सिंघु बॉर्डर: दलित युवक की हत्या पर ट्रोल हुए पंजाब के सीएम, ‘लोग पूछ रहे कहाँ गया दलित प्रेम?’
सिंघु बॉर्डर हत्या मामले में मुखर हुए नेटिजन्स, पूछ रहे चरणजीत चन्नी से यह सवाल...
किसानों के सिंघु बार्डर (Singhu Border) पर चल रहे आंदोलन (farmers protest) को लेकर ट्वीटर (twitter) पर एक बार फिर ट्रोल शुरू हो गया है। जी हां सिंघु बार्डर पर एक युवक का हाथ काटे जाने और उसे लटकाए जाने की घटना के बाद ट्वीटर पर किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) और विपक्ष के नेताओं के खिलाफ जमकर कमेंट किए जा रहे हैं। इतना ही नहीं पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी को भी यूज़र्स जमकर ट्रोल कर रहें है।
वैसे इन बातों का हमारे सियासतदानों पर कोई फ़र्क पड़ता नहीं। वह अलग बात है, लेकिन एक बात तो है कि जो चरणजीत सिंह चन्नी अपने को दलित कहते हुए नहीं अघा रहे थे और पंजाब में कांग्रेस ने जिन्हें दलित मुख्यमंत्री के रूप में प्रोजेक्ट किया। वो भी अभी तक किसान आंदोलन के पास मारे गए युवक की मौत पर चुप्पी साध रखी। जो अपने आप में कई सवाल खड़े करती है।
बता दें कि सिंघु बार्डर पर तरनतारन के दलित समाज के युवक की निर्मम हत्या पर प्रदेश के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ट्रोल हो रहे हैं। लोग उनसे पूछ रहे हैं कि अब उनका दलित प्रेम कहां गया है? वैसे उनसे सवाल बनता भी है क्योंकि मुख्यमंत्री बनने के बाद वह कहते नजऱ आए थे कि वह दलित परिवार से हैं और दलित समुदाय का दुख दर्द जानते हैं।
अब ऐसे में सवाल वाज़िब है कि आख़िर में दलित समुदाय के दर्द को समझते हैं फ़िर एक दलित व्यक्ति की हत्या पर चुप्पी क्यों? क्या उनकी चुप्पी किसान आंदोलन को समर्थन दे रही या सिर्फ उनका दलित प्रेम दिखावा था? यह भी एक सवाल है।
वैसे हाल ही में काबुल में गुरुद्वारा साहिब पर हुए हमले पर उनके ट्वीट में लिखा है कि मैं हथियारबंद व्यक्तियों द्वारा काबुल में गुरुद्वारा साहिब पर हमले की कड़ी निंदा करता हूं। मैं पीएम से आग्रह करता हूं कि वह सिखों और उनके धार्मिक स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय विदेश मंत्रालय को तुरंत अफगानिस्तान सरकार के साथ मामला उठाने का निर्देश दें। उनके इस ट्वीट पर यूजर्स कह रहे हैं कि आपको हजारों किलोमीटर दूर बैठे सिखों की याद आ रही है, जबकि आपके प्रदेश के ही युवक की निर्मम हत्या कर दी गई, इस पर एक शब्द नहीं बोला।
I strongly condemn the attack on Gurdwara Sahib in Kabul by armed persons. I urge PM @NarendraModi to immediately direct the Union Ministry of External Affairs to take up the matter with Afghanistan government for ensuring safety & security of the Sikhs and their religious places
— Charanjit S Channi (@CHARANJITCHANNI) October 16, 2021
बता दें कि इसी बात को मद्देनजर रखते हुए एक यूजर ने लिखा है कि, “सिंघु बॉर्डर पर तरनतारन के दलित युवक लखबीर की तालिबानी स्टाइल में नृशंस हत्या हुई। सोचा आपको सूचित कर दूं। हो सकता है आपकी नॉलेज में न हो।” वहीं एक दूसरे ने लिखा है कि जब कोई बड़ा हो जाता है। तब समान्य दलित इनको भी नीचे वाले लगने लगते हैं।
A dalit was lynched in singhu border!! No need to codemn??
