शिक्षक बनने से पहले मौत ने लगाया गले, 4 साल का बेटा हुआ अनाथ, दिवाली पर एक हादसे ने ली 5 जान
कहते हैं जिंदगी का कोई भरोसा नहीं होता है। कब किसे क्या हो जाए कुछ कह नहीं सकते हैं। दुख तो तब होता है जब एक ही परिवार के कई सदस्य एकसाथ दुनिया को अलविदा कह जाते हैं। अब रविवार सुबह जैसलमेर (Jaisalmer) में हुए इस हादसे को ही ले लीजिए। यहां एक कार हादसे में तीन महिलाओं सहित एक ही परिवार के पाँच लोगों की मौत हो गई। हादसा तनोट सड़क मार्ग पर रामगढ़ से 20 किलोमीटर दूर हुआ।
दिवाली पर उजड़ा परिवार
कार हादसे में मारे गए सभी लोग श्रीगंगानगर (sri ganganagar) के रहने वाले थे। दिवाली पर उन्होंने घूमने फिरने का प्लान बनाया था। 5 नवंबर की शाम परिवार जैसलमेर घूमने के लिए कार से रवाना हुआ था। 6 नवंबर को सभी ने रामदेवरा में धोक लगाई। वहीं 7 नवंबर को वे तनोट में देवी मंदिर में दर्शन करने के लिए जा रहे थे। बस इसी दौरान रास्ते में उनकी कार कंट्रोल से बाहर होकर पलट गई। इस हादसे में कार में सवार सभी 5 लोगों की मौत हो गई।
माता-पिता को नहीं दी मौत की जानकारी
इस हादसे में विशाल सारण (32), बहन वर्षिका जाट (26) और पत्नी रिंकू (28) की मौत हो गई। इनके माता-पिता को अभी मौत की खबर नहीं दी गई है। उन्हें बस इतना कहा गया है कि सभी घायल हैं और उनका इलाज चल रहा है। तीनों की मौत के बाद अब परिवार में रूपराम और उनकी पत्नी व उनका एक चार साल का पोता ही बचा है।
न्यू जॉब जॉइन करने के पहले ही छोड़ गई दुनिया
इस हादसे में विशाल की भाभी अंजू (29, पत्नी राजीव) की भी मौत हो गई। वे कुछ समय पहले ही थर्ड ग्रेड टीचर भर्ती परीक्षा में सिलेक्ट हुई थी। उन्हें अपनी जॉइनिंग का बेसब्री से इंतजार था, लेकिन उसके पहले ही मौत ने उन्हें गले लगा लिया। परिवार वाले भी इस बात से खुश थे कि घर का कोई सदस्य अब सरकारी नौकरी करेगा। वे अब अंजू के जाने से बहुत दुखी हैं। वहीं इस हादसे में विशाल के मौसी के लड़के अर्जित (29) का भी निधन हो गया।
6 महीने पहले हुई थी शादी, अब चली गई भगवान पास
विशाल की बहन वर्षिका की 6 महीने पहले अप्रैल में ही शादी हुई थी। उसके ससुराल वाले बशीर गांव में एक जमींदार परिवार से हैं। वर्षिका और विशाल के पिता रूपराम दोनों बच्चों की शादी कर टेंशन फ्री हो गए थे, लेकिन अब उनके दोनों बच्चे एक साथ मौत के मुंह में चले गए।
हालांकि उन्हें अभी भी बेटा, बेटी और बहू के निधन की जानकारी नहीं दी गई है। उनका बेटा विशाल पीलीबंगा में स्कूल चलाता है। वह दिवाली की छुट्टियों में घर आया था। यहां परिवार के साथ उनसे घूमने फिरने का प्लान बनाया था।
मम्मी-पापा साथ नहीं गया बच्चा तो बच गई जान
दिवाली के इस टूर पर विशाल और उसकी पत्नी रिंकू का 4 वर्षीय बेटा आर्यन नहीं गया था। वह अपने दादा रूपराम और दादी के पास ही रुक गया था। ऐसे में उसकी जान बच गई। हालांकि इस हादसे के चलते उसके सिर से माता-पिता का साया चला गया। अब परिवार वाले आर्यन के भविष्य को लेकर बड़े टेंशन में हैं।