आतंकी हमले में पिता हुए शहीद तो बेटी ने दी चुनौती, बोली यदि तुम लोगों में हिम्मत है तो मेरा..
श्रीनगर में मंगलवार को आतंकी हमला हुआ था जिसमें कश्मीरी पंडित माखन लाल बिंदरू शहीद हो गए थे। बुधवार को उनका अंतिम संस्कार किया गया। इसमें नेता से लेकर पुलिस अधिकारी और आम जनता तक हर कोई उन्हें श्रद्धांजलि देने आया। रिश्तेदारों को फूट-फूटकर रोता देख लोगों की आंखें भी नम पड़ गई। इस दौरान पिता की मौत से दुखी बिंदरू की बेटी श्रद्धा बिंदरू ने आतंकियों को खुली चेतावनी दे डाली।
श्रद्धा बिंदरू ने कहा- आज मैं जिस मुकाम पर हूं उसमें मेरे पिता का बड़ा हाथ है। पिताजी साइकिल से सफर करते थे। उन्होंने मेहनत और ईमानदारी के दम पर समाज में इज्जत बनाई। मुझे और मेरे भाई को अच्छी एजुकेशन दी। मैं हिंदू हूं लेकिन मैंने कुरान पढ़ी है। कुरान में लिखा है कि शरीर को मारा जा सकता है लेकिन आत्मा फिर भी जिंदा रहती है। आतंकियों तुम बंदूक के दम पर हमारी हिम्मत नहीं तोड़ सकते। तुम बस पत्थर फेंक सकते हो या पीछे से गोली चला सकते हो। मैं अपने पिता की बेटी हूं। यदि तुम लोगों में हिम्मत है तो मेरा सामना करो।
कश्मीरी पंडित समुदाय ने भी माखन लाल बिंदरू की हत्या पर दुख प्रकट किया है। उन्होंने इस हत्या को अत्यंत निंदनीय बताया। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं सिर्फ अल्पसंख्यकों में डर का माहौल पैदा करने के लिए की जाती हैं। सभा के अध्यक्ष केके खोसा बोले कि कश्मीर घाटी में अल्पसंख्यकों पर हमले लगातार बढ़ रहे हैं। सरकार का कहना है कि कश्मीर घाटी में स्थिति सामान्य है, लेकिन ऐसा नहीं है।
इसके अलावा उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा, पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला व महबूबा मुफ्ती, भाजपा के प्रदेश सह प्रभारी आशीष सूद ने भी माखन लाल बिंदरू की हत्या की कड़ी निंदा की। उप-राज्यपाल ने इसे एक कायरतापूर्ण कार्य बताया। उन्होंने दुख की इस घड़ी में परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की। इसके साथ ही कहा कि ऐसा जघन्य कृत्य करने वाले षड्यंत्रकारियों को माफ नहीं किया जाएगा।
इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला भी बिंदरू के घर आए। उन्होंने कहा कि बिंदरू ईमानदार इंसान थे। उन्होंने अपना पूरा जीवन घाटी के लोगों की सेवा करने में बिताया। वहीं श्रीनगर के मेयर जुनैद मट्टू ने चिनार चौक से जहांगीर चौक तक की रोड का नाम शहीद माखन लाल बिंदरू रोड रखे जाने का वादा किया। बता दें कि माखन लाल बिंदरू एक दावा कारोबारी थे और उनका बिंदरू मेडिकेट जहांगीर चौक पर ही स्थित है।
पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस घटना से जुड़ा एक ट्वीट भी किया था। उन्होंने लिखा था कि ‘बहुत ही भयानक खबर है। वह बेहद दयालु आदमी थे। उन्होंने उग्रवाद के चरम दौर में भी कभी घाटी नहीं छोड़ी। हमेशा अपनी दुकान खुली रखी। मैं इस हत्या की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं। उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं। भगवान बिंदरू की आत्मा को शांति दे।