राजनीति को गंभीरता से नहीं ले रहे कांग्रेस, शक्तिशाली बनते जा रहे मोदी जी -ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आए दिन पीएम मोदी और बीजेपी पर निशाना साधती रहती हैं। लेकिन अपने गोवा दौरे के आखिरी दिन उन्होंने कांग्रेस को भी आड़े हाथ ले लिया। पणजी में पत्रकारों को संबोधित करते हुए ममता ने कहा कि कांग्रेस राजनीति को गंभीरता से नहीं ले रही है। इसके चलते प्रधानमंत्री और पॉवरफुल बनेंगे। दरअसल ममता ने कांग्रेस पर गोवा में गठबंधन पर फैसला न लेना का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस निर्णय नहीं ले पा रही है जिसका अंजाम देश को भुगतना पड़ रहा है।
शक्तिशाली बनते जा रहे मोदी जी
ममता ने कहा –
मैं फिलहाल सबकुछ नहीं बता सकती। उन्होंने (कांग्रेस) राजनीति को सिरियसली नहीं लिया है। कांग्रेस के कारण मोदीजी और पॉवरफुल बनते जा रहे हैं। यदि कांग्रेस फैसला नहीं ले पा रही तो उसका खामियाजा देश क्यों उठाए? कांग्रेस को पहले भी अवसर मिला था, लेकिन तब उन्होंने मेरे राज्य में भाजपा की बजाय मेरे खिलाफ चुनाव लड़ा।
गिनाई भाजपा की कमजोरियां
बताते चलें कि टीएमसी ने गोवा अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अपनी पार्टी के 40 उम्मीदवारों को 40 सीटों के लिए उतारने का निर्णय है। ऐसे में भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा –
बीजेपी ने अच्छे दिन का वादा किया था, लेकिन अब वे देश को समाप्त करने में लगे हैं। डीजल, पेट्रोल, एलपीजी की कीमतें बढ़ रही हैं। जीएसटी से बिजनेस प्रभावित हो रहा है। देश में महंगाई चरम सीमा पर पहुंच गई है। फिर भी भाजपा इन मुद्दों का समाधान करने को लेकर गंभीर नहीं है।
विपक्ष की एकता से हरेगी भाजपा
फॉरवर्ड पार्टी के नेता विजय सरदेसाई ने भी ममता बनर्जी से मुलाकात की। उन्होंने इस मुलाकात के पहले ट्वीट कर कहा कि “मैं बीते दो वर्षों से बीजेपी के विरुद्ध मजबूत टीम बनाने पर काम कर रहा हूं। इस भ्रष्ट और सांप्रदायिक शासन को खत्म करने के लिए विपक्षी एकता अहम है। चलिए हम 2022 को लेकर सिरियस हो जाएं। ममता बनर्जी के बुलावे पर 10 बजे अपने साथियों के साथ उनसे मिलूँगा।”
दिल्ली की दादागिरी गोवा में नहीं चलेगी
बीते शुक्रवार नफीसा अली और लिएंडर पेस ने ममता बनर्जी की उपस्थिति में टीएमसी की सदस्यता ली थी। इस दौरान ममता ने भाजपा को टारगेट कर कहा था “दिल्ली की दादागिरी गोवा में नहीं चलेगी। गोवा को गोवा पर शासन करने दो। गोवा अपने पैरों पर खड़ा होगा। हम उसकी हेल्प करेंगे, वे लड़ेंगे।“
गठबंधन पर ममता ने कहा कि “मैंने इसे लेकर पहले चर्चा की थी लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। यह एक साझा निर्णय है। यदि कोई हमसे हाथ मिलान चाहता है तो ये अच्छा है। हम भी वोटों को बांटा नहीं चाहते हैं। अब कोई सामंती व्यवस्था नहीं है कि सिर्फ दिल्ली की पार्टियां ही चुनाव में खड़ी होंगी।“