खुद की टीम खड़ी करेंगे पंजाब के पूर्व ‘कैप्टन’ अमरिंदर, नई पार्टी का किया ऐलान, BJP का देंगे साथ
BJP का साथ देने को तैयार हैं कप्तान अमरिंदर सिंह लेकिन रख दी है यह शर्त
चंडीगढ़ : पंजाब की राजनीति में कुछ दिनों से एक सवाल बड़ा चर्चा में था कि सीएम पद से इस्तीफ़ा देने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह भारतीय जनता पार्टी का दामन थामेंगे या फिर खुद की नई पार्टी बनाएंगे. तो इसका जवाब खुद अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को दे दिया. उन्होंने घोषणा कर दी कि वे अपनी खुद की नई पार्टी बनाने वाले हैं.
मंगलवार को कैप्टन ने नई पार्टी के ऐलान के साथ सभी तरह की अफवाहों को विराम दे दिया. कैप्टन के ऐलान के बाद उनके मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने सोशल मीडिया के माध्यम से अहम जानकारी साझा की. ठुकराल ने ट्वीट करते हुए कैप्टन के हवाले से लिखा कि, ‘पंजाब के भविष्य की लड़ाई जारी है. एक साल से अधिक समय से अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रहे हमारे किसानों सहित पंजाब और उसके लोगों के हितों की सेवा के लिए जल्द ही अपनी खुद की राजनीतिक पार्टी शुरू करने की घोषणा करेंगे.’
‘The battle for Punjab’s future is on. Will soon announce the launch of my own political party to serve the interests of Punjab & its people, including our farmers who’ve been fighting for their survival for over a year’: @capt_amarinder 1/3 pic.twitter.com/7ExAX9KkNG
— Raveen Thukral (@RT_Media_Capt) October 19, 2021
एक अन्य ट्वीट में लिखा गया है कि, ‘अगर अगले साल की शुरुआत में होने वाले पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले किसानों के हित में तीनों कृषि कानूनों पर चल रहे विवाद का समाधान कर दिया जाता है तो वह बीजेपी के साथ सीटें शेयर करने पर विचार करेंगे. कैप्टन ने कहा कि वह समान विचारधारा वाले दलों जैसे अलग हुए अकाली समूहों, विशेष रूप से ढींडसा और ब्रह्मपुरा गुट के साथ गठबंधन की संभावना भी देख रहे हैं.’
‘Hopeful of a seat arrangement with @BJP4India in 2022 Punjab Assembly polls if #FarmersProtest is resolved in farmers’ interest. Also looking at alliance with like-minded parties such as breakaway Akali groups, particularly Dhindsa &
Brahmpura factions’: @capt_amarinder 2/3 https://t.co/rkYhk4aE9Y— Raveen Thukral (@RT_Media_Capt) October 19, 2021
पूर्व सीएम ने बताया कि, ‘जब तक मैं अपने लोगों और अपने राज्य का भविष्य सुरक्षित नहीं कर लेता, तब तक चैन से नहीं बैठूंगा. पंजाब को राजनीतिक स्थिरता और आंतरिक व बाहरी खतरों से सुरक्षा की जरूरत है. मैं अपने लोगों से वादा करता हूं कि इसकी शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वह सब करूंगा जो आज दांव पर है.’
‘I will not rest till I can secure the future of my people and my state. Punjab needs political stability and protection from internal & external threats. I promise my people I will do what it takes to ensure its peace and security, which is today at stake’: @capt_amarinder 3/3 https://t.co/HB4xYwYcKM
— Raveen Thukral (@RT_Media_Capt) October 19, 2021
कैप्टन ने इस्तीफ़ा देने के बाद कांग्रेस भी छोड़ी…
बता दें कि 18 सितंबर को अमरिंदर सिंह ने पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा दे दिया था. उन्होंने पार्टी पर खुद का अपमान करने के आरोप लगाए थे और सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी जैसे कांग्रेस के आला नेताओं से उनके रिश्ते ठीक नहीं थे. कांग्रेस हाईकमान के प्रति उन्होंने नाराजगी जाहिर की थी.
सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद एक साक्षात्कार में अमरिंदर ने कहा था कि, ‘मैं अब तक कांग्रेस में हूं लेकिन आगे नहीं रहूंगा. मैंने पहले ही अपनी पोजिशन स्पष्ट कर दी है कि मेरे साथ इस तरह का व्यवहार नहीं किया जाएगा. मैं कांग्रेस में 50 साल से हूं. मैंने बताया कि सबको पता है कि मेरे अपने मत हैं, अपने सिद्धांत हैं.’ इसके बाद अमरिंदर ने 30 सितंबर को कांग्रेस छोड़ दी थी.
पूर्व सीएम ने आगे कहा था कि, ‘जिस तरह मेरे साथ कांग्रेस के अंदर व्यवहार हुआ, साढ़े 10 बजे मुझे हाईकमान कॉल करते हैं कि आप इस्तीफा दे दो. मैंने एक बार भी नहीं पूछा क्यों, मैंने तुरंत इस्तीफा लिखकर 4 बजे राज्यपाल को दे दिया. जो पर्यवेक्षक आए थे उन्होंने सबको कॉल किया लेकिन सीएम हाउस में किसी ने नहीं जाना. अगर 50 साल बाद मेरी विश्वसनीयता पर शक हो रहा है तो फिर कुछ बचा नहीं.’
BJP में जाने की थी अटकलें, अमित शाह से की थी मुलाक़ात…
कांग्रेस छोड़ने के बाद ऐसी अटकलें भी थी कि अमरिंदर भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम सकते हैं और इन अटकलों को उस समय अधिक हवा मिली थी जब दिल्ली में अमरिंदर सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी हालांकि उन्होंने खुद यह स्पष्ट कर दिया था कि वे भाजपा में शामिल नहीं हो रहे हैं.