
भारत को आज़ादी रात १२ बजे ही क्यों दी गयी? आखिर कैसे सत्ता के मोह में कोई इतना अँधा भी हो सकता है?
और इस बात को पंडित नेहरु जानते थे, सरदार पटेल भी जानते थे, बहुत लोग जानते थे कि १५ अगस्त १९४७ की रात को १२ बजे आज़ादी लेना इस देश के ज्योतिष शास्त्र के सारे कानूनों के खिलाफ है और बहुत सारे ज्योतिषियों ने ये भविष्यवाणी कर दी थी कि आप आज़ादी लोगे और १ – २ साल के बाद ये देश टूट जाएगा. और वो टुटा, पाकिस्तान अलग हुआ. वही हुआ, और आगे भी उन्होंने यही अभिशाप दिया कि ये देश आगे भी खंड खंड टूट सकता है. और उसकी तयारी चल रही है. कश्मीर अलग हो जाए, पंजाब अलग हो जाए, आसाम अलग हो जाए, नागालैंड अलग हो जाए, त्रिपुरा अलग हो जाए, झारखण्ड अलग हो जाए, ये सारे आन्दोलन इस देश में चल रहे है और सभी आंदोलनों को अमेरिका और यूरोप से भरपूर हथियार मिलते है, पैसा भी मिलता है. aurऔर मै जानता हु ऐसे लोगों को जो इस देश में करोड़ो करोड़ो रूपये का फॉरेन फण्ड आता है, करोड़ो करोड़ो रूपये की ए. के. ४७ राइफल आती है, वाया पाकिस्तान या वाया चीन के बॉर्डर से ये तिब्बत के इलाके में हमारे देश में घुसाई जाती है. और उन्ही हथियारों से लेकर इसी देश के कुछ नौजवान जिन्हें कुछ बरगलाया गया है वो इस देश को खंड खंड बाँटने का आन्दोलन कर रहे है. आपको मालूम है, नागालैंड हिंदुस्तान से अलग होना चाहता है, आप नागालैंड में जाइये वो इस देश का पहला ऐसा प्रदेश है, जिसने घोषित किया है कि हमारी राज्यभाषा अंग्रेजी है. भारत के संविधान में कहीं नहीं है, ये नागालैंड में चलता है.
और नागालैंड में मै गया पिछले साल, तो पिछले साल जब मै दीनापुर जा रहा था, कोहिमा से दीनापुर, तो रास्ते में मुझको रोक दिया, और रोकने के बाद पुलिस वाले ने कहा के आपके पास वीजा है? तो मेरे अन्दर से पहले कमकपी सी छुटी, मैंने कहा के वीजा मांग रहे हो? मेरे ही अपने देश के एक गाँव में जाने के लिए वीजा, तो बोला हां, आपको वो सारे परिपत्र चाहिए, नहीं तो हम आपको जाने नहीं देंगे. तो बॉर्डर पे दूसरा आदमी खड़ा था, उसने कहा कि आप हिंदुस्तान से आया है, मैंने कहा आप हिंदुस्तान का नहीं है क्या ? हम हिंदुस्तान का नहीं है, हम हिंदुस्तान से अलग होना मांगता. ये बात नागालैंड में घुसी हुई है, और आप नागालैंड जाइये, आपको अंदाज़ा नहीं लगेगा कि क्रिस्चियन मिशनरीज ने कितने बड़े लेवल पर पैसा बांट बांट कर वहाँ के लोगों का धर्म परिवर्तन करा के, सिर्फ धर्म ही परिवर्तन नहीं कराया, उनको हिंदुस्तान से अलग करना है, वहां तक मानसिकता बनाई है. और कल को आपको ये आश्चर्य नहीं होना चाहिए कि अलग नागालैंड की मांग करने वाले कुछ लोग वहां खड़े हो जाएँगे. तो हिंदुस्तान के ऐसे दशियो प्रदेश है जिनको अलग अलग हिंदुस्तान से बाँटना है, और इसकी पूरी प्लानिंग अमेरिका में सी. आई ए. के लोग बैठ कर बनाते है. क्योकि बिल क्लिंटन इस बात को कह चुके है, उनके पहले रोनाल्ड रीगन भी कह चुके थे कि हिंदुस्तान और चीन हमारी हिट लिस्ट में नम्बर १ है. सोवियत संघ को तो हमने तोड़ दिया, जैसे तोडना था. अब तोड़ने के लिए दो ही देश हमारे सामने है, या तो चीन है या भारतवर्ष. तो भारतवर्ष को तोडना है उसके तरीके वो जानते है, चीन के कैसे तोडना है इसको तरीके वो इस्तेमाल करने के कोशिश कर रहे है. ये अभिशाप आज का नही है, ये १९४७ का है, इसलिए मै कहता हु आज़ादी झूठी है. इस आज़ादी का कोई मतलब नहीं है.