कोरोना से मरने वालों के ताजा आंकड़ों ने फिर बढ़ाई चिंता, 24 घंटे में गई 733 लोगों की जान
देशभर में कोरोना वायरस का संकट मंडरा रहा है। जब कोरोना वायरस ने बीते वर्ष देश में दस्तक दी थी तो लोगों को बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ा। कोरोना के चलते देश भर में लॉक डाउन का ऐलान कर दिया गया, जिसके कारण लोगों के सामने आर्थिक समस्या एक बड़ी समस्या बनकर सामने आई। इतना ही नहीं बल्कि कोरोना की पहली लहर में कई परिवार ने अपनों को खो दिया।
धीरे धीरे समय गुजरता गया और कोरोना की पहली लहर शांत होती हुई नजर आ रही थी परंतु दूसरी लहर ने एक बार फिर से लोगों के अंदर डर पैदा कर दिया। कोरोना की दूसरी लहर इतनी ज्यादा खतरनाक साबित हुई कि इस लहर ने कई लोगों की जान ले ली। बड़ी संख्या में लोगों की जान गई थी। इसी बीच फिर से कोरोना ने लोगों को डराना शुरू कर दिया है। जी हां, कोरोना संक्रमण की वजह से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है।
बता दें कि देश के लोगों को ऐसा लग रहा था कि अब उन्हें कोरोना से राहत मिल सकती है परंतु ऐसा बिल्कुल भी नहीं हुआ। एक बार फिर से कोरोना वायरस के मामले काफी तेजी से बढ़ते हुए नजर आ रहे हैं। त्यौहारों और चुनावी मौसम में कोविड-19 के मामलों में ना सिर्फ बढ़ोतरी हो रही है बल्कि मरने वालों का आंकड़ा भी लोगों के मन में डर पैदा करने वाला साबित हो रहा है। बीते 24 घंटे में ही देश में 733 लोगों की जान चली गई है।
वहीं पिछले 24 घंटे में कोरोना के नए मामले 16 हजार सामने आए और कुल 733 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। कोरोना से मरने वालों की संख्या सबसे ज्यादा केरल की है। केरल में कोरोना की वजह से कुल 622 लोगों की मौतें हुई हैं।
कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है और देश में बीते 24 घंटे में 733 लोगों की जान चली गई। जबकि 16156 लोग कोविड-19 से संक्रमित हुए हैं। कोरोना वायरस मौसम में लगातार बढ़ता जा रहा है इस खतरे को देखने के बाद विशेषज्ञ पहले ही चेतावनी दे चुके हैं। अगर कोई भी लापरवाही करेगा तो एक बार फिर से बड़ा खतरा आ सकता है।
COVID19 | India reports 16,156 new cases, 733 deaths in the last 24 hours; Active caseload stands at 1,60,989: Ministry of Health and Family Welfare pic.twitter.com/7RCXC5xQqx
— ANI (@ANI) October 28, 2021
अगर हम केरल की बात करें तो यहां पर कुल 622 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। हालांकि 622 मौतों में से 93 पिछले कुछ दिनों में ही दर्ज की गई हैं। जबकि 330 मौतें ऐसी थीं जिनकी पुष्टि पिछले साल 18 जून तक पर्याप्त दस्तावेज की कमी की वजह से नहीं हो पाई थी। 199 को नए सुप्रीम कोर्ट के आदेश और केंद्र के दिशानिर्देशों के आधार पर कोरोना डेथ के रूप में माना गया। कोविड-19 से होने वाली मौतों की वजह से देश भर में कोरोना डेथ ग्राफ बढ़ चुका है।
आपको बता दें कि देश के केरल से कोरोना के सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। इसके अलावा पश्चिम बंगाल, असम और हिमाचल प्रदेश से भी मामले दिन पर दिन बढ़ते जा रहे हैं, जो चिंता का कारण बने हुए हैं। पिछले कई दिनों से मामलों में गिरावट आ रही थी परंतु जैसे ही त्योहारों का सीजन आया, कोरोना के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है।
भले ही देश में बीते कई दिनों से कोरोना के मामले 20,000 से कम दर्ज किए गए परंतु अब मरने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। जानकारों का ऐसा बताना है कि त्योहारों के मौसम में कोरोना दिशानिर्देश को सख्ती से पालन करवाना, सरकार के आगे सबसे बड़ी चिंता का कारण बना हुआ है। अगर इसमें जरा सी भी लापरवाही होती है तो कोरोना की तीसरी लहर का खतरा मंडरा सकता है।