‘मैं मरने वाला हूं’, मौत से ठीक पहले हो गया था आभास, जानें उस दिन क्या हुआ किशोर कुमार के साथ
मरने से ठीक पहले किशोर कुमार को दिखने लगी थी मौत, बेटे ने सुनाई थी उस दिन की कहानी
जब भी बात हिंदी सिनेमा के महान और दिग्गज़ गायकों की होती है तो उसमें किशोर कुमार भी प्रमुखता के साथ स्थान रखते हैं. हिंदी सिनेमा के सबसे पसंदीदा और लोकप्रिय गायकों में शुमार रहे किशोर कुमार न केवल एक महान गायक थे बल्कि वे बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे. उनकी गायकी को तो दुनिया ने झुककर सलाम किया ही वहीं वे अभिनय भी करते थे.
किशोर कुमार ने एक गायक के अलावा एक अभिनेता और फिल्मकार के रूप में भी पहचान बनाई. इतना ही नहीं वे गीतकार और स्क्रिप्ट राइटर के रूप में भी काम कर चुके थे. भी आज इस महान हस्ती को उनके फैंस याद कर रहे हैं, उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं. दरअसल, किशोर कुमार की आज 34वीं पुण्यतिथि है. आज ही के दिन साल 1987 में लाखों-करोड़ों आंखों को नम कर किशोर कुमार दुनिया से अलविदा हो गए थे.
किशोर कुमार का जन्म 4 अगस्त 1929 को मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में हुआ था. गौरतलब है कि किशोर कुमार का असली नाम आभास कुमार गांगुली था और फ़िल्मी दुनिया में कदम रखने के साथ आभास कुमार गांगुली बन गए किशोर कुमार और फिर इस नाम ने भारत एवं हिंदी सिनेमा के साथ ही पूरी दुनिया में लोकप्रियता हासिल की.
हिंदी सिनेमा के इतिहास में ऐसे बहुत कम ही गायक रहे हैं जो आज इस दुनिया में नहीं है हालांकि उन्हें दुनिया सालों और दशकों बाद भी याद करती है और आगे भी करती रहेगी. किशोर कुमार का जलवा ही कुछ ऐसा था कि वे हर किसी का अपनी बेहतरीन आवाज से दिल जीत लेते थे और आज भी लोग उनके गाने बड़े चाव के साथ सुनना पसंद करते हैं.
किशोर कुमार फ़िल्मी बैकग्राउंड से संबंध रखते थे. बता दें कि दिग्गज़ अभिनेता अशोक कुमार उनके बड़े भाई थे और बताया जाता है कि किशोर, अशोक से अधिक से अधिक पैसा कमाने की चाह रखते थे. किशोर कुमार को गायकी में केएल सहगल ने प्रभावित किया था और वे उनके फैन थे. किशोर अपने पसंदीदा गायक केएल सहगल की तरह ही बनना भी चाहते थे.
खंडवा से करते रहे प्यार, मुंबई में नहीं लगता था मन…
खंडवा में जन्मे किशोर कुमार को काम के सिलसिले में मुंबई का रुख करना पड़ा लेकिन वे खुद को मुंबई जाते हुए भी खंडवा में छोड़ गए थे. वे कहते थे कि उन्हें उनका शहर खंडवा मुंबई से ज़्यादा प्रिय है. अपने एक साक्षात्कार में दिवंगत गायक ने कहा था कि, ‘कौन मूर्ख इस शहर में रहना चाहता है. यहां हर कोई दूसरे का इस्तेमाल करना चाहता है.
कोई दोस्त नहीं है.. किसी पर भरोसा नहीं कर सकते हैं. मैं इन सबसे दूर चला जाऊंगा. अपने शहर खंडवा में. इस बदसूरत शहर में भला कौन रहे.’
70 और 80 के दशक में छाए रहे किशोर…
किशोर कुमार ने अपनी सुरीली आवाज से में एक से अधिक एक हिट गाने गाए. 70 और 80 के दशक में उन्होंने खूब धमला मचाया. इस दौर में वे सबसे लोकप्रिय गायक होने के साथ ही सबसे महंगे गायक भी रहें. सदी के महानायक अमिताभ बच्चन और हिंदी सिनेमा के पहले सुपरस्टार रहे राजेश खन्ना के लिए उनकी आवाज इन दशकों में ख़ूब पसंद की गई.
बताया जाता है कि किशोर कुमार को अपनी मौत का आभास हो गया था. उनके बेटे और गायक अमित कुमार ने एक साक्षात्कार में कहा था कि, ‘उस दिन उन्होंने सुमित (अमित का सौतेला भाई) को स्वीमिंग के लिए जाने से रोक दिया था और वो इस बात को लेकर भी काफी चिंतित थे कि कनाडा से मेरी फ्लाइट सही वक्त पर लैंड करेगी या नहीं.
उन्हें हार्ट अटैक संबंधी कुछ लक्षण तो पहले से ही दिख रहे थे लेकिन एक दिन उन्होंने मजाक किया कि अगर हमने डॉक्टर को बुलाया तो उन्हें सच में हार्ट अटैक आ जाएगा और अगले ही पल उन्हें सच में अटैक आ गया.’