13 साल के लड़कों से अपनी हवस मिटाना चाहती थी महिला टीचर, आपत्तिजनक Photos भेज करती थी ऐसी डिमांड
एक टीचर और स्टूडेंट का रिश्ता बड़ा ही पवित्र होता है। टीचर का काम होता है कि वह अपने बच्चों का सुंदर भविष्य बनाए, उन्हें सही राह दिखाए, अच्छी आदतें सिखाए और बुरी आदतों से दूर रखे। लेकिन आज हम आपको एक ऐसी महिला टीचर से मिलाने जा रहे हैं जो बच्चों को सुधारने की बजाय बिगाड़ने लगी। वह अपने 13-14 साल के मेल स्टूडेंट्स को नग्न तस्वीरें भेजती थी। इतना ही नहीं बदले में वह उनसे ऐसी डिमांड करती थी जिसके बारे में जान आप भी दंग रह जाएंगे।
दरअसल ये अनोखा मामला अमेरिका के Oklahoma का है। यहां जेनिफर अर्नोल्ड (Jennifer Arnold) नाम की एक 40 वर्षीय महिला टीचर पर कई गंभीर आरोप लगे हैं। टीचर ने अपने छात्रों को हुस्न के जाल में फंसाने की कोशिश की। सबसे पहले उसने अपने स्कूल के 13-14 साल के लड़कों से सोशल मीडिया पर दोस्ती की। इसके बाद उसने छात्रों की अनुमति के बिना उन्हें अपनी न्यूड तस्वीरें भेजी। हद तो तब हो गई जब टीचर ने बदले में छात्रों से भी नग्न तस्वीरें मांगी। इतना ही नहीं टीचर उन किशोर लड़कों से शारीरिक संबंध भी बनाना चाहती थी।
जब टीचर की इस गंदी हरकत का भांडा फूटा तो पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। हालांकि बाद में उसे 10,000 डॉलर के बांड पर रिहा कर दिया गया। पुलिस ने अपनी जांच में पाया कि महिला टीचर बीते काफी वक्त से अपने स्टूडेंट्स को प्रताड़ित कर रही थी। उसे जरा भी अंदाजा नहीं था कि कोई स्टूडेंट उसकी शिकायत भी करेगा।
इस मामले को लेकर वैगनर काउंटी शेरिफ कार्यालय को एक शिकायत मिली थी। शिकायत में लिखा गया कि एक स्कूल टीचर नाबालिग लड़कों को अपनी न्यूड फोटो भेजकर उसने शारीरिक संबंध बनाने की डिमांड कर रही है। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने अपनी जांच शुरू की। वह सबसे पहले जेनिफर अर्नोल्ड के घर गई। यहां आरोपी टीचर ने अपने बचाव में कई दलीलें दे डाली, लेकिन पुलिस ने उसकी एक न सुनी और उसे गिरफ्तार कर लिया।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी महिला टीचर 13 से 14 वर्षीय लड़कों को सोशल मीडिया पर न्यूड तस्वीरें भेजा करती थी। बदले में वह उनसे भी ऐसी तस्वीरें मांगती थी। हालांकि जेनिफर अर्नोल्ड ने पुलिस को बताया कि उनके किसी छात्र ने उन्हें कोई आपत्तिजनक तस्वीर नहीं भेजी थी। लेकिन उन्होंने इस बात को भी स्वीकार किया कि वह चाहती थी कि लड़के अपनी न्यूड तस्वीरें उन्हें भेजें।
वैगनर काउंटी शेरिफ क्रिस इलियट ने बताया कि अभी हम इस मामले की जांच कर रहे हैं। इसमें और भी नए पीड़ित छात्रों के नाम सामने आ सकते हैं। ऐसे केस अक्सर कठिन और निराशाजनक होते हैं। इस जांच के शुरुआत से ही हम समझ गए थे कि हम इसमें जितना आगे जाएंगे, उतने ही अधिक मामले सामने आते रहेंगे।
वैसे इस पूरे मामले पर आपकी क्या राय है हमे कमेंट कर जरूर बताएं। साथ ही अपने बच्चों को भी यह सलाह दें कि यदि कोई भी उन्हें कुछ आपत्तिजनक चीजें भेजे या गलत डिमांड करे तो इसकी सूचना तुरंत माता पिता या पुलिस को दे।