स्कूल में दो बेटियों पढ़ रही हों तो एक की फ़ीस उठाएगी योगी सरकार, जानिए पूरी योजना…
उत्तरप्रदेश की योगी सरकार ने बड़ा ऐलान किया है। जी हां यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि जिन प्राइवेट स्कूलों में दो बहनें पढ़ रही हैं उनमें से एक की फीस माफ होनी चाहिए। बता दें कि उन्होंने कहा कि अगर प्राइवेट स्कूल ऐसा नहीं कर सकते तो संबंधित विभाग इसे सुनिश्चित करा सकता है। विभाग एक छात्रा की ट्यूशन फीस निजी स्कूल को दे सकता है।
गौरतलब हो कि योगी आदित्यनाथ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर अनुसूचित जाति, जनजाति, अन्य पिछड़ी जाति, अल्पसंख्यक समुदाय और सामान्य जाति के छात्र-छात्राओं के ऑनलाइन छात्रवृत्ति कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने 1,51,215 मेधावी छात्रों को 177.35 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति ऑनलाइन ट्रांसफर की।
इसी अवसर पर सीएम योगी ने कहा कि अगर घर में दो बेटियां हैं तो इनमें से एक की फीस माफ कर दी जाएगी और ये नियम सरकारी और प्राइवेट संस्थानों दोनों पर लागू होगा। बता दें कि अगर दो बहनें एक ही स्कूल/शिक्षण संस्थान में एक साथ पढ़ती हैं तो इनमें से एक की पढ़ाई फ्री होगी। वहीं अगर प्राइवेट संस्थान ऐसा नहीं करते हैं तो फीस की भरपाई सरकार करेगी।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बालिकाओं की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए यह कदम उठाने पड़ेंगे। वहीं मालूम हो कि सीएम योगी ने फीस माफी का यह ऐलान यूपी के डेढ़ लाख से अधिक छात्र-छात्राओं को छात्रवृति प्रदान करने के दौरान किया। योगी ने कहा कि 30 नवम्बर तक यूपी के सभी छात्र-छात्राओं को फीस मिल जानी चाहिए और ये काम मिशन मोड पर हो।
वहीं इस मौके पर यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद रहीं। राज्यपाल और सीएम योगी ने बटन दबाकर छात्रवृति के रुपए खातों में भेजे। इसके अलावा कुछ छात्र-छात्राओं को मौके पर छात्रवृति का प्रमाण पत्र भी सौंपा गया।
दो सगी बहनों वाले परिवार को मिलेगा फायदा…
बता दें कि इस योजना को बड़ी राहत के तौर पर देखा जा रहा है और इस पहल का लाभ उन परिवारों को मिलेगा, जिनके घर में दो बेटियां यानी दो सगी बहनें हैं। कई बार देखा गया है कि लड़कियों की पढ़ाई आर्थिक दिक्कतों के चलते छूट जाती है, लेकिन ये फैसला बड़ी राहत दे सकता हैं।
शिक्षा विभाग को दी गई जिम्मेदारी…
यूपी के सीएम योगी ने कहा कि दो बहनें एक स्कूल में पढ़ रही हैं तो उन स्कूलों को एक छात्रा की फीस माफ करना होगा। इतना ही नहीं योगी ने इसके लिए शिक्षा विभाग को भी जिम्मेदारी दी है। उन्होंने कहा कि विभाग को स्कूलों को इसलिए प्रेरित करना होगा कि वह एक छात्रा की फ़ीस न लें। ताकि इससे बालिकाओं की शिक्षा के क्षेत्र में और बेहतर काम हो सके।