श्वेता बच्चन की वजह से जया ने छोड़ दी थी एक्टिंग, बेटी की एक बात ने उन्हें अंदर तक हिला दिया था
जया बच्चन बॉलीवुड के बीते जमाने की जानी मानी एक्ट्रेस हैं। उनका फिल्मी करियर बहुत ही शानदार रहा है। उन्होंने राजनीति में भी हाथ आजमाया है। वर्तमान में जया ने फिल्मों से लगभग दूरी बना ली है। वह बहुत कम ही फिल्मों में दिखाई देती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि जया ने एक्टिंग तब छोड़ी थी जब उनका करियर पीक पर था। उनके एक्टिंग छोड़ने की वजह बेटी श्वेता बच्चन थी। बेटी ने उन्हें एक ऐसी बात कह दी थी जिसे सुन उन्होंने अभिनय करना छोड़ देना ही सही समझा। तो आखिर श्वेता ने अपनी मां जया बच्चन से ऐसा क्या कहा था? चलिए जानते हैं।
जया बच्चन का जन्म 9 अप्रैल 1948 को मध्यप्रदेश के जबलपुर में हुआ था। उनके पिता तरुण कुमार एक मशहूर लेखक और कवि थे। वहीं उनकी मां इंदिरा एक हाउस वाइफ थी। जया को घर में हमेशा से ही एक पढ़ाई लिखाई का माहौल मिला था। इसलिए उनकी दिलचस्पी कला के क्षेत्र में अधिक थी।
जया को बॉलीवुड में रोल मिलने की कहानी भी बड़ी दिलचस्प है। एक बार जया फिल्म की शूटिंग देखने गई थी। उस समय अभिनेत्री शर्मीला टैगोर ने फिल्म मेकर सत्यजीत रे के सामने जया का नाम रखा। उस समय वे अपनी फिल्म ‘महानगर’ (1963) के एक खास किरदार के लिए लड़की खोज रहे थे। बस फिर क्या था जया को ये रोल मिल गया और उनका फिल्मी करियर स्टार्ट हो गया। इसके बाद जया 1971 में धर्मेंद्र के साथ ‘गुड्डी’ फिल्म में नजर आई। यह फिल्म उनके लिए मील का पत्थर साबित हुई।
‘गुड्डी’ फिल्म की सफलता के बाद जया ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। वे लगातार एक के बाद एक हिट फिल्में देती रही। इस दौरान उन्होंने कई बड़े अभिनेताओं संग काम किया, इसमें अमिताभ बच्चन भी शामिल थे। अमिताभ और जया के बीच प्यार का फूल खिला और दोनों 1973 में शादी के बंधन में बंध गए।
‘शोले’ फिल्म की शूटिंग के दौरान जया गर्भवती थी। तब उनके बेटे में बेटी श्वेता बच्चन पल रही थी। श्वेता को जन्म देने के कुछ साल बाद उन्होंने बेटे अभिषेक बच्चन को जन्म दिया। शादी और बच्चे होने के बाद भी जया लगातार काम कर रही थी। लेकिन फिर उनकी बेटी ने कुछ ऐसा कह दिया जिसके बाद उन्होंने अपनी एक्टिंग पर ब्रेक लगा दिया।
दरअसल जया बच्चन काम के चलते अक्सर घर से बाहर रहती थी, ऐसे में उनकी छोटी सी बेटी श्वेता ने कहा कि ‘मम्मी आप घर पर हमारे साथ क्यों नहीं रहती? काम सिर्फ पापा को करने दीजिए।’ बेटी के मुंह से ये बात सुन जया अंदर से हिल गई। इसके बाद उन्होंने निर्णय लिया कि अब वे फिल्मों में काम नहीं करेंगी। फिर उन्होंने एक्टिंग छोड़ दी और एक मां का फर्ज नभाने लगी।
हालांकि जब जया के बच्चे बड़े हो गए तो उन्होंने एक लंबे ब्रेक के बाद फिर से फिल्मों में वापसी करने की कोशिश की। वह 1998 में फिल्म ‘हजार चौरासी की मां’ में दिखाई दी। फिर उन्हें ‘फिजा’, ‘कभी ख़ुशी कभी गम’, ‘कल हो ना हो’, और ‘लागा चुनरी में दाग’ जैसी कई फिल्मों में देखा गया।