अयोध्या: पंखे से लटकी मिली महिला अफसर, सुसाइड नोट में बताई पूरी कहानी
देशभर में सुसाइड के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। लोग अपनी जिंदगी से तंग आकर आत्महत्या जैसा बड़ा कदम उठा लेते हैं। कई बार उनकी मौत की वजह कोई ऐसा शख्स होता है जो उन्हें परेशान कर रहा होता है। जब दिमाग पर मेंटल प्रेशर आता है तो बड़े बड़े और समझदार लोग भी खुदखुशी करने पर मजबूर हो जाते हैं।
अब उत्तर प्रदेश के अयोध्या का यह दुखद मामला ही ले लीजिए। यहां एक महिला अफसर ने अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। मरने से पहले उसने सुसाइड नोट में एक आईपीएस अधिकारी का नाम भी लिखा। चलिए इस पूरी घटना को विस्तार से जानते हैं।
बैंक में PO थी महिला
यह घटना अयोध्या के कोतवाली नगर के खवासपुरा इलाके की है। मृतका का नाम श्रद्धा गुप्ता है। उसकी उम्र 28 साल थी। वह पंजाब नेशनल बैंक (PNB Bank) में पीओ (प्रोबेशनरी ऑफिसर) की पोस्ट पर थी। श्रद्धा का होमटाउन लखनऊ था, लेकिन जॉब के चलते वह अयोध्या में रह रही थी।
पंखे से लटका मिला शव
श्रद्धा ने शुक्रवार देर रात को आत्महत्या की। उसने इसके लिए खुद को पंखे पर लटका लिया। आत्महत्या की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। उन्होंने शव को पंखे से नीचे उतारा और पोस्ट मार्टम के लिए भेज दिया। इस दौरान पुलिस ने श्रद्धा के कमरे की तलाशी भी ली। उन्हें टेबल पर एक सुसाइड नोट भी मिला। इस सुसाइड नोट में श्रद्धा ने जो लिखा था उसे पढ़ पुलिस-प्रशासन में हड़कंप मच गया।
सुसाइड नोट में लिखा IPS अधिकारी का नाम
श्रद्धा ने अपने सुसाइड नोट में आईपीएस अधिकारी आशीष तिवारी सहित तीन लोगों का नाम लिखा। उसने अपनी मौत का जिम्मेदार इन्हीं लोगों को ठहराया। श्रद्धा ने सुड़ाइड नोट में बताया कि मैं अपनी जिंदगी से तंग आ चुकी हूं। अब जीने का मन नहीं कर रहा है। इसके साथ ही उसने आईपीएस अधिकारी आशीष तिवारी और अन्य पर आरोप लगाया कि ये सभी मुझे बहुत परेशान करते हैं। इसलिए मैं अपनी जिंदगी समाप्त कर रही हूं।
पीड़ित परिवार ने CM योगी से लगाई न्याय की गुहार
पुलिस फिलहाल इस मामले की जांच पड़ताल कर रही है। उधर जब श्रद्धा के घरवालों को बेटी की मौत की खबर मिली तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। सभी का रो-रोकर बुरा हाल है। दिवाली आने से पहले ही घर में मातम की चीखे सुनाई दे रही हैं। परिवार अपनी बेटी को आखिरी बार देखने लखनऊ से अयोध्या आया। यहां उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस मामले में न्याय की गुहार लगाई है।
दिवाली बाद थी शादी
दिवाली के बाद श्रद्धा की शादी होना थी। घर में शादी की तैयारियां भी चल रही थी। एक साल पहले उसका रिश्ता बलरामपुर जिले के उतरौला के निवासी विवेक गुप्ता के साथ तय हुआ था। विवेक लखनऊ में एक निजी कंपनी में काम करता है।