काबुल में हमला, मारा गया तालिबानी कमांडर हमदुल्ला मुखलिस, अब तक 19 से ज्यादा की मौत
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में सुसाइड अटैक। आत्मघाती हमले में मारा गया तालिबान का कमांडर हमदुल्ला मुखलिस। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति भवन में अशरफ घनी की कुर्सी पर बैठे हमदुल्ला मुखलिस की तस्वीरें हुईं थीं वायरल।
अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा है। इस समय तालिबानी ही अफगानिस्तान की अर्थव्यवस्था, सुरक्षा और सरकार चला रहे हैं। इस साल अगस्त मास में ही तालिबानी लड़ाकों ने हथियार के दम पर अफ़ग़ानिस्तान पर कब्जा कर लिया था। तालिबान की बढ़ती साख और कमजोर पड़ती सेना को देख राष्ट्रपति अशरफ घनी ने काबुल छोड़कर किसी दूसरे देश में शरण ले ली थी। घनी के जाने के बाद उनकी कुर्सी पर बैठे हमदुल्ला की तस्वीरें पूरी दुनिया ने देखी थी।
इस समय काबुल की अर्थव्यवस्था, सुरक्षा, व्यापार समेत सभी व्यवस्थाएं तालिबानी चला रहे हैं। इस समय राजधानी काबुल की सुरक्षा तालिबान गैंग की स्पेशल फोर्स बद्री ब्रिगेड के पास है। बद्री ब्रिगेड ही राजधानी के आसपास सभी व्यवस्थाओं पर चाक चौबंद रखे हुए है। इसी बद्री ब्रिगेड का कमांडर था हमदुल्ला मुखलिस।
आत्मघाती हमले में मारा गया तालिबानी कमांडर हमदुल्ला मुखलिस
मंगलवार को राजधानी काबुल के नजदीक आर्मी हॉस्पिटल में आत्मघाती हमला हुआ। यह धमाका 400 बिस्तर वाले सरदार मोहम्मद दाऊद खान हॉस्पिटल के एंट्री गेट पर हुआ। इस हमले में सिराजुद्दीन हक्कानी गैंग का मुख्य रणनीतिकार और काबुल का कमांडर हमदुल्ला मुखलिस मारा गया। काबुल पर कब्जे के बाद सबसे पहले हमदुल्ला मुखलिस ही राष्ट्रपति भवन में दाखिल हुआ था, जिसकी कुर्सी पर बैठे तस्वीरें वायरल हुई थीं।
अब तक इस हमले में हमदुल्ला मुखलिस समेत 19 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 50 से अधिक लोग घायल हैं। हमले में घायलों का आसपास के अस्पतालों में इलाज चल रहा है। फिलहाल इस हमले की जिम्मेदारी किसी संगठन ने नहीं ली है। काबुल में तालिबान की सत्ता संभालने के बाद यह अटैक अब तक का सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है।
इससे पूर्व में हुए एक हमले की जिम्मेदारी आईएसआईएस संगठन ने ली थी, लेकिन इस हमले की जिम्मेदारी अभी तक किसी संगठन ने नहीं ली है। आईएसआईएस के लड़ाके तालिबानियों को अपना दुश्मन मानते हैं इसलिए तालिबानियों को यह आशंका है कि ये हमला IS के आतंकियों ने ही किया है।
काबुल धमाका पर तालिबानी प्रवक्ता का बयान
इस हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने बताया कि विस्फोट के बाद कुछ आई एस आई एस के बंदूकधारियों ने हमला कर दिया जिसे 15 मिनट के अंदर मार गिराया गया। तालिबानी प्रवक्ता ने बताया कि तालिबान स्पेशल फोर्सेज के कमांडोज को हेलीकॉप्टर के द्वारा हॉस्पिटल में एयरड्राप कराया गया।
इसके बाद बंदूकधारियों पर हमला करके काबू पाया जा सका। तालिबान रक्षा मंत्रालय में काम कर रहे एक अधिकारी के मुताबिक आईएसआईएस के 6 बंदूकधारियों ने इस घटना को अंजाम दिया, जिसमे से 2 को जिंदा पकड़ लिया गया है।