राष्ट्रपति चुनाव के मुद्दे पर फिर सपा में दो फाड़ की स्थिति, मुलायम ने बीजेपी के पक्ष में कहा कुछ ऐसा!
नई दिल्ली: राष्ट्रपति चुनाव की सुगबुगाहट तेज हो चुकी है, ऐसे में एक बार फिर उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी में तनाव और दो विरोधी सुर नजर आ रहे हैं. समाजवादी कुनबे में कलह की एक नई तस्वीर बनती नजर आ रही है, सपा के संरक्षक और संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने पूर्व सीएम और सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव को नजरअंदाज करते हुए एक ऐसा ऐलान किया है जो अखिलेश विरोधी है.
मुलायम ने बीजेपी के पक्ष में :
मुलायम सिंह यादव ने कहा है कि सपा राष्ट्रपति चुनाव में भाजपा समर्थित राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी कि एनडीए को समर्थन देगी. उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव के लिए समर्थन मांगने आये एनडीए के नेताओं को भरोसा दिलाया और समर्थन देने की बात कही. हालांकि मुलायम सिंह ने इसके लिए एक शर्त भी रखी है, मुलायम ने कहा कि राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार कट्टर हिदू छवि का नहीं होना चाहिए और उसकी सर्वस्वीकार्यता होनी चाहिए.
गौरतलब है कि शुक्रवार को गृहमंत्री राजनाथ सिंह और सूचना एवं प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू ने मुलायम सिंह यादव से बातचीत की. साथ ही बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह द्वारा गठित पैनल के सदस्य अलग अलग राजनीतिक पार्टियों के नेताओं से मिलकर एक उम्मीदवार के नाम पर सबका समर्थन और एकराय बनाने का प्रयास कर रहा है. सूत्रों के अनुसार यह खबर भी है कि मुलायम सिंह यादव ने अपने बेटे अखिलेश यादव के पार्टी संबंधी फैसलों पर भी आपत्ति जताई और कांग्रेस को समर्थन के प्रति भी संशय व्यक्त किया.
बताया जा रहे है कि मुलायम सिंह से मिलने के बाद बीजेपी नेता आश्वस्त हैं कि राष्ट्रपति चुनाव में उनके पक्ष में समाजवादी पार्टी के ज्यादातर वोट पड़ेंगे. वहीं कांग्रेस और कांग्रेस के समर्थक दलों के लिए मुलायम सिंह यादव का यह रुख किसी झटके से कम नहीं है, एक तरफ विपक्ष के सभी बड़े दल मिलकर बीजेपी को कड़ी चुनौती देने की तैयारी में हैं तो सपा जो कि विपक्ष में अहम भूमिका रखती है, उसका यह रुख बेहद अप्रत्याशित है.