आंख मूंदकर इस शख्स पर हेमा मालिनी करती थीं विश्वास, 40 वर्षों तक रहे थे बेहद करीब
बॉलीवुड इंडस्ट्री की प्रसिद्ध अदाकारा हेमा मालिनी मौजूदा समय में भी किसी के परिचय की मोहताज नहीं हैं। हेमा मालिनी बॉलीवुड इंडस्ट्री की ड्रीम गर्ल कहीं जाती हैं। उन्होंने अपने समय में एक से बढ़कर एक सुपरहिट फिल्में दी हैं और उन्होंने अपने अभिनय के साथ-साथ अपनी खूबसूरती से भी लोगों का दिल जीत लिया है। हेमा मालिनी ने अपने 40 साल के करियर में ढेर सारी फिल्मों में काम किया है। हेमा मालिनी एक अच्छी अभिनेत्री होने के साथ-साथ एक प्रोफेशनल भरतनाट्यम डांसर भी हैं।
हेमा मालिनी ने फिल्म इंडस्ट्री में अपने आपको स्थापित करने के लिए कड़ा संघर्ष किया है और कई बार तो उन्हें रिजेक्शन का भी सामना करना पड़ा था परंतु उन्होंने हार नहीं मानी और लगातार प्रयास करती रहीं। हेमा मालिनी ने बॉलीवुड में अपने अभिनय करियर की शुरुआत 1968 में फिल्म “सपनों के सौदागर” से की थी परंतु यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाई लेकिन हेमा मालिनी के अभिनय की दर्शकों ने खूब सराहना की थी।
हेमा मालिनी को अच्छी खासी सफलता साल 1970 में आई फिल्म “जॉनी मेरा नाम” से प्राप्त हुई थी। इसके बाद हेमा मालिनी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और लगातार उन्होंने कई हिट फिल्में दीं। भले ही आज हेमा मालिनी बॉलीवुड से दूर हैं परंतु इनकी लोकप्रियता में आज भी कमी नहीं आई है। मौजूदा समय में भी दुनिया भर में उनके फैंस की कमी नहीं है।
बॉलीवुड में सफलता पाने के बाद हेमा मालिनी राजनीति में भी आ गईं। हेमा मालिनी मथुरा (उत्तर प्रदेश) से भारतीय जनता पार्टी की लोकसभा सांसद हैं। हेमा मालिनी के इस सफर में उनके परिवार के लोगों ने उनका पूरा साथ दिया परंतु इसके अलावा भी इस सफर में हेमा मालिनी के साथ एक और शख्स खड़ा रहा था, उनका नाम मार्कंडेय मेहता था।
आपको बता दें कि मार्कंडेय मेहता साल 1981 से बॉलीवुड इंडस्ट्री की ड्रीम गर्ल यानी हेमा मालिनी के सेक्रेटरी और मैनेजर थे। हेमा मालिनी का सारा कार्य मार्कंडेय मेहता ही देखते थे। उन्होंने हेमा मालिनी के लिए कई बेहतरीन फिल्मों का चुनाव किया और हेमा मालिनी भी उनके ऊपर आंख मूंद कर विश्वास करती थीं। मार्कंडेय मेहता ने भी हेमा मालिनी का विश्वास कभी नहीं तोड़ा।
बता दें कि हेमा मालिनी के सेक्रेटरी और मैनेजर रहे मार्कंडेय मेहता एक साउंड रिकॉर्डिस्ट थे। वह साल 1971 में अभिनेत्री के संपर्क में आए थे परंतु उन्होंने अभिनेत्री के सचिव की जिम्मेदारी साल 1981 से निभाना आरंभ की थी। लेकिन मार्कंडेय मेहता का निधन साल 2021 में मई के महीने में कोरोना वायरस की वजह से हो गया। जब उनका निधन हुआ तो हेमा मालिनी और उनके परिवार को काफी गहरा सदमा लगा था।
मार्कंडेय मेहता हेमा मालिनी के सेक्रेटरी 40 साल तक रहे थे। जब उनका निधन हुआ था तो हेमा मालिनी को काफी धक्का लगा। अभिनेत्री ने उनके निधन पर लिखा था “भारी मन से मैं 40 साल तक मेरे साथ जुड़े रहे अपने सेक्रेटरी को अलविदा कह रही हूं। डेडीकेटेड, हार्ड वर्किंग और कभी ना थकने वाले मेहताजी। वे मेरे लिए परिवार का हिस्सा थे। हमने उन्हें कोविड से खो दिया है। यह अपूर्णीय क्षति है और वह जो खालीपन छोड़ गए हैं, उसे कोई नहीं भर सकता।”
वहीं, हेमा मालिनी की बेटी ईशा देओल ने भी अपनी मां के सहयोगी को श्रद्धांजलि दी थी। उन्होंने लिखा था कि “हम सभी को उनकी बहुत याद आएगी। वे हमारे परिवार के सदस्य थे। उनकी जगह कभी नहीं भरी जा सकती। वे मां के लिए सबसे अच्छे थे। क्या समर्पित इंसान थे। आपकी बहुत याद आएगी मेहता अंकल। उनकी आत्मा को शांति मिले।”