कभी सपना चौधरी की सुरक्षा में रहती थी तैनात, नेशनल शूटर से ऐसे किसान नेता बनी पूनम पंडित
देश में बीते करीब 10 माह से अधिक समय से केंद्र सरका द्वारा लाए गए तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का प्रदर्शन चल रहा है. किसान आंदोलन में राकेश टिकैत बड़ी चेहरा बनकर सामने आए है. राकेश टिकैत एक बड़े किसान नेता है और अब अक्सर हर जगह उनकी चर्चा होती रहती है हालांकि अब अचानक से एक और नया नाम चर्चा में आया है और वो है पूनम पंडित.
पूनम पंडित किसान आंदोलन के बीच अचानक से चर्चा में आई और अब वे एक किसान नेता बन गयी है. कभी वे मशहूर हरियाणवी डांसर सपना चौधरी की बाउंसर के रूप में काम कर चुकी हैं. इतना ही नहीं पूनम नेशनल शूटर भी रह चुकी हैं और अब उन्होंने एक नई पारी की शुरुआत की है.
पूनम पंडित के बारे में विस्तार से जानें तो वे उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से संबंध रखती है. हाल ही में वे उस समय चर्चा में आई थी जब मुज्जफरनगर में आयोजित किसान महापंचायत में पूनम पहुंची थी हालांकि मंच पर चढ़ने से उन्हें रोक दिया गया था. इस घटना का शायद पूनम को दर्द भी हुआ होगा और वे फिर खुले तौर पर सत्ता के विरोध में नज़र आई.
पूनम पंडित अब मीडिया की सुर्ख़ियों से लेकर किसान आंदोलन और सियासी गलियारों तक में सुर्ख़ियों में बनी रहती हैं. गौरतलब है कि सपना चौधरी के साथ रहने के लिए पूनम बुलंदशहर छोड़कर सपना के पास हरियाणा के करनाल आ गई थी और फिर वे बाउंसर बनकर सपना चौधरी की सुरक्षा में तैनात हो गई.
सपना की बाउंसर रहने को लेकर पूनम कहती है कि उन्हें इस बात से कोई गुरेज नहीं है कि उन्होंने सपना चौधरी की बाउंसर के रूप में काम किया है. इस मामले पर सफ़ाई देते हुए किसान नेता ने कहा कि बाउंसर खेल से जुड़े होते हैं और वह भी एक इंटरनेशनल शूटर रही हैं. हालांकि सपना चौधरी से वे नाराज भी नज़र आई थी. उन्होंने नाराजगी जताई थी और कहा था कि वे इस बात से ख़फ़ा है कि एक कलाकार होने के बावजूद सपना चौधरी किसानों के समर्थन में नहीं आईं.
शूटिंग में जीत चुकी हैं गोल्ड…
पूनम कभी शूटिंग में तहलका मचा चुकी हैं. बता दें कि उन्होंने नेपाल में शूटिंग में गोल्ड हासिल किया था.
पूनम ने किसान महापंचायत के वालिएंटरों पर खुद के साथ बुरा व्यवहार करने का आरोप भी लगाया था. वहीं उन्होंने यह भी कहा था कि राकेश टिकैत ने उन्हें खुद किसान महापंचायत में बुलाया था और फिर उन्होंने ही उन्हें मंच पर स्थान भी दिया था.