धर्मेंद्र से शादी के बाद इस चीज को लेकर दुखी थी हेमा मालिनी, हो रहा था पछतावा
धर्मेंद्र और हेमा मालिनी बॉलीवुड के फेमस मैरिड कपल हैं। दोनों की जोड़ी दर्शकों को बहुत पसंद आती है। हेमा से शादी करने के लिए धर्मेंद्र ने कई पापड़ बेले थे। यहां तक कि उन्होंने हेमा की खातिर अपना धर्म तक परिवर्तित कर लिया था। बड़ी मुश्किल से दोनों की शादी हुई। हेमा को लगा अब सब ठीक हो जाएगा। वह जीवनभर खुश रहेंगी। हालांकि धर्मेंद्र से शादी के बाद उन्हें कुछ चीजों को लेकर बहुत पछतावा रहा। वह बस खुद को तसल्ली देती रहीं।
दरअसल हेमा ने यह बात स्वीकार की है कि वह धर्मेंद्र से शादी नहीं करना चाहती थी। हालांकि धर्मेंद्र जैसे इंसान के साथ अपना जीवन जरूर बिताना चाहती थी। ऐसे में उन्होंने दिल की सुनी और मजबूर होकर उनसे शादी रचा ली। ये शादी साल 1980 में हुई थी। उस दौरान धर्मेंद्र पहले से ही शादीशुदा थे। उनके पहली शादी से चार बच्चे भी थे। शादी के कई सालों बाद हेमा ने एक इंटरव्यू दिया जिसमें उन्होंने धर्मेंद्र से शादी रचाने के बाद की लाइफ पर चर्चा की।
माता-पिता नहीं चाहते थे फिर भी की शादी
हेमा और धर्मेंद्र दोनों के माता-पिता इस शादी के खिलाफ थे। हालांकि इसके बावजूद कपल ने शादी रचाई। धर्मेंद्र की पहली पत्नी प्रकाश कौर ने एक्टर को तलाक देने से साफ इनकार कर दिया था। दोनों ने 1954 में शादी की थी। इस शादी से उन्हें चार बच्चे अजय सिंह (सनी देओल), विजय सिंह (बॉबी देओल), विजेता देओल और अजेता देओल हुए।
हेमा से शादी के लिए बदला धर्म
पहली बीवी के तलाक देने से इनकार करने के बाद धर्मेंद्र ने अपना धर्म बदल लिया। उन्होंने इस्लाम अपना लिया। इससे उन्हें कानूनी रूप से दूसरी शादी करने की अनुमति मिल गई।
जिसकी उम्मीद थी वह नहीं मिला
2018 में डेक्कन हेराल्ड को दिए इंटरव्यू में धर्मेंद्र ने कहा था कि ‘मैं ये नहीं बोल सकती कि सबकुछ सही है। इंसान लाइफ में जो चाहता है वह उसे हमेशा नहीं मिलता है। मुझे भी बहुत कुछ नहीं मिला, जिसकी मुझे उम्मीद थी।’ हेमा ने आगे कहा ‘मुझे जो नहीं मिला उसे याद करने का अवसर ही मैं नहीं देती हूं। शादी के बाद जीवन के तीस साल बच्चों की परवरिश और घर-बाहर के काम करते कब बीत गए पता ही नहीं चला।’
इस बाद का था पछतावा
हेमा ने धर्मेंद्र से शादी के बाद कुछ कमियों के बारे में भी बताया। उन्हें शादी के बाद इस बात का पछतावा था कि वह धर्मेंद्र के साथ भरपूर समय नहीं गुजार पाती थी। उन्हें लगा था कि शादी के बाद उन्हें पति की कंपनी मिलेगी, वह उनके साथ रहेंगे, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। उन्हें पति की कमी महसूस होती है।
धर्मेंद्र का प्यार भुला देता है सबकुछ
हेमा ने कहा था कि उन्होंने इस सिचूऐशन को स्वीकार कर लिया है। उन्हें बेटियों की परवरिश में दिक्कतें जरूर आई, कई चीजों का पछतावा भी रहा, हालांकि जब उन्हें धर्मेंद्र का प्यार याद आता है तो वह सबकुछ भूल जाती है। धर्मेंद्र हेमा से पागलों की तरह प्यार करते हैं। वह जब भी धर्मेंद्र की भावनाओं को याद करती हैं तो शादी की कमियों को भूल जाति हैं। फिर इस बात से फर्क नहीं पड़ता कि धर्मेंद्र उनके साथ रहे या न रहें।