राजस्थान में दलित युवक की पीटकर हत्या, लेकिन राहुल प्रियंका को रूचि तो UP पर है
कांग्रेस शासित राज्यों में बढ़ रहा अपराध का ग्राफ़, जिग्नेश मेवाणी ने अपनी ही पार्टी पर उठाया सवाल...
सरकार किसी भी दल की हो, लेकिन देश में दलितों के खिलाफ सामाजिक भेदभाव और उन पर अत्याचार की खबरें अक़्सर आती रहती हैं। जी हां तमाम कानूनों और जागरूकता अभियान के बाद भी इस पर कड़ाई से रोक नहीं लग पा रही है और इसकी वजह से कई राजनीतिक दल भी इसको मुद्दा बनाकर अपनी राजनीति करते हैं। बता दें कि हाल ही में राजस्थान में एक ऐसी ही घटना हुई, जिसमें एक दलित युवक जगदीश मेघवाल की कथित तौर पर पड़ोसी की पत्नी से प्रेम संबंध होने पर पीट-पीटकर मार डाला गया।
गौरतलब हो कि यह भी बताया जा रहा है कि जो लोग उसकी मौत के जिम्मेदार हैं, उन्होंने ही उसकी पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किए। इतना ही नहीं अब इस घटना के बाद राजनीतिक दलों में यह बड़ा मुद्दा बन गया। गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी ने पिटाई के बाद हत्या का वीडियो ट्वीट कर राजस्थान सरकार से दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की अपील की।
उन्होंने सरकार से इसको प्राथमिकता के तौर पर देखने का अनुरोध भी किया। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि, “राजस्थान से बेहद विचलित करने वाली घटना सामने आ रही है, जहां एक गरीब दलित युवक की बेरहमी से हत्या कर दी गई। इस पर त्वरित कार्रवाई की जाए और दोषियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाए। मैं राजस्थान सरकार से अनुरोध करता हूं कि इसे प्राथमिकता से लें। इस बर्बरता की कहीं अनुमति नहीं है।”
वहीं बता दें कि भाजपा ने घटना को लखीमपुर खीरी जैसी बताते हुए राजस्थान की कांग्रेस सरकार की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाया है। दूसरी तरफ सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि, “ऐसे मूर्ख लोग भाजपा पदाधिकारी बन गए हैं, जिन्हें समझ ही नहीं आता कि किसी घटना पर कैसे प्रतिक्रिया दी जाए, कोई भी मृत युवक के घर नहीं गया है। वे यहां बैठे हैं और खबरों में बने रहना चाहते हैं।”
Extremely disturbing incident being reported from Rajasthan where a poor Dalit man was brutally murdered. A quick action must be taken and culprits be brought to book immediately. I request Rajasthan govt to take this on priority. This barbarism isnt allowed anywhere. pic.twitter.com/2GRPrxwg2T
— Jignesh Mevani (@jigneshmevani80) October 12, 2021
दूसरी तरफ भाजपा का कहना है कि उनकी पार्टी के तीन लोग विधायक मदन दिलावर के नेतृत्व में पीड़ित परिवार से उनके घर जाकर मुलाकात की थी। इस दौरान उन लोगों ने बताया कि हत्या के पीछे पैसों को लेकर हुआ विवाद था, अवैध संबंध की बात झूठी है। मदन दिलावर ने पीटीआई के हवाले से कहा कि, “हनुमानगढ़ के कलेक्टर और एसपी ने (हत्या के पीछे) लोगों को गुमराह किया है और उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
” जानकारी के लिए बता दें कि घटना राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के प्रेमपुरा गांव में पिछले सात अक्टूबर को हुई थी। घटना का वीडियो वायरल होने से क्षेत्र में तनाव का माहौल है। हमलावरों ने बड़ी बर्बरता से युवक की पिटाई की है। वीडियो में युवक को पानी पिलाते हुए दिखाया गया है, और फिर उसे बार-बार डंडों से पीटा जा रहा है। हालांकि पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
हनुमानगढ़, राजस्थान में एक दलित युवक की पीट-2 कर हत्या कर दी गई। दलितों के विरुद्ध अत्याचार में राजस्थान, कांग्रेस के शासन में शीर्ष पर आ गया है।
— RajyavardhanRathore (@Ra_THORe) October 9, 2021
कांग्रेस शासित राज्यों में बढ़ रहा अपराध, कांग्रेस कर रही सेलेक्टिव पॉलिटिक्स…
जिनकी सरकारों में रोज़ हो रहा है अत्याचार, वो खुद को बता रहे हैं चैम्पियंस ऑफ मानवाधिकार। pic.twitter.com/zLC304kfKm
— BJP (@BJP4India) October 12, 2021
बता दें कि कांग्रेस शासित राज्य राजस्थान में पिछले महीने अनुसूचित जाति अत्याचार की मासिक रिपोर्ट देखें तो 11 हत्याएं और 51 रेप केस दर्ज हुए हैं। जबकि अगस्त में भी 8 हत्याएं और 49 रेप केस दर्ज किए गए थे। इस वर्ष यानी 2021 में पिछले महीने (सितंबर) तक 57 हत्याएं हो चुकी हैं। यहां संख्या 2019 से 16.33 प्रतिशत अधिक है। यानी हत्या जैसा जघन्य अपराध बढ़ा है। इनमें से भी महज 8 मामलों में पुलिस ने एफआईआर लगाई है।
30 मामलों में चालान पेश किए गए हैं, जबकि 19 मामलों की जांच अभी भी बाकी है। पिछले 9 महीनों के आंकड़ों के बात करें तो प्रदेश में अनुसूचित जाति अत्याचर के कुल 5740 मामले दर्ज किए गए। इनमें से 2027 मामलों में अब भी जांच पेंडिंग चल रही है। सोचिए एक तरफ़ ये आंकड़े कांग्रेस शासित राज्य में अपराध के बढ़ते ग्राफ़ की तरफ इशारा कर रहें हैं, वहीं दूसरी तरफ़ राहुल और प्रियंका गांधी सिर्फ़ लखीमपुर मुद्दे को हवा देकर राजनीति साधने में लगें हुए है। जो कहीं न कहीं उचित नहीं।