यूँ तो भारतीय रेलवे में हर दिन कुछ न कुछ सुधार होता रहता है और यह बहुत ही गर्व की बात है। लेकिन रेलवे का यह विकास ट्रेन की कोचों में बढ़ोतरी और साफ-सफाई तक ही सीमित नहीं है, तकनीकी स्तर पर भी इसमें काफी काम चल रहा है। इसका सबसे मुख्य उदहारण है, टेल्गो ट्रेन। टेल्गो ट्रेन का ट्रायल भारत में शुरू कर दिया गया है और यह ट्रॉयल मथुरा से पलवल के रूट पर किया जा रहा है। टेल्गो ट्रेन को उसकी सर्वोच्च गति पर चला कर ट्रायल लिया गया तो नतीजे बेहद ही चौंकाने वाले थे, ट्रेन की रफ़्तार 180 किमी प्रति घंटे निकली। पलवल से मथुरा का यह रूट 84 किमी लंबा है जिसे पहले ट्रायल के दौरान मात्र 38 मिनट में पूरा कर लिया गया।धवार को मथुरा और पलवल के बीच ट्रायल के 5वें दिन टैल्गो ने यह रफ़्तार पकड़कर गतिमान एक्सप्रेस को पछाड़ दिया, जोकि अभी तक देश की सबसे तेज रफ़्तार ट्रेन थी। इस ट्रायल में टैल्गो ट्रेन मथुरा स्टेशन से रवाना हुई और पलवल स्टेशन पहुँची। इस ट्रेन में भारतीय डीजल इंजन डब्लूडीसी-4 लगाया गया है। 9 जुलाई को इसका दूसरा ट्रायल लिया गया, जहाँ औसत गति 120 किमी प्रति घंटे रखी गयी। इसबार इसी 84 किमी को पूरा करने में 38 मिनट लग गए। गति में सुधार के लिए ये ट्रॉयल 26 जुलाई तक जारी रहेंगे। अगले पृष्ठ पर देखिये वीडियो…. https://youtu.be/Js2SfiM_ETM