मेरे पापा से बड़ा कोई लेजेंड नहीं है, जब धर्मेंद्र के लिए बोले सनी, कहा- चाहे अमिताभ हो या कोई खान
देओल परिवार हिंदी सिनेमा का एक जाना-माना परिवार है. देओल परिवार की तीसरी पीढ़ी भी अब हिंदी सिनेमा में अपने कदम रख चुकी हैं. दिग्गज़ अभिनेता धर्मेंद्र ने बॉलीवुड में देओल परिवार की शुरुआत की थीं. साल 1960 में अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत करने वाले धर्मेंद्र अब भी दर्शकों के बीच में बेहद लोकप्रिय है.
60, 70 और 80 के दशक में धर्मेंद्र ने बॉलीवुड में कई शानदार फिल्मों में काम किया. वे अपनी गजब की अदाकारी के साथ ही अपनी कद-काठी के लिए भी मशहूर रहे और उनके अभिनय की विरासत को आगे जाकर उनके दोनों बेटों सनी देओल और बॉबी देओल ने बढ़ाने का काम किया. धर्मेंद्र के बड़े बेटे सनी अपने पिता की तरह ही काफी सफ़ल रहे हैं.
सनी देओल ने अपने करियर की शुरुआत साल 1983 में की थीं और वे 80 एवं 90 के दशक में काफी चर्चित रहे. जबकि अब वे एक राजनेता के रूप में सक्रिय हैं. सनी ने पंजाब के गुरदासपुर से साल 2019 में लोकसभा चुनाव लड़ा था और भारतीय जनता पार्टी की ओर से वे संसद बने थे. बता दें कि, सनी अपने पिता धर्मेंद्र के काफी करीब है और वे अपने पिता की तारीफ़ करने से भी नहीं चूकते हैं. सनी अपने पिता धर्मेंद्र को ही फ़िल्मी दुनिया का सबस बड़ा ‘लेजेंड’ भी मानते हैं.
अपने एक साक्षात्कार में सनी देओल ने पिता को लेकर काफी कुछ कहा था और उनका मानना है कि धर्मेंद्र से बड़ा कोई लेजेंड नहीं है. अपने साक्षात्कार में सनी देओल ने कहा था कि, ‘हमारे काम ने ही हमें बनाया है. पापा से बड़ा कोई लेजेंड है, मुझे नहीं लगता. न ही उनके जैसा कोई लेजेंड हो सकता है.’
सनी देओल के मुताबिक़, ‘चाहे अमित जी हों या कोई भी खान्स हो. पापा से बड़ा कोई लेजेंड नहीं. वही एक एक्टर हैं, एक ऐसे आदमी हैं जो लोगों के दिलों में ऐसे बैठे हुए हैं कि हर एक्टर चाहता है कि कोई हमें इस तरह से क्यों नहीं चाहता है? लेकिन वो इतना प्यार नहीं पा रहे.’
सनी ने बताया था कि कभी उनके पिता सुपरस्टार बनने की रेस में नहीं रहे. सनी ने आगे कहा था कि, ‘खास तौर पर जब पापा किसी चीज के पीछे इतना भागे नहीं. फिर भी उन्होंने सब पाया. दर्शकों का इतना प्यार मिला. जिस तरह के वे इंसान हैं, वे जैसे एक्टर हैं उनका जैसा काम है, जितनी भी उनकी फिल्में रही हैं मेरे हिसाब से आज के जमाने में ऐसा कोई एक्टर नहीं है जिनकी पुरानी फिल्में इतनी पसंद की जाती हों. जैसे पापा ने सत्यकाम, फिर चुपके-चुपके की.’
अंत में एंकर से सवाल करते हुए सनी ने कहा था कि, ‘पापा ने अलग-अलग तरह की उस जमाने में फिल्में कीं, जो कि बहुत सक्सेसफुल रहीं. मैं जानना चाहूंगा ऐसा कोई एक्टर है जिसकी इतनी सक्सेसफुल फिल्में रही हों? कोई नहीं है.’