100 करोड़ मनी लॉन्ड्रिंग केस: 5 बार समन मिलने के बाद आखिर ED ऑफिस पहुंचे अनिल देशमुख, कही ये बात
100 करोड़ की वसूली मामले (ED) ने महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख को बुलाया, बीवी-बेटा भी जल्द आएंगे
100 करोड़ की वसूली मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख को बुलाया था, लेकिन हर बार उनके वकील इंद्रपाल सिंह ED ऑफिस आ जाते थे। उनका कहना था कि देशमुख 75 वर्ष के हैं और महाराष्ट्र में बढ़ते कोरोना केस के चलते पेश नहीं हो सकते हैं। लेकिन फिर सोमवार सुबह 11 बजकर 55 मिनट पर देशमुख अचानक से ED ऑफिस आ गए।
ED ऑफिस जाने के बाद क्या बोले देशमुख?
गौरतलब है कि 100 करोड़ की वसूली केस में ईडी इस समय मनी लॉन्ड्रिंग एंगल से जांच कर रही है। इस केस में देशमुख के अलावा उनके बेटे ऋषिकेश देशमुख और पत्नी को भी दो बार पूछताछ के लिए बुलाया जा चुका है, हालांकि वे भी ED ऑफिस नहीं गए थे। ED ऑफिस जाने के बाद देशमुख ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा किया और कहा –
ED ने जब भी मुझे समन किया, मैंने सहयोग किया। मैं पहले भी कह चुका हूं, मेरी याचिकाएं हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट में पेंडिंग हैं। उनके निस्तारण के बाद मैं ED ऑफिस आऊंगा। फिर भी CBI ने दो बार मेरे घर छापा मारा, जिसमे मैंने पूर्ण सहयोग किया। फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में मेरा फैसला नहीं आया, फिर भी मैं स्वयं ED ऑफिस आया हूं। परमवीर सिंह ने मुझ पर गलत आरोप लगाए हैं। मीडिया खबरों के अनुसार अब वही परमवीर सिंह विदेश भाग गया है। उसके खिलाफ पुलिस विभाग में कई केस दर्ज हुए हैं।
लगाया सनसनी फैलाने का आरोप
इसके पूर्व देशमुख ने वकील के माध्यम से ED को एक पत्र भेजा था जिसमें उन्होंने अपनी सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में पेंडिंग होने का हवाला दिया था। इस पत्र में उन्होंने जांच एजेंसी द्वारा अपनी ताकत और अधिकारों का गलत उपयोग करने की बात की थी। उन्होंने कहा था कि मुझे अभी तक ED की तरफ से ECIR की कॉपी या कोई भी दस्तावेज नहीं भेजे गए हैं। इससे साफ है कि यह समान सिर्फ मीडिया में सनसनी फैलाने के उद्देश्य से भेजा गया है।
CBI ने मारी थी रेड
इसके पहले मुंबई पुलिस के पूर्व पुलिस आयुक्त और वर्तमान में होम गार्ड DG परमबीर सिहं ने आरोप लगाया था कि अनिल देशमुख ने 100 करोड़ रुपये की वसूली की है। इसके बाद अनिल देशमुख को महाराष्ट्र के गृहमंत्री पद से रिजाईन करना पड़ा था। इस केस में CBI ने देशमुख के विरुद्ध केस दर्ज किया था। फिर मनी ट्रेल की जानकारी मिली तो ED ने उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज कर दिया। CBI अभी तक दो बार देशमुख के ठिकानों पर रेड मार चुकी है।
PA-PS हुए गिरफ्तार
इस केस में देशमुख के PA संजीव पलांडे और PS कुंदन शिंदे गिरफ्तार हो चुके हैं। दोनों केंद्रीय एजेंसी की हिरासत में हैं। इन पर मनी लॉन्ड्रिंग में देशमुख की हेल्प करने का आरोप है।
जब्त हुई देशमुख की दो प्रॉपर्टी
इस केस में 15 दिन पूर्व ED ने देशमुख व उनकी फैमिली की 4.2 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी जब्त कर ली थी। इसमें उनका नागपुर का एक फ्लैट और पनवेल की एक जमीन शामिल है।
परमबीर सिंह के आरोप के बाद फंसे देशमुख
मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने लगभग ढाई महीने पहले महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे को एक पत्र लिखा था। इसमें उन्होंने अनिल देशमुख पर आरोप लगते हुए कहा था कि उन्होंने ही मुंबई पुलिस के निलंबित अधिकारी सचिन वझे को हर महीने 100 करोड़ रुपए की वसूली का टारगेट दिया था।
अनिल देशमुख का मिडलमैन हुआ अरेस्ट
इस केस में रविवार को CBI ने पहली गिरफ्तारी करते हुए ठाणे से संतोष शंकर जगताप नाम के बंदे को पकड़ा था। उसे अनिल देशमुख का मिडलमैन कहा जा रहा है। वहीं दो सितंबर को CBI ने देशमुख के वकील आनंद दागा और अपने ही सब-इस्पेक्टर अभिषेक तिवारी को भी इस मामले में गिरफ्तार किया था। वहीं सीबीआई कॉन्फिडेंशियल डॉक्युमेंट्स लीक केस को लेकर अनिल देशमुख के कई ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी है।