शिवसेना ने प्रियंका की तारीफ़ में पढ़ें कसीदें, – प्रियंका की आंखों में इंदिरा जैसी ही आग, दादी की तरह ..
पहले तो सिर्फ नाक मिलती थी दादी से, अब तो शिवसेना को प्रियंका में इंदिरा का चेहरा नज़र आ रहा
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) में ठीक वैसा ही जोश और उत्साह है जैसा उनकी दिवंगत दादी इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) में था। शिवसेना (Shiv Sena) ने लखमीपुर खीरी जिले में हिंसा (lakhimpur kheri violence) में मारे गए किसानों के परिवार के सदस्यों से मिलने जा रही कांग्रेस महासचिव को हिरासत में लेने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उत्तर प्रदेश सरकार की आलोचना करते हुए बुधवार को यह बात कही।
जी हां शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में एक संपादकीय में पार्टी ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके पंजाब समकक्ष चरणजीत सिंह चन्नी को लखमीपुर खीरी जाने से रोकने पर यह भी पूछा कि क्या भारत-पाकिस्तान जैसी कोई दुश्मनी थी और देश के संघीय ढांचे में इसे “अजीब घटना” करार दिया।
बता दें कि शिवसेना ने बुधवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को हिरासत में लेने के लिए भाजपा और उत्तर प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला है। शिवसेना ने प्रियंका गांधी का समर्थन करते हुए कहा कि वह तो किसानों के परिवार के सदस्यों से मिलने जा रही थीं लेकिन सरकार के आदेश पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया जो कि बिल्कुल गलत था। ‘सामना’ में लिखे संपादकीय में शिवसेना ने कहा कि कांग्रेस की नेता प्रियंका गांधी में इंदिरा गांधी के सारे गुण मौजूद हैं। प्रियंका अपनी दादी की तरह ही मजबूत नेता हैं और उनमें वैसे ही कड़े तेवर देखने को मिलते हैं।
इतना ही नहीं शिवसेना ने कहा कि चूंकि प्रियंका गांधी कांग्रेस पार्टी की महासचिव हैं, उन पर राजनीतिक हमला हो सकता है। लेकिन वह महान नेता इंदिरा गांधी की पोती भी हैं जिन्होंने देश के लिए महान बलिदान दिए और पाकिस्तान (बांग्लादेश में) का विभाजन किया। पार्टी ने कहा कि जिन लोगों ने उन्हें अवैध रूप से कैद किया था, उन्हें इस तथ्य से अवगत होना चाहिए था।
प्रियंका की आंखों में इंदिरा गांधी जैसी ही आग…
वहीं शिवसेना ने कहा कि प्रियंका गांधी एक तेजतर्रार नेता और सेनानी हैं। उनकी आंखों और आवाज में इंदिरा गांधी जैसी ही आग है। शिवसेना ने कहा कि प्रियंका गांधी ने यूपी प्रशासन से सवाल किया कि उनका अपराध क्या था और क्या उनके खिलाफ वारंट जारी किया गया था या उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। संपादकीय में आरोप लगाया गया है कि प्रशासन ने न केवल उसे रोका, बल्कि उनके साथ बदसलूकी भी की।
शिवसेना ने किया सवाल क्या भारत-पाकिस्तान जैसी दुश्मनी थी?…
वहीं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके पंजाब समकक्ष चरणजीत सिंह चन्नी को लखमीपुर खीरी जाने से रोकने के बाद शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में यह भी पूछा गया कि क्या उनसे भारत-पाकिस्तान जैसी दुश्मनी थी जो इस तरह का व्यवहार किया गया। हमारी पार्टी इसे एक निंदनीय घटना मानती है।
आखिर में बता दें कि मंगलवार को, प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया कि उन्हें सीतापुर में पीएसी परिसर में अवैध रूप से रखा जा रहा था, उन्हें कोई नोटिस या प्राथमिकी नहीं दी गई, और उन्हें अपने कानूनी वकील से मिलने की अनुमति भी नहीं दी गई। अधिकारियों ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने शांति भंग होने की आशंका के कारण उनके और 10 अन्य लोगों के खिलाफ एहतियातन हिरासत से संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। शिवसेना ने दावा किया कि प्रियंका गांधी का ‘अपमान’ किया गया। मराठी समाचार-पत्र ने कहा कि अगर यह महाराष्ट्र में भाजपा की किसी महिला कार्यकर्ता के साथ हुआ होता तो पार्टी अपनी महिला स्वयंसेवियों की पूरी फौज खड़ी कर देती।