जब गर्लफ्रेंड से 17 साल बाद मिले थे राजेश खन्ना, माहौल बन गया था ऐसा की खुद को रोक न सके काका
हिंदी सिनेमा के पहले सुपरस्टार कहे जाने वाले दिग्गज़ और दिवंगत अभिनेता राजेश खन्ना को फैंस ने ख़ूब प्यार दिया था. राजेश खन्ना को आज भी फैंस बेहद याद करते हैं और आज भी उनकी फिल्मों, उनकी गजब की अदाकारी को ख़ूब सराहा जाता है. राजेश खन्ना ने हिंदी सिनेमा में जो स्टारडम पाया वो न उनके पहले किसी अन्य कलाकार को नसीब हुआ और न ही उनके बाद. हालांकि वे लंबे समय तक अपनी सफ़लता को संभाल नहीं पाए थे.
राजेश खन्ना ने अपने फ़िल्मी करियर का आगाज साल 1966 में किया था. इस दौरान उनकी पहली फिल्म ‘आख़िरी खत’ रिलीज हुई थी. राजेश खन्ना के लिए साल 1969 से लेकर साल 1972 तक का समय सबसे शानदार रहा. इन सालों में उन्होंने एक के बाद एक 15 हिट फ़िल्में दी और वे बन गए हिंदी सिनेमा के पहले सुपरस्टार.
राजेश खन्ना ने सुपरस्टार का तमगा हासिल किया और हर उम्र वर्ग के लोगों के दिलों में ख़ास पहचान बनाई. ख़ास कर लड़कियां तो राजेश की एक झलक पाने के लिए बेताब रहती थीं. ‘काका’ के नाम से भी ख़ास पहचान रकने वाले राजेश खन्ना जब कहीं से निकलते थे तो लड़कियां उनकी सफ़ेद रंग की गाड़ी को चूम-चूम कर उसे लाल-गुलाबी कर देती थी. हालांकि ‘काका’ का दिल खुद उनसे 15 साल छोटी अभिनेत्री पर आया था.
बता दें कि, राजेश खन्ना ने साल 1973 में 31 साल की उम्र में 16 साल की डिंपल कपाड़िया से शादी की थी, लेकिन शादी के 11 सालों के बाद ही दोनों अलग हो गए थे. हालांकि दोनों ने कभी तलाक नहीं लिया था. लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि डिंपल से शादी से पहले ‘काका’ का अफ़ेयर अभिनेत्री अंजू महेंद्रू संग चला था. दोनों करीब 5 साल तक रिश्ते में थे और साल 1972 में दोनों का ब्रेकअप हो गया था.
राजेश खन्ना और अंजू रिश्ता ख़त्म होने के 17 सालों के बाद एक-दूसरे से मिले थे तो काफी अजीब माहौल था. अभिनेत्री ने खुद इस बारे में ख़ुलासा किया था और बताया था कि, “जब 17 सालों बाद हमने एक-दूसरे से पहली बार बात की थी तो मैं यह स्वीकार करती हूं कि हमारे बीच माहौल काफी अजीब हो गया था. हम दोनों को ही अजीब महसूस हो रहा था.”
एक्ट्रेस ने आगे बताया था कि, “न तो मैंने उन्हें जतिन कहकर बुलाया, जैसे मैं पहले पुकारती थी और न ही उन्होंने मुझे पहले की तरह निक्की कहकर पुकारा. मैंने उन्हें काका तक नहीं कहा, क्योंकि यह काफी ज्यादा फिल्मी हो जाता.” कुछ देर बाद उन्होंने मुझे एक झप्पी दिया . बताया जाता है कि, दोनों कलाकारों का अफ़ेयर साल 1966 से 1972 के बीच चला था और इस दौरान एक्ट्रेस राजेश खन्ना के घर में ही लिव-इन में भी रही थीं.
बताया जाता है कि अपनी फिल्मों को राजेश खन्ना, अंजू के साथ ही देखते थे और वे चाहते थे कि अंजू उनके काम की तारीफ करें, हालांकि तारीफ़ के बजाय उन्हें अंजू से आलोचना सुननी पड़ी थी. इस बारे में ‘काका’ ने अपने एक साक्षात्कार में कहा था कि, “मुझे तारीफों की उम्मीद नहीं थी, केवल मैं उनकी हामी ही चाहता था लेकिन वह हमेशा आलोचना करती थीं.”
वहीं इस पर बात करते हुए अंजू ने कहा था कि, “मैं आलोचक थी, क्योंकि मैं ऐसी ही हूं. अगर वह बुरे हैं तो मैं हमेशा यही कहूंगी. मुझे उन्हें केवल खुश रखने के लिए ही उनकी तारीफ क्यों करनी चाहिए. उनके अहंकार को बढ़ाने के लिए उनके आसपास पहले से ही बहुत कुछ मौजूद था.”