धर्मेंद्र नहीं संजीव कुमार की दुल्हन होती हेमा मालिनी, लेकिन इस वजह से नहीं हो सकी शादी
कहते हैं कि इज़हारे-इश्क़ ज़रूरी हो तो जज़्बात बयां करने के लिए सिनेमा सबसे असरदार माध्यम बनता है। तरीक़े और भी हैं, मगर सिनेमा की गलियों से मोहब्बत का सफ़र सुहाना और सुरीला लगता है। इतना ही नहीं फ़िल्मी नायक नायिकाओं की तर्ज़ पर जवां दिलों में मोहब्बत के नग़मे गुनगुनाते रहते हैं।
वहीं दिल टूटे भी तो मोहम्मद रफ़ी या किशोर कुमार की दर्दभरी आवाज़ों से तसल्ली पाई है। बाज दफ़ा लगता है कि हिंदुस्तान में आशिक़ों की मोहब्बत सिनेमा पर निर्भर है। सिनेमा ना होता तो इज़हारे-मोहब्बत की तालीम कौन देता? मगर विडम्बना देखिए, सिनेमा के जो नायक पर्दे पर अपनी अदाकारी से दिलों में मोहब्बत की खलिश पैदा कर देते हैं,
निजी जिंदगी में वो प्यार के मामले में उतने ख़ुशनसीब नहीं रहे। जी हां इसी फेहरिस्त में एक नाम शामिल है सदाबहार कलाकार संजीव कुमार का। तो आइए आज हम बात करते हैं उन्हीं की और उनके ताउम्र कुंवारे रहने की कहानी…
बता दें कि आज हम बात दिवंगत अभिनेता संजीव कुमार (Sanjeev Kumar) की कर रहें, जिनके बारे में राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) की गर्लफ्रेंड रहीं अंजू महेन्द्रू (Anju Mahendru) ने एक बड़ा खुलासा किया था। गौरतलब हो कि अंजू महेन्द्रू ने बताया था कि संजीव कुमार की पर्सनालिटी बेहद चार्मिंग किस्म की थी और वे हमेशा लड़कियों से घिरे रहते थे। इतना ही नहीं अंजू कहती हैं कि उन्हें इम्प्रेस करने के लिए लड़कियां कोई कोर कसर नहीं छोड़ती थीं।
कुछ लड़कियां जहां संजीव कुमार को इम्प्रेस करने के लिए लंच बॉक्स भेजा करती थीं वहीं कुछ सीधे-सीधे एक्टर के प्यार में पड़ जाती थीं। हालांकि, अंजू महेन्द्रू ने इस बात का भी खुलासा किया कि अपनी एक आदत के चलते संजीव कुमार कुंवारे ही रह गए थे।
बता दें कि अंजू महेन्द्रू के अनुसार, संजीव कुमार जिनका असली नाम हरिहर जेठालाल जरीवाला था, जब भी कोई लड़की पसंद आती तो उनके साथ वाले कहते- अरे यार ये तो तेरे पैसे के पीछे दीवानी है। इतना ही नहीं अंजू के मुताबिक, यह बात संजीव कुमार के दिमाग में इस कदर घर कर गई थी कि वो किसी भी महिला के साथ अपने रिश्ते को मुकाम तक ही नहीं पहुंचा सके थे।
वहीं मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो संजीव कुमार को एक्ट्रेस हेमा मालिनी से प्यार था। लेकिन, एक्ट्रेस सुलक्षणा पंडित संजीव कुमार को चाहती थीं।कहते हैं हेमा ने धर्मेन्द्र से शादी कर ली थी जिसके चलते संजीव कुमार ने कभी शादी नहीं की और संजीव कुमार के चलते सुलक्षणा पंडित भी जीवन भर कुंवारी ही बनी रहीं।
वहीं आख़िर में बता दें कि अंजू महेन्द्रू कहती हैं मैने संजीव कुमार को समझाया था और कहा था कि, “हरी क्या तुम पागल हो ? क्या तुम खुद निर्णय नहीं ले सकते ? इस तरह से तो तुम कभी शादी नहीं कर सकोगे। तुम्हें किसी से प्यार है तो फिर इससे क्या फर्क पड़ता है कि वो तुम्हारे पैसों के पीछे है ?” लेकिन शायद यह बात संजीव के समझ नहीं आई, या जब तक समझ आई। तब तक बहुत देर हो चुकी थी। जी हां आपको बता दें कि महज 47 साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से संजीव कुमार का निधन हो गया था।