28 दरिंदों ने लूटी नाबालिग लड़की की इज्जत, सपा-बसपा नेता सहित पिता भी गिरफ्तार
होटल में नेताओं को सौंप देता था बेटी को, 28 लोगों ने लूटी थी आबरू, पीड़िता ने सुनाई आपबीती
ललितपुर रेप केस (Lalitpur Rape Case) पिछले कुछ दिनों से चर्चा का विषय बना हुआ है। इस मामले में 11वीं क्लास की 17 वर्षीय लड़की ने 12 अक्टूबर को सदर कोतवाली में अपने पिता और अन्य के खिलाफ रेप का केस दर्ज किया था। इसमें पीड़िता के पिता, चाचा और सपा व बसपा के जिलाध्यक्ष सहित 25 नामजद और तीन अज्ञात आरोपी शामिल है।
इस मामले को लेकर ललितपुर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) निखिल पाठक ने बताया था कि लड़की के अनुसार सभी आरोपियों ने उसके साथ अलग-अलग जगहों पर बलात्कार किए। अब इस मामले पुलिस ने 7 आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है।
ये है पूरा मामला
कलयुगी बाप ने अपनी बेटी का एक दो नहीं बल्कि दर्जनों लोगों से रेप करवाया। मिली जानकारी के अनुसारबाप ही लड़की को स्कूल से वापस लाता था और उसे सीधे होटल में जाकर लोगों को सौंप दिया करता था। इतना ही नहीं बल्कि लॉकडाउन के दौरान खुद बाप ने अपनी बेटी के साथ यह घिनौना काम किया। हैवानियत यहीं नहीं रुकी बल्कि पिता के साथ साथ लड़की के भाई, चाचा, ताऊ ने भी उसके साथ गंदा काम किया। लड़की को जिन लोगों को सौंपा गया था उसमें जिला के कई शीर्ष नेताओं के भी नाम शामिल हैं।
लड़की ने खुद पुलिस को आपबीती सुनाई। उसने कहा कि इस कांड में उसके परिवार के 9 लोग शामिल हैं, जबकि सपा और बसपा से जुड़े जिला के शीर्ष नेताओं ने भी कई बार उसके साथ रेप किया। लड़की ने बताया कि घरवालों ने ही उन सबके सामने खुद उसको सौंप दिया था। लड़की ने पुलिस को जो अपने बयान में बताया उसके मुताबिक, 25 नामजद लोगों सहित 28 के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। न्यायालय में भी बयान दर्ज कराए गए हैं और मेडिकल टेस्ट भी हो चुका है।
उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले के इस मामले ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है। खबरों के अनुसार ऐसा बताया जा रहा है कि लड़की ललितपुर कोतवाली इलाके की रहने वाली है और वह अभी नाबालिक है। लड़की की उम्र 18 साल की भी पूरी नहीं हुई है। लड़की ने आपबीती सुनाते हुए कहा कि उसने बहुत कुछ सहा है। लड़की ने बताया कि 6 साल से उसके साथ दर्जनों लोगों ने रेप किया, इतना ही नहीं बल्कि घर के लोग भी उसका रेप किया करते थे और दूसरों से भी करवाते थे।
पुलिस को लड़की ने बताया कि जब वह इसका विरोध किया करती थी तब उसके पिता उसे खूब मारा-पीटा करते थे। इतना ही नहीं बल्कि उसकी मां को भी उसके पिता पीटते थे और मारने की धमकी दिया करते थे। लड़की ने बताया कि पापा उसे स्कूल से लाते और सीधा होटल में ले जाकर छोड़ दिया करते थे। स्टेशन के पास एक होटल है, वहां पर अक्सर ले जाया करते थे। वहां पर एक महिला मिलती थी और वह मुझे कमरे में ले जाती थी, यहां कई बार लोगों ने उसके साथ जबरदस्ती रेप किया।
लड़की ने आपबीती सुनाते हुए कहा कि एक बार तो उसे औरत होटल में ले गई। कमरे में एक आदमी आया। इसके बाद वह बेहोश हो गई थी। जब उसको होश आया तो उसके कपड़े और जूते इधर-उधर बिखरे हुए थे और उसके पेट में भी बहुत तेज दर्द हो रहा था। लड़की ने कहा कि उससे कई नेताओं ने भी रेप किया है।
लड़की ने पुलिस को बताया कि पापा, भाई, चाचा और ताऊ द्वारा रेप की बात उसने अपनी मां को कई बार बताई थी। तब उसकी मां उसे लेकर थाने भी गई थी परंतु किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं की गई। इसके बाद पापा ने उसको बहुत पीटा और लॉक डाउन के दौरान खुद उसके साथ कई बार रेप किया। लड़की ने कहा कि रेप करने से पहले उसके पापा मां को दवाइयों से बेहोश कर दिया करते थे।
रेप मामले में गिरफ्तार हुए सपा-बसपा नेता
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में बहुजन समाज पार्टी (BSP) नेता दीपक अहिरवार, समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) नेता तिलक यादव और एक इंजीनियर महेंद्र दुबे भी शामिल हैं। पुलिस ने इन तीनों आरोपियों को मिर्जापुर जिला मुख्यालय के एक होटल से छापे मारने के दौरान गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद सभी आरोपियों को अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
पुलिस ने बढ़ाई लड़की की सुरक्षा
आरोपियों की गिरफ़्तारी के बाद पुलिस ने पीड़िता की सुरक्षा बढ़ा दी है। लड़की के घर और आसपास के इलाकों में कुछ पुलिस कर्मचारी तैनात किए गए हैं। बचे हुए आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस राज्य के अलग अलग हिस्सों में छापेमारी कर रही है। इसके लिए उन्होंने सात टीमों का गठन भी किया है। उम्मीद की जा रही है कि सभी आरोपी जल्द ही पुलिस की हिरासत में होंगे।
सपा-बसपा को प्रदर्शन करना पड़ा महंगा
जब सपा और बसपा के नेताओं का नाम नाबालिग लड़की के साथ रेप के मामले में सामने आया तो दलों के कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। दोनों दल के नेताओं ने इस बीजेपी की साजिश करार दिया। हालांकि इन लोगों को प्रदर्शन करना तब भारी पड़ गया जब पुलिस ने इन इन प्रदर्शनकारियों के विरुद्ध ही केस दर्ज कर दिया।
बीजेपी ने सपा-बसपा को लिया आड़े हाथ
इस मामले पर बीजेपी ने सपा और बसपा पर निशाना साधा। राज्य सरकार के मंत्री सिद्धार्थ सिंह ने इसे एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि SP और BSP पार्टियों के लोगों का नाम इस केस में सामने आया है, इससे दोनों दलों के नेताओं के चाल-चरित्र और असली चेहरे उजागर हो गए हैं। उन्हें इसका जवाब जनता देगी। कानून इस मामले में अपना काम करेगा।