जब हेमा के पास नहीं थे कार खरीदने के पैसे, तो शोरुम के मालिक से समझौता कर घर ले आई थी गाड़ी
5 हजार रु कम होने पर भी हेमा मालिनी को मिल गई थी नई कार, मालिक के साथ किया कुछ ऐसा
हिंदी सिनेमा की लोकप्रिय और ख़ूबसूरत अदाकारा हेमा मालिनी का भला कौन दीवाना नहीं हैं. हेमा मालिनी हिंदी सिनेमा के इतिहास की सबसे सफ़ल और खूबसूरत अभिनेत्रियों में से एक के रुप शुमार हैं. अब चाहे बड़े पर्दे से हेमा मालिनी दूर है हालांकि उनकी लोकप्रियता बरकरार हैं. कभी अभिनेत्री बनकर लोगों के दिलों पर राज करने वाली हेमा लंबे समय से राजनेत्री के रुप में काम कर रही हैं.
गौरतलब है कि हेमा मालिनी भारतीय जनता पार्टी की एक बड़ी नेत्रीं हैं और उत्तर प्रदेश के मथुरा से सांसद हैं. फिल्मों से तो हेमा ने ख़ूब नाम कमाया ही वहीं वे राजनीति की दुनिया में भी चर्चित हैं. आज हेमा मालिनी करोड़ों रूपये की संपत्ति की मालकिन हैं. उनके पास सुख-सुविधा की हर एक चीज मौजूद है हालांकि एक समय उनके पास गाड़ी खरीदने के लिए पैसों की कमी आ गई थी. हेमा ने खुद एक मजेदार किस्से के बारे में कई बार बात की है.
यह बात उस समय की है जब हेमा मालिनी ने एक अभिनेत्री के रुप में फिल्मों में कदम नहीं रखे थे. लेकिन वे तब फिल्म ‘सपनों का सौदागर’ साइन कर चुकी थी. एक मध्यमवर्गीय परिवार में जन्मीं और पली-बढ़ीं हेमा मालिनी ने अपनी बायोग्राफी में बताया है कि उनके घर में गाड़ी के नाम पर मात्र एक साइकिल हुआ करती थी. अगर उन्हें कहीं आना-जाना होता था तो ऐसे में परेशान होती थी और पब्लिक ट्रांसपोर्ट का ही यूज करना पड़ा था. लेकिन फिर उन्होंने कार खरीदने का मन बनाया.
हेमा मालिनी ने बताया था कि, उन्होंने अपने जीवन की पहली कार को साल 1967 में खरीदा था. इस दौरान हेमा दिग्गज़ अभिनेता और निर्माता-निर्देशक राज कपूर की फिल्म ‘सपनों का सौदागर’ के लिए चुन ली गई थीं और साइनिंग एमाउंट के रुप में कुछ फीस भी दी गई थी. इस बात से हेमा की मां काफी खुश थीं और हेमा को मां ने अपने लिए एक कार खरीदने के लिए कहा. इस पर हेमा ने भी सहमति दी और फिर वे निकल पड़ी नई गाड़ी खरीदने के लिए.
हेमा मालिनी अपनी मां को साथ लिए गाड़ी खरीदने के ले शोरूम चली गई. हमा ने एक कार पसंद की और उसे खरीद लिया. हालांकि इससे पहले एक बड़ी समस्या खड़ी हो गई थी. दरअसल, कार के लिए जितनी रकम मांगी जा रही थी हेमा के पास उससे 5 हजार रूपये कम थे. ऐसे में हेमा को कार मिलना मुश्किल हो गई. लेकिन अगले ही पल बात बन गई.
दरअसल, हेमा मालिनी ने शोरूम के मालिक से बात की और उन्हें समझाते हुए कहा कि, वह कुछ महीनों बाद उनको पूरी रकम दे देंगी. शोरूम के मालिक ठाकुर भीम सिंह ने भी हेमा की बात मान ली और उन्हें कार दे दी. बता दें कि, ठाकुर भीम सिंह मथुरा से थे और हेमा भी इसी क्षेत्र से लोकसभा सांसद हैं. आज भी हेमा अक्सर इस किस्से और ठाकुर भीम सिंह का जिक्र करती रहती हैं.
हेमा ने अपने करियर की शुरुआत साल 1968 में फिल्म ‘सपनों का सौदागर’ से की थी. अपने 4 दशक के लंबे करियर में हेमा ने कई बेहतरीन फ़िल्में दी. हिंदी सिनेमा में हेमा ‘ड्रीम गर्ल’ के नाम से भी ख़ूब लोकप्रिय हैं.