किसी सरकार ने नहीं दी ‘वीर’ की उपाधि, करोड़ों भारतीय लोगों ने बनाया है ‘वीर सावरकर’ – अमित शाह
जिस व्यक्ति को एक ही जीवन में 2 जीवन की सजा हुई, उसकी देशभक्ति पर सवाल उठा रहे हैं
बीते कई दिनों से लगातार सावरकर को लेकर देश में चर्चा छिड़ी हुई है। जी हां इसी बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह तीन दिवसीय दौरे पर अंडमान और निकोबार पहुंचे हैं। गृहमंत्री शाह ने पोर्ट ब्लेयर में सेल्युलर जेल का दौरा कर विनायक दामोदर सावरकर को श्रद्धांजलि अर्पित की है। वहां एक कार्यक्रम में बोलते हुए अमित शाह ने कहा कि देश भर के लोगों के लिए अंग्रेजों द्वारा बनाई गई ये सेल्युलर जेल सबसे बड़ा तीर्थ स्थान है।
इसीलिए सावरकर जी कहते थे कि ये तीर्थों में महातीर्थ है, जहां आजादी की ज्योति को प्रज्वलित करने के लिए अनेकों लोगों ने बलिदान दिए हैं। इस दौरान शाह ने कहा, ‘किसी सरकार ने सावरकर को ‘वीर’ की उपाधि नहीं दी। 131 करोड़ लोगों ने उनके साहस और देशभक्ति को स्वीकार करने के लिए उनके नाम में ‘वीर’ जोड़ा है। कुछ उनकी जिंदगी पर सवाल उठा रहे हैं। दुख की बात है कि आप 2 आजीवन कारावास की सजा वाले एक व्यक्ति की देशभक्ति पर सवाल उठा रहे हैं।’
उन्होंने कहा कि कुछ लोग सावरकर जी के जीवन पर सवाल उठाते हैं, बड़ा दुख होता है, दर्द होता है, वेदना होती है। जिस व्यक्ति को एक ही जीवन में 2 जीवन की सजा हुई, उसकी देशभक्ति पर सवाल उठा रहे हैं। जिस व्यक्ति ने कई किलोमीटर दूर स्टीमर से छलांग लगाकर भारत के लिए लड़ने का फैसला किया, फ्रांस की धरती पर जाने का फैसला किया, उस पर प्रश्न चिन्ह्र लगा रहे हैं। जो कौल्हू का बैल बनकर 30 पाउंड तेल निकालने की सजा झेलता रहा, उस व्यक्ति की देशभक्ति पर सवाल उठा रहे हो, अरे शर्म करो।
#WATCH | No govt gave title of ‘Veer’ to Savarkar. 131 cr people added ‘Veer’ to his name to acknowledge his courage & patriotism. Some are questioning his life. Painful that you’re questioning patriotism of a man sentenced to 2 life terms of imprisonment..: HM at Cellular Jail pic.twitter.com/jy5lkQ1SfW
— ANI (@ANI) October 15, 2021
बता दें कि इससे पहले अंडमान-निकोबार पहुंचे गृह मंत्री अमित शाह ने पोर्ट ब्लेयर की सेल्युलर जेल में स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि दी। अमित शाह अंडमान-निकोबार के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। अमित शाह ने पोर्ट ब्लेयर की सेल्युलर जेल में वीर सावरकर को श्रद्धांजलि दी। वो जेल की उस सेल में भी गए जहां सावरकर को कैद किया गया था।
शाह ने कहा कि देशभर के लोगों के लिए अंग्रेजों की बनाई हुई ये सेल्युलर जेल सबसे बड़ा तीर्थ स्थान है। इसलिए सावरकर जी कहते थे कि ये तीर्थों में महातीर्थ है, जहां आजादी की ज्योति को प्रज्वलित करने के लिए अनेक लोगों ने अपना बलिदान दिया। वहीं अमित शाह ने कहा कि अब जिस रास्ते पर मोदी जी के नेतृत्व में भारत ने आगे बढ़ने और चलने का निर्णय लिया है, वो पीछे मुड़ने का नहीं बल्कि आगे बढ़ते रहने का रास्ता है और सावरकर और सान्याल जैसे वीर स्वतंत्रता सेनानियों की संकल्पना का भारत बनाने का रास्ता है।
आख़िर में बता दें कि अंडमान निकोबार प्रवास के दौरान गृहमंत्री ‘शहीद द्वीप पारिस्थितिकी पर्यटन परियोजना’ और ‘स्वराज द्वीप जल हवाई अड्डा’ के तहत निर्माणाधीन विभिन्न विकास कार्यों का हवाई सर्वेक्षण भी करेंगे और नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वीप का भी दौरा करेंगे। वहीं रविवार को वह अंडमान निकोबार पुलिस की ओर से आयोजित होने वाले एक कार्यक्रम में शामिल होंगे।
गौरतलब हो कि शाह 15 से 17 अक्टूबर तक अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। इसके बाद गृहमंत्री का 23 से 25 अक्टूबर तक जम्मू-कश्मीर के दौरे पर जाने की संभावना है।