मुस्लिमों की बढ़ती संख्या पर रूपा गांगुली का बयान : एक बच्चा पेट में एक बच्चा गोद में पीछे लाइन में चार
आपने यह कहावत तो सुनी ही होगी तीतर के दो आगे तीतर तीतर के दो पीछे तीतर बताओ कुल कितने तीतर ! लेकिन अब आपको इसी से मेल खाता एक नई कहावत बताते हैं जो आजकल ट्रेंड कर रहा है सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। एक बच्चा पेट में एक बच्चा गोद में पीछे लाइन में चार। यह बयान दिया है भाजपा की सांसद रूपा गांगुली ने। आपको बता दें कि यूपी में संस्कृति संसद का आयोजन होने जा रहा है जिस पर सवाल पूछने के लिए एक चैनल के पत्रकार उनके पास पहुंचे।
पत्रकार ने जब रूपा गांगुली से जनसंख्या निरोधक कानून और मुस्लिमों की बढ़ती जनसंख्या के पर सवाल पूछा तो रूपा गांगुली का दर्द छलक पड़ा।
पत्रकार को जनसंख्या निरोधक कानून पर जवाब देते हुए रूपा गांगुली ने कहा कि इस पर मुस्लिम समाज को खुद विचार करना चाहिए और आकलन करना चाहिए कि इससे समाज का क्या लाभ होता है ?
मुसलमानों पर BJP सांसद रुपा गांगुली का विवादित बयान बोलीं
‘एक बच्चा पेट में, एक गोद में, पीछे पूरी लाइन रहती है’@kumarrgaurrav pic.twitter.com/gYzATXcBrf
— News24 (@news24tvchannel) November 1, 2021
रूपा ने पूछा – “मुस्लिम इतनी शादियां क्यों करते हैं? यह सही नहीं है। मुसलमान दूसरी शादी करके, तीसरी शादी करके, अपनी पहली बीवी का अपमान कर रहे होते हैं; यह गलत है। यह नहीं होना चाहिए।” बीजेपी सांसद यहीं नहीं रुकी। उन्होंने छोटी उम्र में मुस्लिम बच्चों की शादी करने पर भी नाराजगी जाहिर कर डाला।
उन्होंने कहा- `छोटे-छोटे उम्र में बच्चों की शादी भी कर देते हैं और हर एक साल में एक बच्चा। इसमें किसका भला हो रहा है? वह मां का भला हो रहा है? क्या ऐसे करने वाले पति सच में अपनी बीवी को प्यार करता है ? बीवी की हालत क्या हो जाती है ? इतनी दुबली पतली, यहां एक पेट में, यहां एक कांख में, यहां एक गोदी में, पीछे लाइन में और चार… किसका भला हो रहा है इसमें?’
उन्होंने कहा – `एक परिवार में दो-तीन बच्चे हो जाएं, चार हो जाए तब भी कोई बात नहीं लेकिन खिला पिला सके यह हालात उनके यहां होना चाहिए। गरीब से गरीब लोगों को सरकार से सभी फायदे चाहिए। खुद को खाने का ठिकाना नहीं है लेकिन लाइन से बच्चे पैदा करते रहते हैं। एक के बाद एक शादी ठीक नहीं है इससे समाज की छवि खराब हो रही है’
रूपा गांगुली ने पोपुलेशन कंट्रोल पर कानून बनाने के संबंध में कहा कि इस विषय पर चर्चा होनी चाहिए। देश में सभी विषय पर सभी लोगों के लिए एक कानून होना चाहिए। संसद में कानून पर ऐसे आईन पर ऐसे संविधान पर चर्चा होना चाहिए।
महिलाओं की शादी की उम्र पर बोलते हुए रूपा गांगुली ने कहा की शादी की उम्र पर भी चर्चा होना चाहिए। अपने समाज में पुरुष और महिला किसी तरीके से अलग नहीं है। दोनों की शादी की उम्र भी एक समान होना चाहिए।
मुस्लिमों पर अपने दिए बयान के कारण रूपा गांगुली अचानक से सुर्खियों में आ गई हैं। अब देखना यह है की क्या मुस्लिम समाज अपनी गलतियों को सुधार करने के लिए कोई आगे कदम बढ़ाता है या इस बयान का विरोध करके अपनी कमियों को छुपाना चाहता है।