सरकार बनाने के बाद पहली बार भारत के सामने झुका तालिबान, लगाई यह गुहार
अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद से दुनियाभर के देशों ने वहां जाने वाली अपनी उड़ानें रोक दी थीं। अब सरकार बनाने के बाद तालिबान ने करीब डेढ़ महीने बाद भारत से अपील की है कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को फिर से शुरू किया जाए। इसके लिए पहली बार तालिबान ने भारत को औपचारिक खत लिखा है। अफगान सिविल एविएशन ऑथॉरिटी ने डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) से अफगान नेशनल कैरियर्स को दोनों देशों के बीच उड़ाने शुरू करने की इजाजत देने की अपील की है।
बता दें कि समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, अफगानिस्तान में तालिबान के इस्लामिक अमीरात ने काबुल के लिए कमर्शियल उड़ानें फिर से शुरू करने के लिए डीजीसीए (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) को पत्र लिखा है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय (MoCA) फिलहाल तालिबान के इस पत्र की समीक्षा कर रहा है।
Taliban’s Islamic Emirate of Afghanistan writes to DGCA (Directorate General of Civil Aviation) to resume commercial flights to Afghanistan (Kabul). Letter under review by Ministry of Civil Aviation (MoCA).
India had stopped all commercial flight operations to Kabul post 15 Aug. pic.twitter.com/8LO96j6EkK
— ANI (@ANI) September 29, 2021
गौरतलब हो कि यह खत 7 सितंबर को अफगानिस्तान नागरिक उड्डयन प्राधिकरण के कार्यवाहक मंत्री हमीदुल्लाह अखुंजादा ने भारत के नागरिक उड्डयन (DGCA) के महानिदेशक अरुण कुमार को लिखा है। वहीं नागरिक उड्डयन मंत्रालय (Ministry of Civil Aviation) इस खत पर विचार कर रहा है।
अखुंजादा ने डीजीसीए को लिखा कि, “जैसा आप अच्छी तरह से जानते हैं कि काबुल एयरपोर्ट को अमेरिकी फोर्सेस ने नुकसान पहुंचाया था और उसे निष्क्रिय कर दिया था। लेकिन हमारे दोस्त कतर के टेक्निकल सपोर्ट से इस एयरपोर्ट को एक बार फिर चालू कर दिया है। इस संबंध में एक NOTAM (एयरमैन को नोटिस) 6 सितंबर, 2021 को जारी किया गया था।”
भारत की तरफ़ से तालिबान को नहीं दी गई है मान्यता…
वहीं बता दें कि भारत ने तालिबान की अंतरिम सरकार को अभी तक मान्यता नहीं दी है। हालांकि, दोहा, कतर में भारत के राजदूत दीपक मित्तल और तालिबानी नेता शेर मोहम्मद अब्बास स्टानकजई मुलाकात कर चुके हैं। अमेरिकी फोर्सेस के जाने के बाद तालिबान ने 30 अगस्त को अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया। भारत से काबुल के लिए आखिरी फ्लाइट 21 अगस्त को नागरिकों को निकालने के लिए गई थी। एयर इंडिया की फ्लाइट ने पहले दुशांबे और फिर नई दिल्ली के लिए उड़ान भरी थी।
पाकिस्तान, अफगानिस्तान में विमान लैंड कराने वाला पहला देश…
जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के लगभग एक महीने बाद पहली बार अंतरराष्ट्रीय कमर्शियल फ्लाइट (First international commercial flight) काबुल एयरपोर्ट (Kabul Airport) पर लैंड हुई थी। पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (Pakistan International Airlines) का एक विमान मुट्ठी भर यात्रियों को लेकर काबुल के हामिद करजई इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Hamid Karzai International Airport) पर लैंड हुआ। अफगानिस्तान पर 15 अगस्त को तालिबान के कब्जे के बाद ही अंतरराष्ट्रीय उड़ानें बंद हुई थीं।