नकली किन्नर का फूटा भांडा तो पुलिस के सामने जोड़ने लगा हाथ, मजबूरी सुन पुलिस भी चौक गई
कोरोना महामारी और लॉकडाउन के दौर ने कई लोगों को बेरोजगार कर दिया। ऐसे में आज तक कई युवक रोजगार की तलाश में इधर उधर भटक रहे हैं। इनमें से कुछ तो पैसा कमाने के लालच में गलत और गैर-कानूनी काम करने से भी परहेज नहीं करते हैं। अब महाराष्ट्र के पुणे का यह अनोखा मामला ही ले लीजिए। यहाँ एक युवक ने पहले किन्नर होने का नाटक किया और उसके बाद बड़ी चालाकी से जेवर और नकदी लेकर फरार हो गया।
साड़ी पहन करता था किन्नर होने का नाटक
पुलिस ने आरोपी को सोलापुर (Solapur) से गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान अभिषेक रावसाहेब भोरे (27 साल) के रूप में हुई है। वह मूल रूप से सोलापुर के विजापुर नाका में उत्कर्ष नगर का रहने वाला है। सासवड कोर्ट ने उसे चार दिनों की पुलिस कस्टडी में भेजा है। पुलिस की पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि वह साड़ी पहनकर किन्नर होने का नाटक करता था। ऐसा कर वह चालाकी से महिलाओं के जेवर चुरा लेता था।
फेसबुक से शुरू हुई किन्नर बनने की कहानी
जेजुरी पुलिस के अनुसार आरोपी अभिषेक का फ़ेसबुक पर रानी नाम से एक अकाउंट है। इस समय जेजुरी के तीर्थ क्षेत्र में लोक कलाकार सांस्कृतिक कार्यक्रम करते हैं। ऐसे में जेजुरी की रहने वाली एक महिला को सह-कलाकार की आवश्यकता थी। उसकी फ़ेसबुक पर रानी नाम की एक किन्नर से दोस्ती थी। ये किन्नर और कोई नहीं बल्कि आरोपी अभिषेक ही था।
अभिषेक ने किन्नर बन महिला के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम में सह-कलाकार बन काम करने की इच्छा जताई। महिला ने इसके लिए हामी भर दी। रानी उसकी फ़ेसबुक फ्रेंड थी और एक दो बार जेजुरी आकर रुक चुकी थी इसलिए उसे रानी पर शक नहीं किया।
ढोंगी किन्नर बन लूटे जेवर और पैसे
जेजुरी आने के बाद अभिषेक किन्नर के भेष में महिला संग सह-कलाकार के रूप में शामिल हो गया। वह महिला के साथ करीब दो दिनों तक रहा। फिर तीसरे दिन उसने अपना असली रंग दिखा दिया। जब हर कोई रात्रि जागरण में व्यस्त था तब नकली किन्नर ने डेढ़ तोला सोने का मंगलसूत्र और 6 हजार रुपए नकदी सहित 60 हजार का सामान चोरी कर लिया।
महिला से बोले थे कई झूठ
अभिषेक किन्नर नहीं था लेकिन उसने खुद को महिला के सामने किन्नर के रूप में ही पेश किया। इतना ही नहीं उसने महिला को बताया था कि वह सातारा का रहने वाला है, लेकिन जब पुलिस ने जांच की तो वह सोलापुर का निकला। ऐसे में पुलिस ने आरोपी को सोलापुर से ही गिरफ्तार कर लिया।
बेरोजगारी के चलते बना फर्जी किन्नर
पुलिस ने जब आरोपी को दबोचा तो उसने बातया कि लॉकडाउन के चलते उसे कोई काम नहीं मिल रहा था। वह कई दिनों से बेरोजगार था। घर का खर्चा निकालना भी मुश्किल था। ऐसे में वह किन्नर बन चोरी करने लगा। फिलहाल पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है।