जब संकट में था देश इंदिरा गांधी ने किशोर कुमार के गानों पर लगा दिया था बैन, जानें वजह
हिंदी सिनेमा के महान और सबसे लोकप्रिय गायकों में शुमार रहे किशोर कुमार की आज 13 अक्टूबर को 34वीं पुण्यतिथि है. 4 अगस्त 1929 को खंडवा (मध्य्प्रदेश) में जन्मे किशोर कुमार का 13 अक्टूबर 1987 को मुंबई में निधन हो गया था. 58 साल की उम्र में किशोर दा सभी को छोड़कर चले गए थे.
किशोर कुमार बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे. अधिकतर लोग उन्हें एक गायक के रूप में जानते हैं. हालांकि खुद के भीतर किशोर दा एक नहीं कई विधाओं और कलाओं को लेकर घूमते थे. वे महान गायक होने के साथ ही एक बेहतरीन अभिनेता भी रहे. साथ ही किशोर कुमार एक निर्माता, निर्देशक, गीतकार भी थे.
किशोर कुमार ने अपने गानों से हर किसी को अपना क़ायल कर लिया था हालांकि साल 1975 में इंदिरा गांधी की सरकार के दौरान देश में जब आपातकाल लगा था उस समय किशोर दा के गानों को बैन कर दिया गया था. लेकिन ऐसा क्यों ? तो आइए इसके पीछे की वजह जानते हैं.
दरअसल, देश में भूतपूर्व पीएम इंदिरा गांधी की सरकार के समय 25 जून 1975 को आपातकाल लगा दिया था. इसी बीच किशोर कुमार से इंदिरा की ओर से सरकार के लिए गाने के लिए कहा था. हालांकि किशोर दा ने ऐसा करने से मना कर दिया था. अपने उसूलों पर जीने वाले किशोर दा ने बिना किसी की परवाह के सरकार के लिए गाने के लिए इंकार कर दिया. हालांकि उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ा था.
किशोर कुमार से जुड़े इस मशहूर किस्से के तार इंदिरा गांधी की रणनीतियों को संभालने वाले विद्या चरण शुक्ला से जुड़े हुए हैं. इंदिरा गांधी चाहती थी कि किशोर कुमार इमरजेंसी के 20 सूत्रीय प्रोग्राम को अपनी आवाज दें. इसकी जानकारी शुक्ल ने किशोर कुमार को दी. हालांकि किशोर दा ने ऐसा नहीं किया और मना कर दिया.
किशोर कुमार की मनाही से सरकार नाराज हो गई. फिर सरकार ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए ऑल इंडिया रेडियो पर किशोर कुमार के गानों पर प्रतिबंध लगा दिया था. 3 मई 1976 को किशोर दा के गानों पर लगा बैन आपातकाल खत्म होने तक जारी था. गौरतलब है कि इंदिरा गांधी की सरकार के दौरान देश में 21 महीने तक आपातकाल लगा था.
इस घटना के बाद एक साक्षात्कार में किशोर दा ने कहा था कि, ‘कौन जाने वो क्यों आए लेकिन कोई भी मुझसे वो नहीं करा सकता जो मैं नहीं करना चाहता. मैं किसी दूसरे की इच्छा या हुकूम से नहीं गाता.’
बता दें कि किशोर कुमार को फिल्मों में गाने का मौक़ा पहली बार साल 1948 में मिला था. उन्होंने फिल्म ‘जिद्दी’ के लिए गाया था. वहीं हिंदी सिनेमा में इससे पहले साल 1946 में उनका एक अभिनेता के रूप में करियर शरू हुआ था. उनकी डेब्यू फिल्म थी ‘शिकारी’ जो कि साल 1946 में प्रदर्शित हुई थी. इस फिल्म में अहम रोल किशोर दा के बड़े भाई अशोक कुमार ने अदा किया था.