जीका वायरस की यूपी में दस्तक, एक व्यक्ति की रिपोर्ट निकली संक्रमित। दिल्ली से बुलाई गई टीम…
यूपी में जीका की दस्तक! कानपुर में मिला पहला मरीज। जानिए...
केरल के बाद अब उत्तरप्रदेश में भी जीका वायरस ने दस्तक दे दी है। जी हां यूपी के कानपुर (Kanpur) में भी जीका वायरस (Zika Virus in UP) का एक मरीज सामने आया है। बता दें कि मरीज एक 57 वर्षीय एयरफोर्स कर्मचारी है, जिसमें डेंगू बुखार के लक्षण पाए जाने पर उसे अस्तपाल में भर्ती कराया गया था।
मरीज को सेवेन एयरफोर्स अस्पताल में 19 अक्टूबर को भर्ती कराया गया था। हालांकि हालत न सुधरने पर उनके टेस्ट के लिए सैंपल नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलाजी पुणे भेजा गया था। जहां से टेस्ट्स होने के बाद शनिवार देर रात पता चला है कि ये शख्स जीका पॉजिटिव है।
बता दें कि जीका वायरस से संक्रमित व्यक्ति चकेरी स्थित एयरफोर्स स्टेशन का वारंट अफसर है। जिनका नाम एमएम अली (57) है। उन्हें चार-पांच दिन से बुखार आ रहा था, जिसके बाद परिजनों ने उन्हें एयरफोर्स अस्पताल में एडमिट कराया। लक्षणों के आधार पर अस्पताल प्रबंधन ने उनका सैंपल जांच के लिए पुणे भेजा था, जिसकी रिपोर्ट शनिवार को आई। जीका वायरस की पुष्टि होने पर दिल्ली के विशेषज्ञों की टीम भी अस्पताल पहुंची और साथ ही मरीज के संपर्क में आने वालों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं।
गौरतलब हो कि जीका संक्रमण की रोकथाम के लिए 10 टीमें गठित की गई हैं। वहीं जीका वायरस की पुष्टि होते ही सूबे के स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया। एमएम अली के साथ काम करने वाले और उनके संपर्क में आए अन्य लोगों का सैंपल लेकर जांच के लिए पुणे भेजा गया है। साथ ही संक्रमण को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम पहुंची मरीज के घर…
बता दें कि पॉजिटिव रिपोर्ट मिलने के बाद दिल्ली स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम ने स्थानीय टीम के साथ मरीज के घर पर का साथ दौरा किया है। मरीज पोखरपुर (चकेरी) का रहने वाला है। सीएमओ डा. नैपाल सिंह ने दो टीमें बनाई हैं। एक टीम एसीएमओ डा. सुबोध प्रकाश की अगुवाई में परदेवनपुर पोखरपुर गई, जहां परिवार में पत्नी और बेटे-बेटी के साथ ही सम्पर्क में आए 22 लोगों के सैम्पल लिए गए। वहीं एयरफोर्स कर्मचारी का एक बेटा पुणे तो बेटी बंगलुरू में रहती है, दूसरी टीम ने सेवेन एयरफोर्स हास्पिटल में भी निरीक्षण किया।
डीएम ने डॉक्टरों के साथ की बैठक, स्थितियों का लिया जायजा…
वहीं जिलाधिकारी विशाख ने एयरफोर्स अस्पताल, जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज, उर्सला, डफरिन, कांशीराम अस्पताल के स्वास्थ्य विशेषज्ञों की बैठक बुलाई। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मरीज से संबंधित स्थानों का निरीक्षण किया और रोग से बचाव के कदम उठाए गए। बता दें कि नगर निगम की टीम से फॉगिंग और मच्छर मारने की दवा का छिड़काव करने के लिए कहा गया है।
इसके अलावा जिलाधिकारी ने बताया कि मरीज में जीका की पुष्टि हुई है। यह यूपी का पहला मामला है। रोकथाम के कदम उठाए जा रहे हैं। इसका वायरस कोरोना की तरह नहीं फैलता? यह डेंगू की तरह वेक्टर बोर्न है।
जानिए जीका के लक्षण…
आख़िर में हम बात जीका वायरस की करें। तो इस रोग की अवधि (लक्षणों के संपर्क में आने का समय) 3 से 14 दिन होने का अनुमान है। जीका वायरस से संक्रमित अधिकांश लोगों में लक्षण विकसित नहीं होते हैं। लक्षण आमतौर पर हल्के होते हैं जिनमें बुखार, दाने, नेत्रश्लेष्मलाशोथ, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, अस्वस्थता और सिरदर्द शामिल हैं और आमतौर पर यह 2 से 7 दिनों तक रहता है।