आरा के इस गांव में ईसाइयों ने धोखे से बनाया चर्च…फिर देखिए गांव वालों ने उनका क्या हाल किया
गांव वालों को धोखा देकर जमीन खरीदा, और रातों-रात गुपचुप तरीके से बनाया चर्च
बिहार के आरा जिला को भी ईसाईकरण करने के लिए मिशनरी रात दिन काम कर रहे हैं। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि बिहार के आरा से सटे गड़हनी प्रखंड के महावीर गंज गांव में ईसाइयों ने गांव वालों को धोखे में रखकर चर्च बना लिया है। भारत में धर्मांतरण के लिए ईसाई आज किसी भी हद तक जाने को तैयार है। गांव में, छोटी-छोटी बस्तियों में, दलित इलाकों में और वनवासी परिवार के बीच लोभ लालच देकर, सेवा के नाम पर और तमाम प्रकार के लुभावने वादे करके ईसीई आज भारत में धर्मांतरण कर रहे हैं।
भारत के सभी इलाकों में क्रिश्चियनिटी के प्रमोशन के लिए तमाम तरह के एनजीओ काम कर रहे हैं।कई मिशनरियां स्कूल चला रही हैं जिसमें सेवा के नाम पर छात्रों और उनके परिवारजनों को पाश्चात्य सभ्यता से जोडकर भविष्य में ईसाई बनाने की तैयारी चल रही है। ईसाइयों के जद्द में ना सिर्फ हिंदू बल्कि सिख पंथ को मानने वाले लोग भी हैं।
बिहार के भोजपुर जिले में आरा से सटे गड़हनी प्रखंड का महावीरगंज गांव शत-प्रतिशत हिंदुओं का गांव है। यानी यहां के सभी वाशिंदे हिंदू हैं। अब आप ही बताइए जिस गांव में सभी लोग हिंदू है उस गांव में चर्च का क्या काम ? लेकिन इस शांतिप्रिय हिंदू गांव में ईसाइयों की नजर लग गई।
ईसाई मिशनरियों ने छल-बल से महावीरगंज गांव में चर्च बनाने की ठानी। इसके लिए उन्होंने सबसे पहले महावीर गंज के पास एक गांव के एक व्यक्ति को लोभ लालच में फंसा कर ईसाई बनाया। बाद में उसके मदद से कुछ ईसाई महावीर गंज पहुंचे। महावीर गंज में ग्रामिणों के सामने उस नए-नवेले ईसाई व्यक्ति ने अन्य ईसाइयों की तरफ इशारा करते हुए बताया कि, यह लोग किराया पर रहते हैं इसलिए इनको घर बनाने के लिए जमीन चाहिए।
यह कह कर उन्होंने किसानों से 5 कट्ठा जमीन खरीद लिए, फिर उस पर निर्माण कार्य शुरू हुआ। शुरुआत में नींवऔर ढांचा देखकर बिल्कुल गांव वालों को पता नहीं चला कि यहां क्या बन रहा है, लेकिन एक दिन गुपचुप तरीके से रात में अचानक छत पर सलीब डाल दिया गया और उसे चर्च का रूप दे दिया गया। तब गांव वालों को ठगे जाने का एहसास हुआ। गांव वालों ने छला महसूस कर ईसाइयों का विरोध किया, तब वहां एक ईसाई ने, जो चर्च से जुड़ा हुआ था, धमकी भरे लहजे में कहा कि इस जमीन को हमने खरीदा है।
इस जमीन पर हम जो चाहे सो बनाएं। इस पर हमारा अधिकार है। महावीरगंज के एक ग्रामिण ने ईसाइयों के गलत मंसूबे को जाहिर करते हुए बताया कि, चर्च से जुड़े लोग चुपचाप यहां के ग्रामीण क्षेत्रों में लोभ-लालच देकर हिंदुओं को ईसाई बना रहे हैं। इससे हिंदुओं में गुस्सा बढ़ता जा रहा है। वहां का आम समाज इस धर्मांतरण खेल का विरोध कर रहा है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहा है।