ट का शिकार ने हो तो हमारी इस खबर को शेयर करना न भूलें।