असल में भी पति-पत्नी थे रामायण के दशरथ-कौशल्या, एक ने की 250 फ़िल्में, एक ने एक्टिंग के लिए छोड़ी नौकरी
रामायण: अब भी काम कर रहे हैं दशरथ, कौशल्या छोड़ चुकी है दुनिया, ऐसा था दोनों का रिश्ता
दिवंगत निर्देशक रामानंद सागर द्वारा निर्देशित ऐतिहासिक धारावाहिक ‘रामायण’ का हर एक किरदार आज भी दर्शकों के दिलों में बसा हुआ है. रामायण ने दुनियाभर में कई रिकॉर्ड कायम किये थे और आज 34 सालों के बाद भी इस बहुचर्चित धारावाहिक की ख़ूब बातें होती हैं. ‘रामायण’ में भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण जी, हनुमान जी और रावण का किरदार निभाने वाले कलाकरों की अक्सर बातें होती रहती है, हालांकि इन किरदारों की तुलमा में कम ही अन्य कलाकारों की बातें होती है.
ऐसे में आज हम आपसे ‘रामायण’ में दशरथ जी और माता कौशल्या का किरदार निभाने वाले कलाकारों के बारे में बातें करेंगे.
बता दें कि, ‘रामायण’ में जिन्होंने दशरथ जी का किरदार निभाया था उनका नाम बाल धुरी (Bal Dhuri) हैं. उनका असली नाम भैयूजी बताया जाता है, हालांकि घर में उन्हें प्यार से ‘बाल’ कहकर बुलाया जाता था तो उन्होंने फिर अपना नाम बदल लिया था. वहीं कौशल्या का किरदार निभाने वाली अभिनेत्री का नाम जयश्री गेडकर (Jayshree Gadkar) था.
इन दोनों कलाकारों से जुड़ी एक ख़ास बात यह है कि दोनों ‘रामायण’ में तो पति-पत्नी थे ही वहीं असल जिंदगी में भी ये कलाकार पति-पत्नी थे. दोनों ही फिल्मों में भी काम कर चुके हैं. आइए इनके बारे में विस्तार से जानते हैं.
मराठी फिल्मों के साथ ही बाल धुरी ने गुजराती और हिंदी फिल्मों में भी काम किया. वे ‘जय बजरंग बली’, ‘ईश्वर’, ‘सौतन की बेटी’ जैसी बॉलीवुड फिल्मों में देखने को मिलें हैं. वहीं 30 से अधिक नाटकों में भी बाल ने काम किया है. हालांकि उन्हें सबसे बड़ी और ख़ास पहचान ‘रामायण’ में भगवान श्री राम के पिता ‘दशरथ’ के किरदार से मिली थी.
बाल धुरी का जन्म महाराष्ट्र में साल 1944 में हुआ था. माता-पिता की चाहत के अनुसार पढ़-लिखकर बाल धुरी ने अच्छी नौकरी की. हालांकि उन्होंने बाद में नौकरी छोड़ दी थी और फिर अभिनय के क्षेत्र की ओर रुख किया. अपने फ़िल्मी करियर का आगाज़ बाल धुरी ने मराठी फिल्म ‘देवाचिए द्वारी’ से किया था. गौरतलब है कि 76 वर्ष की उम्र में भी बाल धुरी अभिनय के क्षेत्र में सक्रिय हैं.
बात माता कौशल्या का किरदार निभाने वाली जयश्री गेडकर की करें तो दुर्भाग्य वश वे आज हमारे बीच नहीं है. साल 2008 में जयश्री का निधन हो गया था. वे बाल कलाकार के रूप में ही फिल्मों में काम करने लगी थी. 21 फरवरी 1942 कनार्टक के कारवार में जन्मीं जयश्री ‘सांगते एका’, ‘अवगाची संसार’, ‘मानिनी’ जैसी हिट फिल्मों में नज़र आई हैं.
जयश्री ने मराठी और हिंदी फिल्मों में काम करने के साथ ही अपने हुनर का जलवा तमिल, तेलगू सिनेमा में भी दिखाया था. वे करीब 4 दशक तक सिनेमा से जुड़ी रही और इस दौरान उन्होंने 250 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया. एक मंझी हुई अभिनेत्री होने के साथ ही जयश्री एक बहुत ही शानदार डांसर भी थीं. हालांकि जयश्री को भी बड़ी और ख़ास पहचान ‘रामायण’ ने ही दिलवाई थी. ‘रामायण’ की माता कौशल्या बनकर उन्होंने दर्शकों के दिलों में एक ख़ास जगह बनाई थी.
साल 2008 में जयश्री के निधन के साथ बाल धुरी और जयश्री की जोड़ी टूट गई थी. शादी के बाद दोनों एक बेटे के माता-पिता बने थे.