Pls appeals to all nihang,pls fight in Afghanistan— Sanjiv (@singlas111) October 16, 2021
इतना ही नहीं एक अन्य यूजर ने लिखा है, “सर! पहले अपने घर की बात कर लो, फिर दूसरे की ओर झांकना। पहले अपने यहां के लोगों को सजा दो। जिसने उस निर्दोष की बेरहम तरीके से जान ले ली, उनका कुछ करो।”
अबे चवन्नी सिंधु बॉर्डर पर क्या हुआ उस पर भी कमेंट कर दे
— RAZAN .. AGNOSTIC (@Razanagnostic) October 16, 2021
वहीं गौरतलब हो कि एक यूजर ने तो यहां तक कह दिया कि क्यों निहंग केवल भारत में ही वीरता दिखाएंगे? आज प्रधानमंत्री याद आ गए, जब बीएसएफ (BSF) का अधिकार क्षेत्र बढ़ाया था, तब तो बहुत छाती पीट रहे थे। अच्छा जिस दलित की हाथ काटकर हत्या की गई, उसको कितने रुपए की आर्थिक मदद दी जा रही है, उत्तर प्रदेश में तो बड़े जिल्लेइलाही बन रहे थे।”
#JusticeForLakhbirSingh
इस जघन्य कृत्य पर अपनी चुप्पी तोड़े, सीएम साहब pic.twitter.com/1fHfP2mBki— Bhim Army Bikaner (@BHIMARMY_Rj07) October 16, 2021
निहंग सिंहों ने सिंघु बॉर्डर पर कर दी थी दलित की हत्या…
जानकारी के लिए बता दें कि लखवीर सिंह निवासी तरनतारन की दिल्ली हरियाणा के सिंघु बॉर्डर पर निहंगों द्वारा हत्या कर दी गई थी। आरोप है कि उसने श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी की है और इसी कारण तड़पा-तड़पाकर उसकी हत्या कर दी गई। यही नहीं उसका शव बैरिकेड से लटका दिया गया था। पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया था और इसके बाद चार निहंगों ने सरेंडर कर दिया। पुलिस ने एक निहंग को हत्या वाले दिन ही और तीन को शनिवार को गिरफ्तार किया है।
वहीं हत्याकांड के बाद पूरे देश से प्रतिक्रिया आई। संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से भी इससे पल्ला झाड़ते हुए जांच की मांग की गई है।
पंजाब के सीएम का अभी तक नही आया बयान…
वहीं मालूम हो कि इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का कोई बयान नहीं आया है। इस कारण वह विरोधी पार्टियों के निशाने पर तो हैं ही, सोशल मीडिया यूजर्स भी इसलिए उनसे सवाल करने लगे हैं। उनके खिलाफ लोगों में गुस्सा साफ तौर पर देखा जा सकता है। सोशल मीडिया पर उनसे तरह तरह के सवाल पूछे जा रहे हैं। मगर किसी भी कमेंट पर उनका कोई रिप्लाई नहीं आया है। जो कई सवाल खड़े करता है, लेकिन शायद उसका उत्तर चन्नी के पास भी नहीं।
ट्वीटर पर विपक्षी नेताओं के खिलाफ कमेंट की बाढ़…
If you want to feel the situation of Afghanistan then don’t go there just visit the Singhu border. What the Taliban is doing there is exactly the same Fake farmers did here.#Talibanism#KHALISTANI_PAKISTANI pic.twitter.com/WnDcJZtV4V
— ? ꫀꪶꪶꪗ ? (@Elly__22) October 15, 2021
आख़िर में बता दें कि लगातार इस दलित युवक की हत्या के बाद ट्विटर पर ट्वीट हो रहे और सभी विपक्षी दल के नेता और तथाकथित किसान नेताओ को लपेटे में ले रहे, आप भी देखिए कुछ कमेंट और अंदाजा लगाइए देश में विपक्ष और तथाकथित किसान नेता क्या कर रहें हैं….
Reality of farmer’s protest ?#singhuborder pic.twitter.com/haDpnsimRz
— Gaurav Tiwari (@adolitics) October 15, 2021