लखीमपुर हिंसा: पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ खुलासा, बंदूक की गोली से नहीं गई किसी की जान बल्कि..
बंदूक की गोली से नहीं, बल्कि फ़र्ज़ी किसानों द्वारा क्रूरता की हद्द पार करने से हुई मौतें
उत्तरप्रदेश के लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा में मारे गए 8 लोगों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट (Postmortem Report) सामने आ गई है। जी हां पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गोली लगने की बात सामने नहीं आई है। वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि डंडो की पिटाई से बैक बोन और गले की हड्डी में चोट लगने, पिटाई की वजह से दिमाग में ब्लड क्लॉटिंग होने, शरीर में अन्य कई जगह अंदरूनी चोट लगने, एक्सीडेंटल इंजुरी, सिर पर धारदार हथियार से वार होने, आपाधापी में शरीर के दूसरे अंगों पर चोट लगना ही लोगों की मौत का कारण है।
इसके अलावा बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा ने दावा किया था कि चार किसानों में से एक किसान की हत्या केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष (मोनू) मिश्रा ने गोली मारकर की है। जबकि अन्य किसानों को गाड़ी से कुचलकर मारा गया है। हालांकि किसानों के शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद गोली मारने की बात महज अफवाह साबित हुई है।
बता दें कि रविवार शाम को लखीमपुर खीरी में कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों पर केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे की गाड़ी चढ़ गई। जिसमें चार किसान की मौत हो गई और इसके बाद किसान और टेनी के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई। जिसमें टेनी के 3 कार्यकर्ता और ड्राइवर की मौत हो गई। वहीं, हिंसा में एक पत्रकार जख्मी हो गया। जिसकी 4 अक्टूबर को इलाज के दौरान मौत हो गई।
इधर सोमवार को किसान संगठनों और प्रशासन के बीच कई दौर की वार्ता के बाद समझौता हो गया। गौरतलब हो कि मृतकों के परिवारवालों को 45-45 लाख का मुआवजा, एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया गया है और इसके साथ ही पूरे मामले की न्यायिक जांच कराए जाने को लेकर समझौता हुआ।
संयुक्त किसान मोर्चा ने जारी की थी प्रेस विज्ञप्ति…
बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया था कि, ”उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे किसानों पर एक क्रूर और अमानवीय हमले में भाजपा के केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी, उनके बेटे, उनके चाचा और अन्य गुंडों से जुड़े वाहनों का काफ़िला कई प्रदर्शनकारियों को कुचल गया। वहीं बताया जा रहा है कि केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष (मोनू) मिश्रा ने एक किसान की गोली मार कर हत्या कर दी थी।”
Samyukta Kisan Morcha claimed that one of the three farmers was shot dead by MoS Ajay Mishra Teni’s son, Ashish (Monu) Mishra, while the others have been allegedly run over by vehicles in Lakhimpur Kheri
— ANI UP (@ANINewsUP) October 3, 2021
इतना ही नहीं एसकेएम की प्रेस विज्ञप्ति में आगे लिखा गया कि, ”इस क्रूर हमले के बाद किसानों को जवाबी कार्रवाई के लिए उकसाया गया। उग्र किसानों ने भाजपा नेता के वाहनों को तोड़ दिया और उसमें आग लगा दी। संयुक्त किसान मोर्चा की मांग है कि उत्तर प्रदेश सरकार अजय मिश्रा टेनी की तरफ से शामिल सभी लोगों के खिलाफ हत्या और अन्य संबंधित धाराओं में तुरंत मामला दर्ज करे और केंद्रीय गृहराज्य मंत्री को तुरंत बर्खास्त करें, लेकिन अब सारा माज़रा धीरे-धीरे स्पष्ट हो रहा है। उसी के अंतर्गत पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह ख़ुलासा हुआ कि किसी की भी मौत गोली लगने से नहीं हुई।